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CTET 2022-23: ‘CDP’ के ऐसे ही सवाल पूछे जा सकते हैं आने वाली शिफ्ट में अभी पढ़े!

CTET Child Development and Pedagogy Model MCQ: वर्तमान समय में आयोजित केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा 7 फरवरी 2023 तक जारी रहेगी। जिसमें देशभर से लाखों की संख्या में अभ्यर्थी शामिल होंगे। अगर आप भी इस परीक्षा में सम्मिलित होने जा रहे हैं, तो यहां पर हम आपके लिए बाल विकास एवं शिक्षा शास्त्र से संबंधित ऐसे महत्वपूर्ण प्रश्न लेकर आए हैं। जो कि आगामी शिफ्ट में पूछे जा सकते हैं, अभ्यर्थियों को इन प्रश्नों का अध्ययन एक बार अवश्य कर लेना चाहिए।
बाल विकास एवं शिक्षा शास्त्र से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न—Child Development and Pedagogy For CTET Exam 2022-23
1. Which of the following statement is correct about the process of development of an individual?
निम्नलिखित में से कौन-सा कथन, व्यक्ति के विकास की प्रक्रिया के बारे में सही है?
(a) It is uni-dimensional in nature / विकास की प्रक्रिया एक दिशीय होती है।
(b) It is influenced only by heredity of an individual/ यह केवल व्यक्ति की अनुवांशिकता से प्रभावित होता है।
(c) There is cultural diversity in the process development/ विकास की प्रकिया में सांस्कृतिक विविधताएँ होती है।
(d) Development is only based on environmental factors/विकास केवल वातावरणीय कारकों द्वारा निर्धारित होता है।
Ans- c
2. Which of the following questions is an example of enhancing critical thinking in children?
निम्न में से कौन-सा प्रश्न बच्चों में विवेचनात्मक चिंतन को बढ़ावा देने का उदाहरण है?
(a) Find out what people living around coastal areas usually eat and why? / पता करो कि तटीय इलाके में रहने वाले लोग क्या खाते हैं व क्यों ?
(b) Name 10 seats of India. भारत के 10 राज्यों के नाम बताओ।
(c) Write tables from 2 to 10. 2 से 10 तक के पहाड़े लिखो ।
(d) Memorize and recite the given poem. दी गई कविता का सुस्मरण करके वाचन करो।
Ans- a
3. A stage theory of development explicitly emphasizes which of the following principles?
विकास का चरणीय सिद्धांत निम्नलिखित नियमों में से किस पर स्पष्ट रूप से ज़ोर देता है ?
(a) Continuity of development / विकास की निरन्तरता
(b) Discontinuity of development / विकास की अनिरन्तरता
(c) Cultural factors that influence development / विकास को प्रभावित करने वाले सांस्कृतिक कारक
(d) Environmental factors in developmental process / विकास प्रक्रिया सम्बन्धित वातावरणीय कारक
Ans- b
4. Children’s engagement with learning in schools is influenced by which of the following factors?
निम्न में से कौन से कारकों द्वारा विद्यालयों में बच्चों का अधिगम से जुड़ाव प्रभावित होता है?
(i) Socialisation by the family पारिवारिक समाजीकरण
(ii) Peer relations / समकक्षी सम्बन्धों
(iii) Cultural values / सांस्कृतिक मूल्य
(iv) Self-esteem of the children बच्चों का आत्म-सम्मान
(a) (iv)
(b) (ii) and (iv) / (ii) और (iv)
(c) (i), (i), (ii) and (iv) / (i), (ii), (ii) और (iv)
(d) (i), (iii)
Ans- c
5. According to Jean Piaget children in preoperational stage of development are able to do:
जीन पियाजे के अनुसार पूर्व-संक्रियात्मक चरण में बच्चे निम्न में से क्या कर पाते हैं?
(a) Reversible thinking/ प्रतिलोमिक चिंतन
(b) Make-believe play / प्रतीकात्मक खेल
(c) Hierarchical classification / अनुक्रमिक वर्गीकरण
(d) Conservation / संरक्षण
Ans- b
6. A young child can engage in symbolic play but cannot as yet take perspective of another person and becomes easily upset by events he/ she cannot control. Which of the following stages given by Jean Piaget applies to this child’s level of development?
