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CTET 2022: सीटेट परीक्षा में शामिल होने से पहले ‘गणित पेडागोजी’ के इन सवालों को एक नजर जरूर पढ़ें!

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Math Pedagogy MCQ Test For CTET Exam:
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Math Pedagogy MCQ Test For CTET Exam: टीचिंग के क्षेत्र में रुचि रखने वाले लाखों अभ्यर्थी हर वर्ष शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल होते हैं। यदि आप भी सरकारी शिक्षक बनने की चाह रखते हैं, और केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा में सम्मिलित होने जा रहे हैं, तो आपके लिए अब महज कुछ ही दिनों का समय शेष रह गया है। परीक्षा का आयोजन दिसंबर से जनवरी माह के बीच में देशभर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर किया जाएगा। यहां पर हम आपके लिए परीक्षा में पूछे जाने वाले गणित पेडागोजी के कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न लेकर आए हैं जो कि इस प्रकार हैं।

केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा में पूछे जा सकते हैं गणित शिक्षण शास्त्र के कुछ ऐसे प्रश्न

Q. राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा 2005 के अनुसार, विद्यालय में गणित शिक्षण का संकीर्ण उददेश्य है। /As per the NCF 2005, the narrow aim of teaching Mathematics at schools is

(1) रैखिक बीजगणित से सम्बन्धित दैनिक जीवन की समस्याओं की शिक्षा/to teach daily life problems related to linear algebra

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(2) संख्यात्मक कौशलों का विकास/to develop numeracy related skills

(3) बीजगणित पढ़ाना/to teach algebra

(4) परिकलन व मापन पढ़ाना/to teach calculation and measurements

Ans- 2 

Q. जीन पियाजे द्वारा दिए गए ज्ञान के क्षेत्रों में निम्नलिखित कथनों में से कौन सा कथन सही है? /According to the domains of knowledge given by Jean Piaget, which of the following statement is true?

1. संख्याएँ भौतिक ज्ञान में आती हैं। क्योंकि बच्चे संख्याओं को वस्तुओं की गणना से संबंधित करके सीखते हैं। /Numbers come under physical knowledge as children learn numbers by associating them with counting of objects.

2. संख्याएँ सामाजिक परम्परागत ज्ञान में आती हैं, क्योंकि बच्चे इन्हें वास्तविक दुनिया के अनुभवों से सीखते हैं। /Numbers come under social conventional knowledge as children learn through real world experiences.

3. संख्याएँ तर्कसंगत-गणितीय ज्ञान में आती हैं, क्योंकि संख्याएँ वे सम्बन्ध हैं। | जिनकी रचना बच्चा मन में करता है। /Numbers come under logico- mathematical knowledge as numbers are the a child creates mentally.

4. संख्याएँ सामाजिक-सांस्कृतिक ज्ञान में आती हैं, क्योंकि प्रत्येक संस्कृति में संख्याओं को अलग तरीके से दर्शाया जाता है।/Numbers come under socio-cultural knowledge as each culture represents numbers differently.

Ans- 3 

Q. निम्नलिखित में से कौन सा डीन्स के सिद्धांत | का नियम नहीं है?/Which of the following is NOT one of the principles of the Dienes theory?

1. रचनात्मक नियम/Constructivity Principle

2. गतिक नियम/Dynamic Principle

3. उत्क्रमणीयता/ प्रतिवर्ती नियम/Reversibility Principle

4. गणितीय परिवर्तनशीलता नियम/Mathematical Variability Principle

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Ans- 3 

Q. निम्नलिखित में से कौन-सा पोल्या के समस्या- समाधान के प्रतिरूप (मॉडल) का चरण नहीं है? /Which of the following is NOT a step of Polya’s problem-solving model?

