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CTET Exam: परीक्षा में बहुत काम आने वाले हैं ‘बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र’ से जुड़े यह सवाल

CDP Quiz For CTET: वर्तमान समय में देश भर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर ऑनलाइन मोड में आयोजित की जा रही परीक्षा का आयोजन 28 दिसंबर 2022 से किया जा रहा है। जिसमें प्रतिदिन लाखों की संख्या में अभ्यर्थी शामिल हो रहे हैं। यदि आप भी इस परीक्षा में शामिल होने वाले हैं, तो आपके लिए यहां पर हम परीक्षा में शामिल हुए अभ्यर्थियों के द्वारा दिए गए फीडबैक के आधार पर आगामी शिफ्ट में पूछे जाने वाले संभावित प्रश्न नियमित रूप से शेयर करते आ रहे हैं। इसी कड़ी में आज ‘बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र’ से जुड़े ऐसे 15 सवाल आपके साथ शेयर कर रहे हैं, जो कि आपको परीक्षा में बेहतर परिणाम दिलाने में मददगार साबित हो सकते हैं।
सीटेट परीक्षा में शामिल होने से पहले पढ़े सीडीपी इन प्रश्नों को—CTET Exam CDP Multiple Choice Questions
1. After getting hurt during a play activity, Rohan started crying. Seeing this, his father responded, “Don’t behave like girls, boys don’t cry”. This statement by the father -/एक खेल क्रिया के दौरान चोट लगने पर रोहन रोने लगा। यह देखकर उसके पिता ने कहा, “लड़कियों की तरह व्यवहार ना करो, लड़के रोते नहीं हैं।” पिता का यह कथन
(1) reflects gender stereotype. /लैंगिक रूढ़िवादिताओं को दर्शाता है।
(2) challenges gender stereotype./लैंगिक रूढ़िवादिताओं को चुनौती देता है।
(3) reduces gender bias./लैंगिक भेदभाव को कम करता है।
(4) promotes gender equality./लैंगिक समानता को बढ़ावा देता है।
Ans- 1
2. In a progressive classroom/एक प्रगतिशील कक्षा में –
(1) a teacher should follow fixed curriculum./अध्यापक को अटल पाठ्यक्रम का पालन करना चाहिए।
(2) the emphasis should be on competition among students./विद्यार्थियों में प्रतिस्पर्धा पर बल देना चाहिए ।
(3) ample opportunities should be provided for construction of knowledge./ज्ञान की संरचना के लिए प्रचुर मौके प्रदान करने चाहिए ।
(4) students should be labelled on the basis of their academic scores./विदयार्थियों को उनके अकादमिक अंकों के आधार पर नामांकित करना चाहिए ।
Ans- 3
3. After observing that students are struggling to proceed further on an ongoing activity, a teacher decides to provide cues and hints in form of what, why, how. According to Lev Vygotsky’s theory, this strategy of teacher will/एक गतिविधि के दौरान, छात्रों को संघर्ष करते देख, एक अध्यापिका बच्चों को संकेत और इशारे जैसे ‘क्या, क्यों, कैसे’ प्रदान करने का फैसला लेती है। लेव वायगोत्स्की के सिद्धांत के अनुसार, अध्यापिका की यह योजना –
(1) demotivate the children to learn./बच्चों को अधिगम के लिए अनुत्प्रेरित / निष्प्रेरित करेगी
(2) act as a scaffold for learning./अधिगम के लिए पाड़ / आधारभूत संरचना का काम करेगी ।
(3) cause withdrawal tendency among students. /छात्रों में प्रत्याहार / निकास प्रवृतियाँ पैदा करेगी ।
(4) be meaningless in process of learning./अधिगम की प्रक्रिया में अर्थहीन होगी ।
Ans- 2
4. Which of the following is correct in the context of socialization of children?/बच्चों के समाजीकरण के संदर्भ में निम्न में से कौन सा कथन सही है ?