एक छोटी बालिका प्रतीकात्मक खेल कर पाती है पर अभी दूसरे व्यक्ति का दृष्टिकोण नहीं समझ पाती है और वह अपनी पकड़ से बाहर की घटनाओं की वजह से आसानी से परेशान हो जाती है जीन पियाजे द्वारा सुझाए चरणों में से कौन-सा चरण, इस बालिका के वर्तमान स्तर को अंकित करता है।
(a) Sensori-motor / संवेदी- गामक
(b) Pre-operational/पूर्व-संक्रियात्मक
(c) Concrete operational/ मूर्त संक्रियात्मक
(d) Formal operational / औपचारिक संक्रियात्मक
Ans- b
7. The Kohlberg’s model of moral development has which of the following characteristics?
निम्न में से कौन-सा अभिलक्षण, कोहलबर्ग के नैतिक विकास मॉडल में सम्मिलित है ?
(a) Stages of moral development are universal in nature./नैतिक विकास के चरणों का स्वरूप सार्वभौमिक होता है।
(b) There is continuity in development of moral thinking. / नैतिक चिंतन के विकास में निरंतरता होती
(c) Moral development is not an orderly process; it is entirely dependent on environmental factors. / नैतिक विकास एक क्रमिक प्रक्रिया नहीं है: यह सम्पूर्ण रूप से बातावरणीय कारकों पर निर्भर है।
(d) Moral development is dependent primarily on cultural values. / नैतिक विकास मुख्यतः सांस्कृतिक मूल्यों पर निर्भर है।
Ans- a
8. According to Lev Vygotsky, the zone of proximal development should be used for-
लेव वाइगोत्स्की के अनुसार, निम्न में से किसके लिए “समीपस्थ विकास क्षेत्र” का इस्तेमाल करना चाहिए।
(a) teaching and assessment / अध्यापन और मूल्याँकन
(b) teaching only / केवल अध्यापन
(c) assessment only/केवल मूल्याँकन
(d) ascertaining fluid intelligence / प्रवाही बौद्धिकता की पहचान
Ans- a
9. A teacher gives a half done example to child while teaching a particular concept. According to Lev Vygotsky’s which of the following strategies is the teacher using?
एक विशिष्ट संप्रत्यय को पढ़ाने हेतु एक अध्यापिका बच्चे को आधा हल किया हुआ उदाहरण देती है। लेव वायगोत्स्की के अनुसार अध्यापिका किस रणनीति का इस्तेमाल कर रही है?
(a) Observational learning/ अवलोकनात्मक अधिगम
(b) Scaffolding /पाड़
(c) Conflict teaching / द्वंद्वात्मक अधिगम
(d) Conditioning / अनुकूलन
Ans- b
10. The classroom environment of progressive classroom will NOT have which of the following attitudes?
निम्नलिखित में से कौन-सी अभिवृति, एक प्रगतिशील कक्षीय माहौल के अनुसार है?
