CTET 2022: कोहलबर्ग के सिद्धांत पर आधारित ऐसे सवाल जो पिछले वर्ष CTET परीक्षा में पूछे जा चुके हैं, अभी पढ़ें

CTET Exam Kohlberg Theory Previous Year MCQ: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) के द्वारा दिसंबर में होने वाली सीटेट परीक्षा का नोटिफिकेशन जल्द ही जारी किया जाएगा, प्रतिवर्ष आयोजित होने वाली इस परीक्षा में लाखों अभ्यर्थी शिक्षक बनने की चाह लिए शामिल होते हैं लेकिन अभी तक विस्तृत नोटिफिकेशन जारी ना किए जाने को लेकर अभ्यर्थी थोड़े परेशान हैं उम्मीद की जा रही है कि इस माह के अंत तक हमें नोटिफिकेशन देखने को मिल सकता है

केंद्रीय विद्यालय में शिक्षक बनने की चाह रखने वाले  युवाओं को अपनी तैयारियां जारी रखना चाहिए, साथ ही प्रैक्टिस सेट और विगत वर्षों में पूछे गए सवालों पर अधिक फोकस करना बेहद आवश्यक है बता दे कि पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष परीक्षा ऑनलाइन आयोजित की जाएगी. इस परीक्षा के संदर्भ में आज की इस आर्टिकल में हम लॉरेंस कोहलवर्ग की थ्योरी (CTET Exam Kohlberg Theory Previous Year MCQ) से पूछे गए सवालों को लेकर आए हैं,जिन्हें आपको एक नजर जरूर करना चाहिए.

लॉरेंस कोहलबर्ग के सिद्धांत से विगत वर्षों (CTET) में पूछे गए सवाल, यहां देखें—kohlberg theory previous year MCQ Question For CTET 2022

1. कोहलबर्ग के सिद्धान्त के पूर्व-परम्परागत स्तर के अनुसार, कोई नैतिक निर्णय लेते समय एक व्यक्ति निम्नलिखित में से किस तरफ प्रवृत्त होगा? 

a. अन्तर्निहित सम्भावित दण्ड

b. व्यक्तिगत आवश्यकताएँ तथा इच्छाएँ

c. व्यक्तिगत मूल्य

d. पारिवारिक अपेक्षाएँ

Ans- a 

2. किसी बच्चे का दिया गया विशिष्ट उत्तर कोहलबर्ग के नैतिक तर्क के सोपानों की विषयवस्तु के किस सोपान के अन्तर्गत आएगा? “यदि आप ईमानदार हैं, तो आपके माता-पिता आप पर गर्व करेंगे। इसलिए आपको ईमानदार रहना चाहिए।” 

a. दण्ड- आज्ञाकारिता अनुकूलन

b. सामाजिक संकुचन अनुकूलन 

c. अच्छी लड़की- अच्छा लड़का अनुकूलन

d. कानून और व्यवस्था अनुकूलन

Ans- c

3. कोहलबर्ग के अनुसार किस अवस्था में नैतिकता बाह्य कारकों द्वारा निर्धारित होती है?

a. पूर्व पारम्परिक अवस्था

b. पारम्परिक अवस्था

c. पश्चात् पारम्परिक अवस्था 

d. उपरोक्त में से कोई नहीं

Ans-  a 

4. कोहलबर्ग के सिद्धान्त के अनुसार कौन सी अवस्था में एक व्यक्ति का निर्णय दूसरों के अनुमोदन, पारिवारिक आकांक्षाओं, पारंपरिक मूल्यों एवं समाज के नियमों पर आधारित होता है?

a. पूर्वपारम्परिक 

b. पारम्परिक

c. पश्चपारम्परिक

d. पूर्व-पश्च पारम्परिक

Ans- b 

5. निम्नलिखित में से किस स्तर पर निर्णय केवल व्यक्ति की अपनी आवश्यकताओं और धारणाओं पर आधारित होता है?

a. पूर्व पारंपरिक स्तर

b. औपचारिक संक्रियात्मक स्तर

c. उत्तर-पारंपरिक स्तर

d. पारंपरिक स्तर

Ans- a

6. राधा अपने बच्चे अद्विक से घर का काम पूरा करने के लिए कहती है, वह पूछता है कि इससे उसे क्या फायदा होगा। कोलबर्ग के अनुसार, आद्विक विकास कि किस अवस्था में है?