(1) School is a secondary socialization agent and family is a primary socialization agent./विद्यालय समाजीकरण का एक द्वितीयक कारक है और परिवार समाजीकरण का एक प्राथमिक कारक है।
(2) School is a primary socialization agent and peers are secondary socialization agents./विद्यालय समाजीकरण का एक प्राथमिक कारक है और समकक्षी समाजीकरण के दद्वितीयक कारक है।
(3) Peers are primary socialization agents and family is a secondary socialization agent./समकक्षी समाजीकरण के प्राथमिक कारक हैं और परिवार समाजीकरण का एक द्वितीयक कारक है।
(4) Family and mass-media both are secondary socialization agents./परिवार एवम् जन-संचार दोनों समाजीकरण के दद्वितीयक कारक है ।
Ans- 1
5. Theory of multiple intelligence emphasizes that/बहु-बुद्धि का सिद्धांत जोर देता है कि –
(1) Intelligence Quotient (IQ) can be measured only by objective tests./बुद्धि-लब्धि केवल वस्तुनिष्ठ परीक्षणों द्वारा ही मापी जा सकती है।
(2) Intelligence in one domain ensures intelligence in all other domains./एक आयाम में बुद्धिमत्ता, अन्य सभी आयामों में बुद्धिमता निर्धारित करती है ।
(3) There are several forms of intelligences. /बुद्धिमता की विभिन्न दशाएँ हैं ।
(4) There are no individual differences in intelligence./बुद्धिमता में कोई व्यक्तिगत विभिन्नताएँ नहीं होती हैं।
Ans- 3
6. According to Lawrence Kohlberg’s theory, “Performing an act and doing something because others approves it”, represents ————— stage of morality./लॉरेंस कोलबर्ग के सिद्धांत के अनुसार, “किसी कार्य को इसीलिए करना, क्योंकि दूसरे इसे स्वीकृति देते हैं”, नैतिक विकास के चरण को दर्शाता है
(1) Pre-conventional/प्रथा- पूर्व
(2) Conventional/प्रथागत
(3) Post-conventional/उत्तर प्रथागत
(4) Formal conventional/अमूर्त संक्रियात्मक
Ans- 2
7. Lev Vygotsky’s social-cultural perspective of learning emphasizes importance of —————- in the learning process./लेव वायगोत्स्की का सामाजिक-सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य, अधिगम प्रक्रिया में ————- के महत्व पर जोर देता है।
(1) Cultural tools/सांस्कृतिक उपकरणों
(2) Attribution/गुणारोपण
(3) Motivation/अभिप्रेरणा
(4) Equilibration/संतुलीकरण
Ans- 1
8. In his theory of cognitive development, Jean Piaget explains structures in terms of cognitive/जीन पियाजे अपने संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत में संज्ञानात्मक संरचनाओं को के रूप में वर्णित करते हैं ।
(1) Psychological tools/मनोवैज्ञानिक उपकरणों
(2) Stimulus-response association/उद्दीपक-अनुक्रिया संबंध
(3) Zone of proximal development/विकास का समीपस्थ क्षेत्र
(4) Schemas/स्कीमा / मनोबंध
Ans- 4
9. Pre-operational stage in Jean Piaget’s theory of cognitive development ———— characterizes/जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत में, पूर्व-संक्रियात्मक अवस्था में विकास मुख्य गुण क्या होता है ?
(1) Development of abstract thinking/अमूर्त सोच का विकास
(2) Centration in thought/ विचार सोच में केंद्रीकरण
(3) Hypothetico deductive thinking/परिकल्पित-निगमनात्मक सोच
(4) Ability to conserve and seriate objects/संरक्षण और पदार्थों को क्रमबद्ध करने की क्षमता.
Ans- 2
10. Which of the following statement is correct in context of development?/विकास के संदर्भ में निम्न में से कौन सा कथन सही है ?
(1) Development has the same rate of growth across cultures for everyone./विकास की दर, सभी संस्कृतियों में सभी के लिए समान होती है।
(2) Development occurs only through leaming that takes place in school./विकास केवल विद्यालय में होने वाले अधिगम से ही होता है
(3) Development occurs only during the period of childhood./विकास केवल बाल्यावस्था के दौरान ही होता है।
(4) Development is multi-dimensional./विकस बहुआयामी होता है
Ans- 4
11. Sequence of development among children from birth to adolescence is/जन्म से किशोरावस्था तक बच्चों में विकास किस क्रम में होता है ?