(a) Involvement of children in decision making/ निर्णय निर्धारण में बच्चों की सहभागिता
(b) Creation of a fear -free learning environment / भय मुक्त अधिगम वातावरण की संरचना
(c) Assessing individual differences learners. विद्यार्थियों की व्यक्तिगत भिन्नताओं का ध्यान रखना
(d) Maintaining external discipline by the teacher अध्यापक द्वारा बाह्य- अनुशासन कायम करना
Ans- d
11. It is important that the teacher does not segregate children into fixed groups based upon intelligence quotient (IQ) as –
यह महत्वपूर्ण है कि कोई अध्यापक बच्चों को, बुद्धि लब्धि के आधार पर स्थिर समूहों में पृथक ना करे, क्योंकिः
(a) it is inconvenient for teachers यह अध्यापक के लिए असुविधाजनक है।
(b) it is inconvenient for schools यह विद्यालयों के लिए असुविधाजनक है।
(c) it does not allow children to complete among themselves across groups/ बच्चों को एक-दूसरे के साथ अंतः सामूहिक प्रतिस्पद्धी नहीं करने देता।
(d) the concept of IQ. is not stable and it also. leads to labeling of children / बुद्धि-लब्धि संकल्पना स्थायी नहीं है और यह बच्चों को चिन्हित करने के लिए ज़िम्मेदार हो सकती है।
Ans- d
12. According to Haward Gardener’s theory, it is important to have a variety of teaching modes/ strategies within a classroom because:
हॉवार्ड गार्डनर के सिद्धांत के अनुसार, एक कक्षा में तरह-तरह की अध्यापन रणनीतियों का इस्तेमाल होना जरूरी है, क्योंकिः
(a) it helps exercise multiple intelligences यह बहु-बौद्धिकता को निष्पादित करने में मददगार है।
(b) it helps improve general intelligence यह सामान्य बौद्धिकता को बढ़ाने में मददगार है।
(c) it helps to crate ‘star’ students यह ‘तारक’ विद्यार्थी बनाने में मददगार है।
(d) it helps improve practiżal intelligence. यह व्यवहारिक बौद्धिकता को बढ़ाने में मददगार है।
Ans- a
13. The two word utterances often used by young children between 1.5 to 2.5 years of age are called :
1.5 से 2.5 साल की उम्र के बच्चों द्वारा अक्सर उच्चरित द्वि- शब्दीय” उच्चारणों को क्या कहा जाता है?
(a) Overextension of speech / वाचन का अधि विस्तारण
(b) Telegraphic speech / तारप्रेषित वाचन
(c) Neologism / नववाद
(d) Babbling / बकवाद
Ans- b
14. “Men generally think with their heads and women with their hearts”. This statement reflects:
“पुरूष सामान्यतः दिमाग से सोचते हैं और महिलाएँ अपने हृदय से सोचती हैं।” यह कथन क्या दर्शाता है?
(a) gender discrimination/लैंगिक विभेदीकरण
(b) gender stereotypes / लैंगिक रूढ़िवाद
(c) genetic differences between two sexes / दोनों लिंगों के बीच आनुवांशिक भेद
(d) gender constancy / लैंगिक स्थिरता
Ans- b
15. Which of the following assessment strategies would you NOT Use in a progressive classroom?
एक प्रगतिशील कक्षा में निम्न में से कौन-सी मूल्यांकन विधि का इस्तेमाल नहीं होता होगा?
(a) Use of reflective journals by teachers / अध्यापकों द्वारा मननशील जरनल का इस्तेमाल
(b) Self assessment and peer assessment / स्व-मूल्यांकन एंव समकक्षी-मूल्यांकन
(c) Reliance on norm-referenced assessment only / केवल मानक निर्देशित मूल्यांकन पर आश्रय
(d) Creation of student portfolios/ विद्यार्थियों के पोर्टफोलियो तैयार करना
Ans- c
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यहाँ हमने आगामी सीटीईटी परीक्षा की तैयारी कर रहे अभ्यर्थीयो के लिए ”बाल विकास एवं शिक्षा शास्त्र” से जुड़े महत्वपूर्ण सवाल (CTET Child Development and Pedagogy Model MCQ) विषय के महत्वपूर्ण सवालों का अध्ययन किया है CTET सहित सभी शिक्षक पात्रता परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए आप हारे TELEGRAM CHANNEL के सदस्य जरूर बने Join Link नीचे दी गई है?
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UP Teacher Vacancy 2023: योगी सरकार का तोहफा, 51 हजार शिक्षक भर्ती जल्द, CTET-UPTET क्वालीफाई को मिलेगी एंट्री

UP Shikshak Bharti 2023 (UPDATED): उत्तर प्रदेश में लंबे समय से शिक्षक भर्ती परीक्षा का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों के लिए अच्छी खबर है. उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद (UPBEB) जल्द ही शिक्षक के 51 हजार से अधिक रिक्त पदों पर बंपर भर्ती निकालने वाला है. नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक लोकसभा चुनाव से पहले योगी सरकार प्रदेश में माध्यमिक व राजकीय विद्यालयों में रिक्त शिक्षकों के पदों पर भर्ती करने जा रही है.