a. आज्ञाकारिता और दंड अभिविन्यास

b. सामाजिक व्यवस्था बनाए रखना

c. व्यक्तिवाद और विनिमय 

d. सामाजिक अनुबंध और व्यक्तिगत अधिकार

Ans- a 

7.एक बच्चा तर्क प्रस्तुत करता है “आप यह मेरे लिए करें और मैं वह आपके लिए करूँगा।” यह बच्चा कोहलबर्ग की नैतिक तर्कणा की किस अवस्था के अन्तर्गत आएगा?

a. अच्छा लड़का-लड़की’ अभिमुखीकरण

b. सामाजिक अनुबन्ध अभिमुखीकरण

c. सहायक उद्देश्य अभिमुखीकरण 

d. दण्ड और आज्ञापालन अभिमुखीकरण

Ans- c 

8. रोहित ने अजय की डेस्क से ली हुई पेन्सिल वापिस रख दी क्योंकि उसे पकड़े जाने पर सजा मिलने का डर था। यह कोहलबर्ग के किस स्तर को बताता है?

a. पूर्व-परम्परागत स्तर

b. परम्परागत स्तर

c. उत्तर-परम्परागत स्तर 

d. पूर्व-संक्रियात्मक स्तर

Ans- a

9. कोहलबर्ग के अनुसार वह स्तर जिसमें बालक की नैतिकता दण्ड के भय से नियन्त्रित रहती है, कहलाती है –

a. पूर्व-नैतिक अवस्था

b. परम्परागत नैतिक स्तर

c. आत्म-स्वीकृत नैतिक अवस्था

d. नैतिकता स्तर

Ans- a 

10. 9 वर्ष के बालक की नैतिक तर्कना आधारित होती है –

a. किसी कार्य के भौतिक परिणाम उसकी अच्छाई या बुराई को निर्धारित करते हैं 

b. कोई कार्य सही होना इस बात पर निर्भर करता है कि उससे व्यक्ति को अपनी आवश्यकता पूर्ति होती है

c. नियमों का पालन करने के बदले में कुछ लाभ मिलना चाहिए 

d. सही कार्य वह है जो उस व्यक्ति के द्वारा किया जाए जो अन्य व्यक्तियों को अपने व्यवहार से प्रभावित करता है।

Ans- a

11. लॉरेन्स कोलबर्ग के सिद्धान्त के अनुसार, “किसी कार्य को इसलिए करना, क्योंकि दूसरे इसे स्वीकृति देते हैं”, नैतिक विकास के ………  चरण को दर्शाता है।

a. उत्तर-प्रथागत 

b. अमूर्त संक्रियात्मक

c. प्रथा- पूर्व

d. प्रथागत

Ans- d 

12. कोहलबर्ग के नैतिक विकास के सिद्धान्त के अनुसार निम्न अवस्था में लोगों की आशा तथा इच्छाएँ पूरी करने के सन्दर्भ में सही या गलत का निर्णय लेता है।

a. अवस्था-1

b. अवस्था- 3

c. अवस्था-2

d. अवस्था-4

Ans- b

13. वाइगोत्सकी की संस्तुति के अनुसार, बच्चों की व्यक्तिगत वाक् की संकल्पना –

(a) प्रदर्शित करती है कि बच्चे अपने आप से प्यार करते हैं।

(b) स्पष्ट करती है कि बच्चे अपने ही कार्यों के निर्देशन के लिए भाषा का उपयोग करते हैं

(c) प्रदर्शित करती है कि बच्चें बुद्धू होते हैं इसलिए इन्हें प्रौढो के निर्देशन की आवश्यकता होती है

(d) स्पष्ट करती है कि बच्चे अहंकेन्द्रित होते हैं

Ans- b

14. निम्नलिखित में से कौन सा आधारभूत सहायता का एक अच्छा उदाहरण है (जिसक आशय है समस्या समाधान को तब तक सिखाना जब तक शिक्षार्थी स्वयं न कर सके) –

(a) उसे आधा समाधान किया उदाहरण उपलब्ध करवाना 

(b) उसे कहना कि, जब तक वह समस्या का समाधान नही कर लेती, जब तब घर नहीं जा सकती

(c) समस्या का समाधान जल्दी देने के लिए पुरस्कार देना 

(d) उसे यह बताना कि वह बार- बार प्रयास द्वारा कर सकती है

Ans- a 

15. लेव वाइगोत्स्की के समाज संरचना सिद्धान्त में दृढ़ विश्वास रखने वाले शिक्षक के नाते आप अपने बच्चों के आंकलन के लिए निम्न में से किस विधि को वरीयता देंगें –

(a) मानकीकृत परीक्षण

(b) तथ्यों पर आधारित प्रत्यास्मरण के प्रश्न 

(c) वस्तुपरक बहुविकल्पीय प्रकार के प्रश्न

(d) सहयोगी प्रोजेक्ट

Ans- d 

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