(1) sensory, concrete, abstract./सांवेदिक, मूर्त, अमूर्त
(2) abstract, sensory, concrete./अमूर्त, सांवेदिक, मूर्त
(3) concrete, abstract, sensory./मूर्त, अमूर्त, सांवेदिक
(4) abstract, concrete, sensory/अमूर्त, मूर्त, सांवेदिक.
Ans- 1
12. Individual differences in a progressive classroom should be treated as/एक प्रगतिशील कक्षा में व्यक्तिगत विभिन्नताओं को किस प्रकार देखा जाना चाहिए ?
(1) a hindrance to the process of learning./अधिगम की प्रक्रिया में बाधा
(2) a failure on the part of teacher./अध्यापक के पक्ष पर असफलता ।
(3) criteria for making ability-based groups./योग्यता आधारित समूह बनाने का मापदंड ।
(4) important for planning of teaching-learning process./अध्यापन-अधिगम प्रक्रिया की परियोजना के लिए महत्त्वपूर्ण ।
Ans- 4
13. In an Inclusive classroom emphasis should be on/एक समावेशी कक्षा में पर जोर होना चाहिए ।
(1) performance oriented goals./प्रदर्शन अभिमुखी लक्ष्यों
(2) undifferentiated instructions/अविभेदी / समरूपी निर्देशों
(3) segregation of students based on their social identity./सामाजिक पहचान के आधार पर छात्रों के अलगाव
(4) providing opportunities aiming at maximizing potential of individual children./हर बच्चे के सामर्थ्य को अधिकतम करने के लिए अवसर प्रदान करने
Ans- 4
14. According to Right of Persons with Disabilities Act (2016), which of the following term is appropriate to use?/दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम (2016) के अनुसार, निम्न में से किस शब्दावली का प्रयोग उपयुक्त है ?
(1) Retarded student/मंदित छात्र
(2) Handicapped student/विकलांग छात्र
(3) Student with physical disability/छात्र जिसे शारीरिक दिव्यांगता है ।
(4) Student with crippled body/छात्र जिसका अशक्त शरीर है।
Ans- 3
15. In order to address the needs of students who are facing learning difficulties, a teacher should NOT/अधिगम कठिनाइयों से जूझते छात्रों की जरूरतों को संबोधित करने के लिए, एक अध्यापक को क्या नहीं करना चाहिए ?
(1) use multiple audio-visual aids./दृश्य-श्रव्य सामग्रियों का इस्तेमाल
(2) use constructive pedagogical approaches./संरचनात्मक शिक्षाशास्त्रीय उपागमों का इस्तेमाल
(3) do individualized educational planning./व्यक्तिगत शैक्षिक योजना बनाना
(4) practice rigid structures for pedagogy and assessment./शिक्षाशास्त्र और आकलन की जटिल संरचनाओं का प्रयोग
Ans- 4
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यहाँ हमने आगामी सीटीईटी परीक्षा की तैयारी कर रहे अभ्यर्थीयो के लिए ”बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र” से जुड़े महत्वपूर्ण सवाल (CDP Quiz For CTET) विषय के महत्वपूर्ण सवालों का अध्ययन किया है CTET सहित सभी शिक्षक पात्रता परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए आप हारे TELEGRAM CHANNEL के सदस्य जरूर बने Join Link नीचे दी गई है?
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UP Teacher Vacancy 2023: योगी सरकार का तोहफा, 51 हजार शिक्षक भर्ती जल्द, CTET-UPTET क्वालीफाई को मिलेगी एंट्री

UP Shikshak Bharti 2023 (UPDATED): उत्तर प्रदेश में लंबे समय से शिक्षक भर्ती परीक्षा का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों के लिए अच्छी खबर है. उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद (UPBEB) जल्द ही शिक्षक के 51 हजार से अधिक रिक्त पदों पर बंपर भर्ती निकालने वाला है. नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक लोकसभा चुनाव से पहले योगी सरकार प्रदेश में माध्यमिक व राजकीय विद्यालयों में रिक्त शिक्षकों के पदों पर भर्ती करने जा रही है.