इतने पदों पर होगी भर्ती
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बेसिक शिक्षा विभाग में टीजीटी/ पीजीटी शिक्षकों के लगभग 51 हजार से अधिक पद रिक्त हैं, इसके अलावा राजकीय विद्यालयों में शिक्षकों के 7 हजार 471 पद रिक्त हैं. तो वही बात करें प्रवक्ता तथा सहायक अध्यापकों के पदों कि तो बताया जा रहा है प्रवक्ता के 2115 जबकि सहायक अध्यापक के 5256 पद खाली हैं जिनपर भर्ती की जानी है.
CTET-UPTET पास कर सकेंगें आवेदन
उत्तर प्रदेश के प्राइमरी तथा अपर प्राइमरी सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती सुपर टेट परीक्षा (SUPER TET) के माध्यम से की जाती है, जिसका आयोजन उत्तर प्रदेश बेसिक एजुकेशन बोर्ड द्वारा किया जाता है. सुपर टेट परीक्षा में केवल वे अभ्यर्थी ही शामिल हो सकते हैं जिन्होंने यूपी टेट परीक्षा (Uttar Pradesh Teacher Eligibility Test– UPTET) पास की हो. बहुत से अभ्यर्थियों के मन में यह सवाल भी रहता है कि क्या सीटेट परीक्षा क्वालीफाई अभ्यर्थी यूपी शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल हो सकते हैं?
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश शिक्षक भर्ती परीक्षा यानी सुपर टेट में शामिल होने के लिए उम्मीदवार को किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक डिग्री तथा टीचिंग ट्रेनिंग कोर्स (D.El.Ed, BTC, B.Ed. आदि) पास किया होना चाहिए साथ ही UPBEB द्वारा आयोजित यूपी टेट परीक्षा पास होना जरूरी है. इसके अलावा पेपर -1 के लिए सीटेट पास अभ्यर्थी भी सुपर टेट परीक्षा देने के पात्र होते हैं.
यदि बात करें आयु सीमा की तो न्यूनतम 21 वर्ष से लेकर अधिकतम 40 वर्ष की आयु वाले अभ्यर्थी सुपर टेट परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं हालांकि उत्तर प्रदेश के मूल निवासी अभ्यर्थियों को कैटेगरी वाइज अधिकतम आयु में छूट का प्रावधान है अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक नोटिफिकेशन पढ़ें.
इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट ctet.nic.in पर जाकर अपना आवेदन सबमिट कर सकते हैं. सीटेट परीक्षा पास करने पर उम्मीदवार सुपर टेट के साथ ही केंद्र सरकार द्वारा संचालित केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय तथा आर्मी पब्लिक स्कूल आदि में निकलने वाली शिक्षकों की भर्ती में भी शामिल हो सकते हैं.
कब आएगा यूपीटीईटी नोटिफ़िकेशन? (UPTET 2023 Notification Update)
उत्तर प्रदेश में शिक्षक बनने की चाह रखने वाले लाखों अभ्यर्थी उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी यूपीटीईटी के नोटिफिकेशन का इंतजार कर रहे हैं नवीनतम मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यूपीटीईटी परीक्षा का नोटिफिकेशन फ़रवरी 2023 के अंतिम सप्ताह या मार्च के पहले सप्ताह तक जारी किया जा सकता है। नोटिफिकेशन जारी होने के बाद अभ्यर्थी आधिकारिक वेबसाइट updeled.gov.in पर जाकर आवेदन कर पाएंगे. जिसके बाद अप्रैल महीने में ऑनलाइन मोड में UPTET परीक्षा आयोजित की जाएगी.