1. समस्या को समझना /Understanding the problem

2. कलनविधि को याद करना /Memorizing the algorithm

3. योजना की युक्ति निकालना / योजना बनाना /Devise a plan

4. पुनः जाँचना/Look back

Ans- 2 

Q. राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा (2005) के अनुसार प्राथमिक कक्षाओं में गणित पाठ्यचर्या ————– होनी चाहिए।/ According to National Curriculum Framework 2005, mathematics curriculum in primary classes should:

(a) सुसंगत/be ambitious

(b) महत्त्वकांक्षी/be coherent

(c) महत्त्वपूर्ण मानक कलनविधियों पर बल देने वाली/ focus on formal algorithms 

1. (a) और (c) 

2. केवल (a)

3. (a) और (b)

4. केवल (c)

Ans- 3 

Q. राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रुपरेखा (2005) बल देता है कि स्कूल गणित गतिविधि- आधारित हो। ऐसा है क्योंकि :/ National Curriculum Framework (2005) emphasizes that school mathematics must be activity – oriented. This is because:

a. यह विद्यार्थियों को आजीविका कमाने  के कौशल के विकास में सहायता करता है। /It helps students to develop skills to earn livelihood.

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b. यह विद्यार्थियों को गणित में अर्थपूर्ण समस्याओं को हल करने / सुलझाने के लिए प्रोत्साहित करता है।/It motivates students to solve meaningful problems in mathematics. 

c. गणित में अमूर्त संकल्पनाओं को समझने के लिए यह मूर्त अनुभव उपलब्ध कराता है।/It provides concrete experiences to understand abstract concepts in mathematics.

d. यह प्राथमिक कक्षाओं में बच्चों को मनोरंजन का समय उपलब्ध कराता है। /It provides recreation time to children in primary classes.

सही विकल्प का चयन कीजिए-/Choose the correct option.

1. b और c

2. a और c 

3. केवल d

4. a और d

Ans- 1 

Q. राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा 2005 के अनुसार, निम्नलिखित में कौन-सा प्राथमिक स्तर पर गणित की पाठ्य पुस्तक की एक वांछनीय | विशेषता को निरूपित करता है ? /According to National Curriculum Framework 2005, Which of the following represents one of the most desirable feature of a mathematics text book at primary level?

1. अवधारणाओं को अमूर्त से मूर्त की ओर प्रस्तुत किया जाना चाहिए। /Concepts must be presented from abstract to concrete

2. पाठ्य-पुस्तक के आवरण पृष्ठ को आकर्षक और रंगीन होना चाहिए। /The cover page of the text book should be attractive and colourful 

3. इसमें सूत्रों और कलन-विधियों पर आधारित गणितीय समस्याएं सम्मिलित होनी चाहिए। /It should include mathematical problems based on formulae and algorithms 

4. इसमें गणितीय समस्याएँ, जोकि | संदर्भात्मक और बच्चों के जीवन के अनुभवों से संबंधित हो उनको प्रस्तुत करना चाहिए।/It should present the mathematical problems that are contextual and related to life experiences of children.

Ans- 4 

Q. राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा (2005) के अनुसार निम्न में से कौन-सी प्रक्रियाएँ बच्चे के चिंतन के गणितीकरण की सूचक है/According to National Curriculum Framework’ 2005, which of the following processes are indicative of ‘Mathematization of child’s thinking’?

1. गणितीय संप्रेषण केवल सूत्र के द्वारा करना। /Mathematical communication only through a formula

2. प्रश्न को हल करने के लिए मानक क्रिया-विधि का उपयोग और उत्तरों की जाँच उत्तर की कंजी से करना ।/Solving the problem using formal procedures and checking the answers from an answer key 

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3. आस-पास की भिन्न-भिन्न वस्तुओं | के भार का अनुमान लगाना और उत्तरों पर सहपाठियों तथा शिक्षकों के साथ विचार-विमर्श करना ।/Estimating the weights of different objects in surroundings and discussing the answers with peers and teachers

4. शिक्षक द्वारा दिये गए सुनिश्चित | निर्देशों के अनुसार योग पर क्रिया-कलाप करना।/Doing an activity on addition following the strict prescribed instructions given by the teacher

Ans- 3 

Q. राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रुपरेखा | 2005 के अनुसार, निम्नलिखित में से कौन सा गणित शिक्षण का उद्देश्य, प्राथमिक कक्षाओं के | लिए न्यूनतम उपयुक्त है?/According to National Curriculum Framework 2005, which of the following aims of teaching mathematics is least appropriate for primary classes?