इतने पदों पर होगी भर्ती
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बेसिक शिक्षा विभाग में टीजीटी/ पीजीटी शिक्षकों के लगभग 51 हजार से अधिक पद रिक्त हैं, इसके अलावा राजकीय विद्यालयों में शिक्षकों के 7 हजार 471 पद रिक्त हैं. तो वही बात करें प्रवक्ता तथा सहायक अध्यापकों के पदों कि तो बताया जा रहा है प्रवक्ता के 2115 जबकि सहायक अध्यापक के 5256 पद खाली हैं जिनपर भर्ती की जानी है.
CTET-UPTET पास कर सकेंगें आवेदन
उत्तर प्रदेश के प्राइमरी तथा अपर प्राइमरी सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती सुपर टेट परीक्षा (SUPER TET) के माध्यम से की जाती है, जिसका आयोजन उत्तर प्रदेश बेसिक एजुकेशन बोर्ड द्वारा किया जाता है. सुपर टेट परीक्षा में केवल वे अभ्यर्थी ही शामिल हो सकते हैं जिन्होंने यूपी टेट परीक्षा (Uttar Pradesh Teacher Eligibility Test– UPTET) पास की हो. बहुत से अभ्यर्थियों के मन में यह सवाल भी रहता है कि क्या सीटेट परीक्षा क्वालीफाई अभ्यर्थी यूपी शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल हो सकते हैं?
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश शिक्षक भर्ती परीक्षा यानी सुपर टेट में शामिल होने के लिए उम्मीदवार को किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक डिग्री तथा टीचिंग ट्रेनिंग कोर्स (D.El.Ed, BTC, B.Ed. आदि) पास किया होना चाहिए साथ ही UPBEB द्वारा आयोजित यूपी टेट परीक्षा पास होना जरूरी है. इसके अलावा पेपर -1 के लिए सीटेट पास अभ्यर्थी भी सुपर टेट परीक्षा देने के पात्र होते हैं.
यदि बात करें आयु सीमा की तो न्यूनतम 21 वर्ष से लेकर अधिकतम 40 वर्ष की आयु वाले अभ्यर्थी सुपर टेट परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं हालांकि उत्तर प्रदेश के मूल निवासी अभ्यर्थियों को कैटेगरी वाइज अधिकतम आयु में छूट का प्रावधान है अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक नोटिफिकेशन पढ़ें.
इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट ctet.nic.in पर जाकर अपना आवेदन सबमिट कर सकते हैं. सीटेट परीक्षा पास करने पर उम्मीदवार सुपर टेट के साथ ही केंद्र सरकार द्वारा संचालित केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय तथा आर्मी पब्लिक स्कूल आदि में निकलने वाली शिक्षकों की भर्ती में भी शामिल हो सकते हैं.
कब आएगा यूपीटीईटी नोटिफ़िकेशन? (UPTET 2023 Notification Update)
उत्तर प्रदेश में शिक्षक बनने की चाह रखने वाले लाखों अभ्यर्थी उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी यूपीटीईटी के नोटिफिकेशन का इंतजार कर रहे हैं नवीनतम मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यूपीटीईटी परीक्षा का नोटिफिकेशन फ़रवरी 2023 के अंतिम सप्ताह या मार्च के पहले सप्ताह तक जारी किया जा सकता है। नोटिफिकेशन जारी होने के बाद अभ्यर्थी आधिकारिक वेबसाइट updeled.gov.in पर जाकर आवेदन कर पाएंगे. जिसके बाद अप्रैल महीने में ऑनलाइन मोड में UPTET परीक्षा आयोजित की जाएगी.