अधिक जानकारी के लिए अभ्यर्थी लगातार शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर विजिट करते रहें बता दें कि यूपीटीईटी परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी की उम्र 18 साल या उससे अधिक होनी चाहिए इसके साथ ही बैचलर डिग्री या समकक्ष डिप्लोमा होना जरूरी है।
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CTET Answer Key 2023: शिक्षक पात्रता परीक्षा की आंसर की करें डाउनलोड, जानें कब तक आयेगा परीक्षा परिणाम

CTET Answer Key 2023: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड याने CBSE द्वारा आयोजित की जाने वाली CTET परीक्षा आज 7 फ़रवरी को पूरी हो चुकी है, यह परीक्षा 28 दिसंबर अग़ल-अलग दिन दो शिफ्ट में आयोजित की जा रही है जिसमें शिक्षक बनने की चाह रखने वाले लाखों अभ्यर्थी शामिल हुए है। अब परीक्षा की समाप्ति के बाद अभ्यर्थी अपनी आंसर की जारी होने का इंतज़ार कर रहे है, बता दें कि परीक्षा समाप्ति के कुछ दिन के भीतर ही CBSE द्वारा आंसर की जारी कर दी जाती है।
इस दिन जारी होगी आंसर की
CTET परीक्षा में शामिल हुए अभ्यर्थियों का इंतज़ार जल्द ही ख़त्म होने वाला है मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़ CBSE द्वारा 11 फ़रवरी 2023 को आधिकारिक वेबसाइट ctet.nic.in पर CTET पेपर 1 तथा पेपर 2 की आंसर की जारी कर दी जाएगी। इसके बाद मार्च माह में फाइनल आंसर-की तथा परीक्षा परिणाम जारी किया जा सकता है।
बता दें आंसर की लिंक ऐक्टिव होने के बाद उम्मीदवार अपने रजिस्ट्रेशन नंबर तथा जन्म तारीख़ की सहायता से आधिकारिक वेबसाइट पर लॉगिन कर अपनी उत्तर कुंजी डाउनलोड कर पाएँगें।
परीक्षा में लागू होगा नॉर्मलिज़ेशन
सीबीएसई द्वारा दिसंबर 2021 में पहली बार CTET परीक्षा ऑनलाइन आयोजित की गई थी, तथा इस बार भी यह परीक्षा ऑनलाइन ही आयोजित हुई है। चुकी परीक्षा का आयोजन अलग- अगल दिन कई शिफ़्टों में किया गया है लिहाज़ा परीक्षार्थियों के मध्य समान प्रतिस्पर्द्धा क़ायम रखने के लिए नॉर्मलिज़ेशन व्यवस्था को लागू किया गया है। बता दें कि परीक्षा में नॉर्मलिज़ेशन होने की जानकारी CBSE द्वारा नोटिफिकेशन जारी कर पहले ही दे दी गई थी।
CTET Exam Cut Off 2023
सीटीएटी परीक्षा में कैटेगरी वाइज कटऑफ़ निर्धारित किया गया है। पेपर 1 तथा पेपर 2 के लिए कट ऑफ अंक समान है। सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी को इस परीक्षा में पास होने के लिए 60 प्रतिशत अंक याने 150 नंबर के पेपर में 90 अंक लाना होगा, जबकि आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को 55 प्रतिशत अंक यानें 150 अंक के पेपर में 82 अंक लाना होगा।
Category | Minimum qualifying percentage | Minimum qualifying Marks |
Schedule Caste (SC) | 55% | 82 out of 150 |
Schedule Tribe (ST) | 55% | 82 out of 150 |
CTET Exam 2023 Important FAQs
नहीं, CBSE द्वारा आयोजित सीटीईटी परीक्षा में किसी भी प्रकार की नकारात्मक मार्किंग नहीं की जाती है।
आजीवन, CTET परीक्षा पास करने वालों अभ्यर्थियों को मिलने वाले सर्टिफिकेट की वैद्यता लाइफ टाइम कर दी गई है जो पहले 7 वर्ष थी।
इस परीक्षा में शामिल होने के लिए अधिकतम उम्र सीमा निर्धारत नहीं है, हालाकि न्यूनतम आयु 18 वर्ष होना चाहिए।
उम्मीदवार जीतने बार चाहे उतने बार सीटीईटी परीक्षा में शामिल हो सकते है, जो अभ्यर्थी इस परीक्षा में पास हो चुके है वे अपने स्कोर को सुधार के लिए दुबारा परीक्षा दे सकते है।
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CTET 2022-23: लेव वाइगोत्सकी के सिद्धांत से परीक्षा में पूछे जा रहे है ये सवाल, अभी पढ़ें

Lev Vygotsky’s Theories Based MCQ For CTET: शिक्षक बनने के लिए जरूरी सीटेट यानी केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन 7 फरवरी 2023 तक ऑनलाइन सीबीटी मोड में किया जा रहा है. यह परीक्षा 29 दिसंबर 2023 से शुरू हुई थी तथा अब 3, 4, 6 तथा 7 फरवरी को परीक्षा का आयोजन होना बाकी है. यदि आप भी आगामी सीटेट परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं तो इस आर्टिकल में दी गई जानकारी आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं.