1. दिक्स्थान संबंधित समझ में  वृद्धि करना।/Enhancing spatial understanding 

2. गणित के प्रति रुचि को पोषित  करना।/ Nurturing interest in mathematics

3. वास्तविक जीवन के अनुभवों को गणित से जोड़ना । /Connecting real life experiences to mathematics 

4. बीजीय चिंतन की कुशलता को विकसित करना।/ Developing expertise of algebraic thinking

Ans- 4 

Q. राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा 2005 के अनुसार निम्नलिखित में से कौन से विषय प्राथमिक विदयालयों में गणित पाठयक्रम का भाग नहीं है।/ Which of the following topics are not part of the primary school Mathematics curriculum as per NCF 2005?

1. पूर्णाक/ Integers

2. चौपड़ (टाइलिंग) /Tessellations

3. अनुमान लगाना/Estimation

4. सममिति/Symmetry

Ans- 1 

Q. राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2005 में यह उल्लेख | किया गया है कि गणित शिक्षण महत्त्वाकांक्षी, सुसंगत और महत्त्वपूर्ण होना चाहिए। यहाँ ‘महत्त्वाकांक्षी’ से तात्पर्य निम्नलिखित में से किसकी उपलब्धि है? /NCF, 2005 states that Mathematics teaching should be ambitious, coherent and important. Here, ‘ambitious’ refers to achievement of

(1) गणित के संकीर्ण उद्देश्यों (लक्ष्यों) की/narrow goals of Mathematics

(2) गणित को अन्य विषयों से जोड़ने की/linking of with other subjects

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(3) गणित के अनुप्रयोग की/application of Mathematics 

(4) गणित के उच्च उद्देश्यों (लक्ष्यों) की/higher goals of Mathematics

Ans- 4 

Q. निम्नलिखित में से कौन सा कथन गणित में मानचित्रण के बारे में सही नहीं है?/Which of the following statements is NOT true about mapping in mathematics

1. मानचित्रण उच्च गणित में कई विषयों का आधार (मूलाधार) बनाता है।/Mapping forms the basis for many topics in higher mathematics

2. मानचित्रण दिक्स्थान संबंधी सोच को मजबूत करता है।/Mapping strengthens spatial thinking 

3. मानचित्रण समानुपातिक सोच को बढ़ावा देता है।/Mapping promotes proportional thinking

4. मानचित्रण में केवल अपने आस-पास के मानचित्र का आरेखन शामिल होता है।/Mapping only includes drawing of a map of one’s surroundings

Ans- 4 

Q. प्राथमिक गणित कक्षा में भिन्नों की अवधारणा के परिचय के लिए निम्नलिखित रणनीतियों में से कौन-सी अति उपयुक्त है? /Which of the following is the most appropriate strategy to introduce the concept of Fractions in primary mathematics class?

1. विद्यार्थियों के समक्ष भिन्नों पर  इबारती सवाल (शब्द समस्या) रखना। /Posing a word problem on fractions.

2. ½  और ¼  को निरूपित करने के लिए चित्रों के चार्ट को दिखाना।/Showing a picture chart representing ½ and ¼ 

3. संख्या रेखा पर एक भिन्न को निरूपित करना। /Representing a fraction on a number line.