अधिक जानकारी के लिए अभ्यर्थी लगातार शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर विजिट करते रहें बता दें कि यूपीटीईटी परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी की उम्र 18 साल या उससे अधिक होनी चाहिए इसके साथ ही बैचलर डिग्री या समकक्ष डिप्लोमा होना जरूरी है।
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CTET Answer Key 2023: शिक्षक पात्रता परीक्षा की आंसर की करें डाउनलोड, जानें कब तक आयेगा परीक्षा परिणाम

CTET Answer Key 2023: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड याने CBSE द्वारा आयोजित की जाने वाली CTET परीक्षा आज 7 फ़रवरी को पूरी हो चुकी है, यह परीक्षा 28 दिसंबर अग़ल-अलग दिन दो शिफ्ट में आयोजित की जा रही है जिसमें शिक्षक बनने की चाह रखने वाले लाखों अभ्यर्थी शामिल हुए है। अब परीक्षा की समाप्ति के बाद अभ्यर्थी अपनी आंसर की जारी होने का इंतज़ार कर रहे है, बता दें कि परीक्षा समाप्ति के कुछ दिन के भीतर ही CBSE द्वारा आंसर की जारी कर दी जाती है।
इस दिन जारी होगी आंसर की
CTET परीक्षा में शामिल हुए अभ्यर्थियों का इंतज़ार जल्द ही ख़त्म होने वाला है मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़ CBSE द्वारा 11 फ़रवरी 2023 को आधिकारिक वेबसाइट ctet.nic.in पर CTET पेपर 1 तथा पेपर 2 की आंसर की जारी कर दी जाएगी। इसके बाद मार्च माह में फाइनल आंसर-की तथा परीक्षा परिणाम जारी किया जा सकता है।
बता दें आंसर की लिंक ऐक्टिव होने के बाद उम्मीदवार अपने रजिस्ट्रेशन नंबर तथा जन्म तारीख़ की सहायता से आधिकारिक वेबसाइट पर लॉगिन कर अपनी उत्तर कुंजी डाउनलोड कर पाएँगें।
परीक्षा में लागू होगा नॉर्मलिज़ेशन
सीबीएसई द्वारा दिसंबर 2021 में पहली बार CTET परीक्षा ऑनलाइन आयोजित की गई थी, तथा इस बार भी यह परीक्षा ऑनलाइन ही आयोजित हुई है। चुकी परीक्षा का आयोजन अलग- अगल दिन कई शिफ़्टों में किया गया है लिहाज़ा परीक्षार्थियों के मध्य समान प्रतिस्पर्द्धा क़ायम रखने के लिए नॉर्मलिज़ेशन व्यवस्था को लागू किया गया है। बता दें कि परीक्षा में नॉर्मलिज़ेशन होने की जानकारी CBSE द्वारा नोटिफिकेशन जारी कर पहले ही दे दी गई थी।
CTET Exam Cut Off 2023
सीटीएटी परीक्षा में कैटेगरी वाइज कटऑफ़ निर्धारित किया गया है। पेपर 1 तथा पेपर 2 के लिए कट ऑफ अंक समान है। सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी को इस परीक्षा में पास होने के लिए 60 प्रतिशत अंक याने 150 नंबर के पेपर में 90 अंक लाना होगा, जबकि आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को 55 प्रतिशत अंक यानें 150 अंक के पेपर में 82 अंक लाना होगा।
Category | Minimum qualifying percentage | Minimum qualifying Marks |
Schedule Caste (SC) | 55% | 82 out of 150 |
Schedule Tribe (ST) | 55% | 82 out of 150 |
CTET Exam 2023 Important FAQs
नहीं, CBSE द्वारा आयोजित सीटीईटी परीक्षा में किसी भी प्रकार की नकारात्मक मार्किंग नहीं की जाती है।
आजीवन, CTET परीक्षा पास करने वालों अभ्यर्थियों को मिलने वाले सर्टिफिकेट की वैद्यता लाइफ टाइम कर दी गई है जो पहले 7 वर्ष थी।
इस परीक्षा में शामिल होने के लिए अधिकतम उम्र सीमा निर्धारत नहीं है, हालाकि न्यूनतम आयु 18 वर्ष होना चाहिए।
उम्मीदवार जीतने बार चाहे उतने बार सीटीईटी परीक्षा में शामिल हो सकते है, जो अभ्यर्थी इस परीक्षा में पास हो चुके है वे अपने स्कोर को सुधार के लिए दुबारा परीक्षा दे सकते है।
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CTET 2022-23: लेव वाइगोत्सकी के सिद्धांत से परीक्षा में पूछे जा रहे है ये सवाल, अभी पढ़ें

Lev Vygotsky’s Theories Based MCQ For CTET: शिक्षक बनने के लिए जरूरी सीटेट यानी केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन 7 फरवरी 2023 तक ऑनलाइन सीबीटी मोड में किया जा रहा है. यह परीक्षा 29 दिसंबर 2023 से शुरू हुई थी तथा अब 3, 4, 6 तथा 7 फरवरी को परीक्षा का आयोजन होना बाकी है. यदि आप भी आगामी सीटेट परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं तो इस आर्टिकल में दी गई जानकारी आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं.