यहां पर हम नियमित रूप से सीटेट परीक्षा के लिए प्रैक्टिस सेट शेयर करते रहे हैं। इसी श्रृंखला में आज हम लेव वाइगोत्सकी के सिद्धांत पर आधारित कुछ ऐसे सवाल लेकर आए हैं, जो की परीक्षा में पूछे जा सकते हैं। तो लिए जाने इन महत्वपूर्ण सवालों को जो की इस प्रकार हैं।
लेव वाइगोत्सकी के सिद्धांत से जुड़े संभावित प्रश्न—CTET Exam Lev Vygotsky’s Theories Related Questions
1. लेव वाइगोत्स्की के अनुसार, निम्न में से किसके लिए “समीपस्थ विकास क्षेत्र” का इस्तेमाल करना चाहिए?
1. अध्यापन और मूल्याँकन
2. केवल अध्यापन
3. केवल मूल्यांकन
4. प्रवाही बौद्धिकता की पहचान
Ans- 1
2. एक विशिष्ट संप्रत्यय को पढ़ाने हेतु एक अध्यापिका बच्चे को आधा हल किया हुआ उदाहरण देती है। लेव वायगोत्सकी के अनुसार अध्यापिका किस रणनीति का इस्तेमाल कर रही है?
1. अवलोकन अधिगम
2. पाड़
3. द्वंद्वात्मक अधिगम
4. अनुकूलन
Ans- 2
3. ‘समीपस्थ विकास के क्षेत्र का संप्रत्यय किसने प्रतिपादित किया है?
1. जेरोम ब्रूनर
2. डेविड ऑसबेल
3. रोबर्ट एम. गायने
4 लेव व्यागोत्सकी
Ans- 4
4. रश्मि अपनी कक्षा में विद्यार्थियों के सीखने की क्षमता को ध्यान में रखकर विभिन्न प्रकार के कार्यकलापों का उपयोग करती है और सहपाठियों द्वारा अधिगम को बढ़ावा देने के लिए समूह भी बनाती है। निम्नलिखित में से कौन-सा इसका समर्थन करता है?
1. सिग्मंड फ्रॉयड का मनो यौनिक सिद्धांत
2. लेव वायगोत्सकी का सामाजिक सांस्कृतिक सिद्धांत
3. लॉरेंस कोहलबर्ग का नैतिक विकास का सिद्धांत
4. बी. एफ. स्किनर का व्यवहारवादी सिद्धांत
Ans- 2
5. वायोगात्सकी के सिद्धांत के अनुसार ‘निजी संवाद’
1. बच्चों के आत्मकेंद्रीयता का घोतक है।
2. बच्चों के क्रियाकलापों और व्यवहार का अवरोधक है।
3. जटिल कार्य करते समय बच्चे को उसके व्यवहार संचालन में सहायता देता है।
4. यह संकेत देता है कि संज्ञान कभी भी आंतरिक नहीं होता।
Ans- 3
6. कौन सा कथन लेव व्यागोत्सकी के मूल सिद्धांत को सही मायने में दर्शाता है?
1. अधिगम एक अन्तमन प्रक्रिया है।
2. अधिगम एक सामाजिक क्रिया है।
3. अधिगम उत्पतिमूलक क्रमादेश है।
4. अधिगम एक अक्रमबद्ध प्रक्रिया है जिसके चार चरण है।
Ans- 2
7. इनमें से कौन-सा अध्यापक द्वारा पाड़ का उदाहरण नहीं है?