4. कागज़ मोड़ने के क्रियाकलापों को सममित आयताकार पट्टियों एवं वृत्तीय वृत्ताकार कट-आउट के साथ करना।/Doing paper folding activities with symmetrical rectangular strips and circular cut-outs

Ans- 4 

Q. गणित शिक्षण में ‘साँप और सीढ़ी” के खेल का उपयोग अत्यधिक उपयुक्त होगा, उन अवधारणाओं को विकसित करने के लिए जो संबंधित हैं —————– से:/Use of the game “Snakes and Ladders” in mathematics teaching is most appropriate for developing the concepts related with

1. मापन/Measurements 

2. संख्यायों/Numbers

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3. आकृतियों/Shapes

4. ज्यामिति/Geometry

Ans- 2 

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CTET Result 2023: सीटेट Answer Key तथा Result जारी होने की डेट निश्चित, नॉर्मलाइजेशन को लेकर बड़ा अपडेट

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CTET Result 2023
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CBSE द्वारा केंद्र सरकार के माध्यम से संचालित स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए आयोजित की जाने वाली केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा 7 फरवरी को समाप्त हो चुकी है. अब इस परीक्षा में शामिल हुए परीक्षार्थी अपनी Answer Key तथा Result जारी होने का इंतजार कर रहे हैं. 

ज़ी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक सीटेट परीक्षा की प्रोविजनल Answer Key तथा CTET Result 2023 जारी होने की तिथि निश्चित की जा चुकी है तथा जल्द ही अभ्यर्थियों का इंतजार खत्म होने वाला है.

 पहले जारी होगी प्रोविजनल Answer Key

सीबीएसई द्वारा पहले प्रोविजनल Answer Key जारी की जाएगी, जिस पर परीक्षार्थियों को ऑब्जेक्शन दर्ज करने का मौका दिया जाएगा, हालांकि अभ्यर्थियों को आपत्ति दर्ज करने के लिए प्रति प्रश्न ₹1000 शुल्क देना होगा. यदि अभ्यर्थी की आपत्ति सही पाई जाती है तो ऑब्जेक्शन शुल्क अभ्यर्थी को लौटा दिया जाएगा. प्रोविजनल Answer Key पर प्राप्त हुई सभी आपत्तियों का निराकरण सीबीएसई द्वारा गठित एक्सपर्ट टीम द्वारा किया जाएगा, जिसके पश्चात Final Answer Key तथा Result जारी होगा.

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6 सप्ताह में आएगा रिजल्ट

केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा का परीक्षा परिणाम जारी होने में अमूमन 6 सप्ताह का समय  लगता है, सीबीएसई की इस बार कोशिश है कि वे तय समय के भीतर परीक्षा परिणाम जारी कर दें. सूत्रों के मुताबिक सीटेट प्रोविजनल Answer Key अगले सप्ताह तक जारी हो जाएगी तो वही सीटेट परीक्षा का Result 21 मार्च 2023 तक अधिकारी वेबसाइट ctet.nic.in पर जारी कर दिया जाएगा.

नॉर्मलाइजेशन को लेकर असमंजस में अभ्यर्थी

केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) में शामिल हुए अभ्यर्थी नॉर्मलाइजेशन को लेकर असमंजस में है. आपको बता दें कि सीबीएसई द्वारा साल 2021 में पहली बार सीटेट परीक्षा ऑनलाइन सीबीटी मोड में आयोजित की थी. चूकी परीक्षा अलग-अलग दिन शिफ्ट में आयोजित की गई थी लिहाजा परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया अपनाई गई थी इस बार भी परीक्षा ऑनलाइन ही आयोजित हुई है ऐसे में नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया इस बार भी लागू होगी.

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CTET परीक्षा क्वालीफाई होने के बाद इन स्कूलों में बन सकते हैं सरकारी शिक्षक!

