उनका परिवार बड़ा होने से उनके घर की स्थिति काफी नाजुक हालत में थी, घर के दो टाइम खाने का खर्चा भी बहुत मुश्किल से निकल पाता था
अपनी 12 वी की पाधिया के बाद वे आईआईटी की पढ़ाई करने लगे लेकिन उनको इसमे सफलता नहीं मिल पाई, जिससे वे हताश हो गए थे।