1. अनुकरण के लिए कौशलों का प्रदर्शन करना
2. रटना
3. इशारे एवं संकेत
4. सहपाठियों संग साझा शिक्षण
Ans- 2
8. लेव वायगोत्सकी के संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत को ……….. कहा जाता है क्योंकि वे तर्क देते हैं कि बच्चों का सीखना संदर्भ में होता है।
1. मनोगतिशील
2. मनोलैंगिक
3. सामाजिक सांस्कृतिक
4. व्यवहारात्मक
Ans- 3
9. जब कोई अध्यापिका किसी विद्यार्थी को उसके विकास के निकटस्थ क्षेत्र पर पहुंचाने के लिए सहायता को उसके निष्पादन के वर्तमान स्तर के अनुरूप है, तो अध्यापिका किस नीति का प्रयोग कर रही है। कर रही है।
1. सहयोगात्मक अधिगम का प्रयोग
2. अंतर पक्षता का प्रदर्शन
3. पाड़
4. विद्यार्थी में संज्ञानात्मक द्वंद पैदा करना
Ans- 3
10. लेव वायगोत्सकी द्वारा दिए बच्चों के विकास का सिद्धांत किस पर आधारित है ?
1. भाषा और संस्कृति
2. भाषा और परिपक्वता
3. भाषा और भौतिक जगत
4. परिपक्वता और संस्कृति
Ans- 1
11.समीपस्थ विकास के क्षेत्र’ की संरचना किसने प्रतिपादित की थी?
1. लॉरेंस कोहल
2. लेव वायगोत्स्की
3. ज़ोरोंन ब्रूनर
4. जीन पियाजे
Ans- 2
12. निम्न में से कौन-सा कथन बच्चों के संज्ञानात्मक विकास के विषय में जीन पियाजे और लेव वायगोत्सकी के विचारों के बीच मुख्य अंतर दर्शाता है?
1. पियाजे बच्चों के स्वतंत्र प्रयासों द्वारा जगत को अनुभव करने पर जोर देते हैं, जबकि वायगोत्स्की संज्ञानात्मक विकास को सामाजिक मध्यस्थ प्रक्रिया के रूप में देखते हैं।
2. पियाजे बच्चों को सक्रिय स्वतंत्र जीव के रूप में देखते हैं, जबकि वायगोत्स्की उन्हें मुख्यतः वातावरण द्वारा नियंत्रित जीव के रूप में देखते हैं।
3. पियाजे भाषा को बच्चों के संज्ञानात्मक विकास के लिए महत्वपूर्ण मानते हैं, जबकि विकास पर बल देते हैं।
4. पियाजे के अनुसार बच्चे अपने मार्गदर्शन के लिए स्वयं से बात कर सकते हैं, जबकि वायगोत्सकी के लिए बच्चों की बात आत्मकेन्द्रीयता का द्योतक है।
Ans- 1
13. एक अध्यापिका शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया में विद्यार्थियों को सहपाठियों से अंतः क्रिया कराकर एवं सहारा देकर अध्यापन करती है। यह शिक्षण अधिगम की प्रक्रिया किस पर आधारित है ?
1. लॉरेंस कोहलबर्ग के नैतिक विकास सिद्धांत पर
2. जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास सिद्धांत पर
3. लेव वायगोत्स्की के सामाजिक-सांस्कृतिक सिद्धांत पर
4. हावर्ड गार्डनर के बहुआयामी बुद्धि सिद्धांत पर
Ans- 3
14. वायगोत्स्की के सिद्धान्त के अनुसार ‘सहायक खोज’ किस में सहायक है।
1. संज्ञानात्मक द्वंद्व
2. उत्प्रेरक-प्रतिक्रिया सहचर्य
3. पुनर्बलन
4. सहपाठी- सहयोग
Ans- 4
15. कक्षा में विद्यार्थियों को त्यौहारों को मनाने के अपने अनुभवों को साझा करने के देना और उसके आधार पर सूचना निर्मित करने को बढ़ावा देना किसका उदाहरण है। ?
1. व्यवहारवाद
2. पाठ्यपुस्तक आधारित अध्यापन
3. सामाजिक संरचनावाद
4. प्रत्यक्ष निर्देशन
Ans- 3
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