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After Qualifying CTET Exam Career Options
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After Qualifying CTET Exam Career Options: CTET शिक्षण क्षेत्र में करियर बनाने के लिए भारत में एक प्रतिष्ठित परीक्षा है। यह उन उम्मीदवारों के बीच सबसे लोकप्रिय परीक्षा है, जो शिक्षण क्षेत्रों में अपना करियर विकसित करना चाहते हैं। तो उनके लिए यहां पर हम सीटेट परीक्षा में उत्तीर्ण होने के पश्चात अगले चरण की रणनीति पर चर्चा कर रहे हैं। 

केंद्रीय शिक्षक पात्रता (CTET) सरकारी स्कूलों या सरकारी निकायों / संस्थानों द्वारा चलाए जा रहे स्कूलों में शिक्षक भर्ती के लिए पात्रता परीक्षाओं में से एक है। इस परीक्षा का आयोजन साल में दो बार सीबीएसई बोर्ड के द्वारा किया जाता है । इस वर्ष यह परीक्षा 28 दिसंबर 2022 से 7 फरवरी 2023 तक आयोजित की गई थी। जिसमें देशभर से लाखों की संख्या में अभ्यर्थी शामिल हुए।

एक बार जब आप CTET परीक्षा उत्तीर्ण कर लेते हैं, तो आप केंद्र सरकार के स्कूलों जैसे केंद्रीय विद्यालय, DSSSB और नवोदय समिति स्कूलों में प्राथमिक शिक्षकों, TGT और PGT पदों के लिए आवेदन करने के पात्र हो जाते हैं।

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केंद्रीय विद्यालय (KVS School Teacher)

केंद्रीय विद्यालय में सरकारी शिक्षक बनने का सपना हर किसी का होता है। वर्तमान समय में केंद्र सरकार के द्वारा 1248 केंद्रीय विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। जिसमें शिक्षकों की भर्ती के लिए सीटेट परीक्षा क्वालीफाई होना अनिवार्य होता है।

जवाहर नवोदय विद्यालय (NVS School Teacher)

मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा संचालित जवाहर नवोदय विद्यालय जो कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 के तहत शुरू किए गए थे। इन स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती हेतु लगभग हर वर्ष टीचिंग एवं नॉन टीचिंग भर्तियां निकाली जाती है। जिसमें टीजीटी पदों पर होने वाली भर्ती के लिए सीटेट परीक्षा क्वालिफाई होना अनिवार्य होता है। हालांकि पीजीटी तथा अन्य पदों के लिए नॉन सीटेट उम्मीदवार भी आवेदन कर सकते हैं।

यूपी सुपर टेट (Super TET Vacancy)

उत्तर प्रदेश में शिक्षकों की भर्ती हेतु सुपर टेट परीक्षा आयोजित की जाती है जिसमें सी टेट सर्टिफिकेट प्राप्त उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाती है।

आर्मी पब्लिक स्कूल (Army Public School Teacher)

देश में 137 आर्मी पब्लिक स्कूल संचालित किए जा रहे हैं। जोकि आर्मी वेलफेयर एजुकेशन सोसाइटी के द्वारा संचालित किए जा रहे हैं जिसमें लगभग हर वर्ष बड़ी संख्या में पीजीटी तथा टीजीटी एवं पीआरटी शिक्षकों की भर्ती की जाती है। जिसमें सीटेट परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को आवेदन करने का मौका मिलता है ।

DSSSB vacancy

दिल्ली के शासकीय विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती हेतु दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड द्वारा शिक्षकों की भर्ती की जाती है। जिसमें टीजीटी तथा पीआरटी पदों पर भर्ती के लिए सीटेट परीक्षा पास अभ्यर्थियों को आवेदन करने का मौका प्राप्त होता है।

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UP Teacher Vacancy 2023: योगी सरकार का तोहफा, 51 हजार शिक्षक भर्ती जल्द, CTET-UPTET क्वालीफाई को मिलेगी एंट्री

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UP Shikshak Bharti 2023 (UPDATED): उत्तर प्रदेश में लंबे समय से शिक्षक भर्ती परीक्षा का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों के लिए अच्छी खबर है. उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद (UPBEB) जल्द ही शिक्षक के 51 हजार से अधिक रिक्त पदों पर बंपर भर्ती निकालने वाला है. नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक लोकसभा चुनाव से पहले योगी सरकार प्रदेश में  माध्यमिक व राजकीय विद्यालयों में रिक्त शिक्षकों के पदों पर भर्ती करने जा रही है.