यहां पर हम नियमित रूप से सीटेट परीक्षा के लिए प्रैक्टिस सेट शेयर करते रहे हैं। इसी श्रृंखला में आज हम लेव वाइगोत्सकी के सिद्धांत पर आधारित कुछ ऐसे सवाल लेकर आए हैं, जो की परीक्षा में पूछे जा सकते हैं। तो लिए जाने इन महत्वपूर्ण सवालों को जो की इस प्रकार हैं।
लेव वाइगोत्सकी के सिद्धांत से जुड़े संभावित प्रश्न—CTET Exam Lev Vygotsky’s Theories Related Questions
1. लेव वाइगोत्स्की के अनुसार, निम्न में से किसके लिए “समीपस्थ विकास क्षेत्र” का इस्तेमाल करना चाहिए?
1. अध्यापन और मूल्याँकन
2. केवल अध्यापन
3. केवल मूल्यांकन
4. प्रवाही बौद्धिकता की पहचान
Ans- 1
2. एक विशिष्ट संप्रत्यय को पढ़ाने हेतु एक अध्यापिका बच्चे को आधा हल किया हुआ उदाहरण देती है। लेव वायगोत्सकी के अनुसार अध्यापिका किस रणनीति का इस्तेमाल कर रही है?
1. अवलोकन अधिगम
2. पाड़
3. द्वंद्वात्मक अधिगम
4. अनुकूलन
Ans- 2
3. ‘समीपस्थ विकास के क्षेत्र का संप्रत्यय किसने प्रतिपादित किया है?
1. जेरोम ब्रूनर
2. डेविड ऑसबेल
3. रोबर्ट एम. गायने
4 लेव व्यागोत्सकी
Ans- 4
4. रश्मि अपनी कक्षा में विद्यार्थियों के सीखने की क्षमता को ध्यान में रखकर विभिन्न प्रकार के कार्यकलापों का उपयोग करती है और सहपाठियों द्वारा अधिगम को बढ़ावा देने के लिए समूह भी बनाती है। निम्नलिखित में से कौन-सा इसका समर्थन करता है?
1. सिग्मंड फ्रॉयड का मनो यौनिक सिद्धांत
2. लेव वायगोत्सकी का सामाजिक सांस्कृतिक सिद्धांत
3. लॉरेंस कोहलबर्ग का नैतिक विकास का सिद्धांत
4. बी. एफ. स्किनर का व्यवहारवादी सिद्धांत
Ans- 2
5. वायोगात्सकी के सिद्धांत के अनुसार ‘निजी संवाद’
1. बच्चों के आत्मकेंद्रीयता का घोतक है।
2. बच्चों के क्रियाकलापों और व्यवहार का अवरोधक है।
3. जटिल कार्य करते समय बच्चे को उसके व्यवहार संचालन में सहायता देता है।
4. यह संकेत देता है कि संज्ञान कभी भी आंतरिक नहीं होता।
Ans- 3
6. कौन सा कथन लेव व्यागोत्सकी के मूल सिद्धांत को सही मायने में दर्शाता है?
1. अधिगम एक अन्तमन प्रक्रिया है।
2. अधिगम एक सामाजिक क्रिया है।
3. अधिगम उत्पतिमूलक क्रमादेश है।
4. अधिगम एक अक्रमबद्ध प्रक्रिया है जिसके चार चरण है।
Ans- 2
7. इनमें से कौन-सा अध्यापक द्वारा पाड़ का उदाहरण नहीं है?