इतने पदों पर होगी भर्ती

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बेसिक शिक्षा विभाग में टीजीटी/ पीजीटी शिक्षकों के लगभग 51 हजार से अधिक पद रिक्त हैं, इसके अलावा राजकीय विद्यालयों में शिक्षकों के 7 हजार 471 पद रिक्त हैं. तो वही बात करें प्रवक्ता तथा सहायक अध्यापकों के पदों कि तो बताया जा रहा है प्रवक्ता के 2115 जबकि सहायक अध्यापक के 5256 पद खाली हैं जिनपर भर्ती की जानी है.

CTET-UPTET पास कर सकेंगें आवेदन

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उत्तर प्रदेश के प्राइमरी तथा अपर प्राइमरी सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती सुपर टेट परीक्षा (SUPER TET) के माध्यम से की जाती है, जिसका आयोजन उत्तर प्रदेश बेसिक एजुकेशन बोर्ड द्वारा किया जाता है. सुपर टेट परीक्षा में केवल वे अभ्यर्थी ही शामिल हो सकते हैं जिन्होंने यूपी टेट परीक्षा (Uttar Pradesh Teacher Eligibility TestUPTET) पास की हो.  बहुत से अभ्यर्थियों के मन में यह सवाल भी रहता है कि क्या सीटेट परीक्षा क्वालीफाई अभ्यर्थी यूपी शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल हो सकते हैं? 

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश शिक्षक भर्ती परीक्षा यानी सुपर टेट में शामिल होने के लिए उम्मीदवार को किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक डिग्री तथा टीचिंग ट्रेनिंग कोर्स (D.El.Ed, BTC, B.Ed. आदि) पास किया होना चाहिए साथ ही UPBEB द्वारा आयोजित यूपी टेट परीक्षा पास होना जरूरी है. इसके अलावा पेपर -1 के लिए सीटेट पास अभ्यर्थी भी सुपर टेट परीक्षा देने के पात्र होते हैं. 

यदि बात करें आयु सीमा की तो न्यूनतम 21 वर्ष से लेकर अधिकतम 40 वर्ष की आयु वाले अभ्यर्थी सुपर टेट परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं हालांकि उत्तर प्रदेश के मूल निवासी अभ्यर्थियों को कैटेगरी वाइज अधिकतम आयु में छूट का प्रावधान है अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक नोटिफिकेशन पढ़ें.

इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट ctet.nic.in पर जाकर अपना आवेदन सबमिट कर सकते हैं. सीटेट परीक्षा पास करने पर उम्मीदवार सुपर टेट के साथ ही केंद्र सरकार द्वारा संचालित केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय तथा आर्मी पब्लिक स्कूल आदि में निकलने वाली शिक्षकों की भर्ती में भी शामिल हो सकते हैं.

कब आएगा यूपीटीईटी नोटिफ़िकेशन? (UPTET 2023 Notification Update)

उत्तर प्रदेश में शिक्षक बनने की चाह रखने वाले लाखों अभ्यर्थी उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी यूपीटीईटी के नोटिफिकेशन का इंतजार कर रहे हैं नवीनतम मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यूपीटीईटी परीक्षा का नोटिफिकेशन फ़रवरी 2023 के अंतिम सप्ताह या मार्च के पहले सप्ताह तक जारी किया जा सकता है। नोटिफिकेशन जारी होने के बाद अभ्यर्थी आधिकारिक वेबसाइट updeled.gov.in पर जाकर आवेदन कर पाएंगे. जिसके बाद अप्रैल महीने में ऑनलाइन मोड में UPTET परीक्षा आयोजित की जाएगी.

अधिक जानकारी के लिए अभ्यर्थी लगातार शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर विजिट करते रहें बता दें कि यूपीटीईटी परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी की उम्र 18 साल या उससे अधिक होनी चाहिए इसके साथ ही बैचलर डिग्री या समकक्ष डिप्लोमा होना जरूरी है।

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