1. अनुकरण के लिए कौशलों का प्रदर्शन करना
2. रटना
3. इशारे एवं संकेत
4. सहपाठियों संग साझा शिक्षण
Ans- 2
8. लेव वायगोत्सकी के संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत को ……….. कहा जाता है क्योंकि वे तर्क देते हैं कि बच्चों का सीखना संदर्भ में होता है।
1. मनोगतिशील
2. मनोलैंगिक
3. सामाजिक सांस्कृतिक
4. व्यवहारात्मक
Ans- 3
9. जब कोई अध्यापिका किसी विद्यार्थी को उसके विकास के निकटस्थ क्षेत्र पर पहुंचाने के लिए सहायता को उसके निष्पादन के वर्तमान स्तर के अनुरूप है, तो अध्यापिका किस नीति का प्रयोग कर रही है। कर रही है।
1. सहयोगात्मक अधिगम का प्रयोग
2. अंतर पक्षता का प्रदर्शन
3. पाड़
4. विद्यार्थी में संज्ञानात्मक द्वंद पैदा करना
Ans- 3
10. लेव वायगोत्सकी द्वारा दिए बच्चों के विकास का सिद्धांत किस पर आधारित है ?
1. भाषा और संस्कृति
2. भाषा और परिपक्वता
3. भाषा और भौतिक जगत
4. परिपक्वता और संस्कृति
Ans- 1
11.समीपस्थ विकास के क्षेत्र’ की संरचना किसने प्रतिपादित की थी?
1. लॉरेंस कोहल
2. लेव वायगोत्स्की
3. ज़ोरोंन ब्रूनर
4. जीन पियाजे
Ans- 2
12. निम्न में से कौन-सा कथन बच्चों के संज्ञानात्मक विकास के विषय में जीन पियाजे और लेव वायगोत्सकी के विचारों के बीच मुख्य अंतर दर्शाता है?
1. पियाजे बच्चों के स्वतंत्र प्रयासों द्वारा जगत को अनुभव करने पर जोर देते हैं, जबकि वायगोत्स्की संज्ञानात्मक विकास को सामाजिक मध्यस्थ प्रक्रिया के रूप में देखते हैं।
2. पियाजे बच्चों को सक्रिय स्वतंत्र जीव के रूप में देखते हैं, जबकि वायगोत्स्की उन्हें मुख्यतः वातावरण द्वारा नियंत्रित जीव के रूप में देखते हैं।
3. पियाजे भाषा को बच्चों के संज्ञानात्मक विकास के लिए महत्वपूर्ण मानते हैं, जबकि विकास पर बल देते हैं।
4. पियाजे के अनुसार बच्चे अपने मार्गदर्शन के लिए स्वयं से बात कर सकते हैं, जबकि वायगोत्सकी के लिए बच्चों की बात आत्मकेन्द्रीयता का द्योतक है।
Ans- 1
13. एक अध्यापिका शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया में विद्यार्थियों को सहपाठियों से अंतः क्रिया कराकर एवं सहारा देकर अध्यापन करती है। यह शिक्षण अधिगम की प्रक्रिया किस पर आधारित है ?
1. लॉरेंस कोहलबर्ग के नैतिक विकास सिद्धांत पर
2. जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास सिद्धांत पर
3. लेव वायगोत्स्की के सामाजिक-सांस्कृतिक सिद्धांत पर
4. हावर्ड गार्डनर के बहुआयामी बुद्धि सिद्धांत पर
Ans- 3
14. वायगोत्स्की के सिद्धान्त के अनुसार ‘सहायक खोज’ किस में सहायक है।
1. संज्ञानात्मक द्वंद्व
2. उत्प्रेरक-प्रतिक्रिया सहचर्य
3. पुनर्बलन
4. सहपाठी- सहयोग
Ans- 4
15. कक्षा में विद्यार्थियों को त्यौहारों को मनाने के अपने अनुभवों को साझा करने के देना और उसके आधार पर सूचना निर्मित करने को बढ़ावा देना किसका उदाहरण है। ?
1. व्यवहारवाद
2. पाठ्यपुस्तक आधारित अध्यापन
3. सामाजिक संरचनावाद
4. प्रत्यक्ष निर्देशन
Ans- 3
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