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CTET 2023: हर शिफ्ट में पूछे जा रहे है ‘जीन पियाजे’ के सिध्दांत से ये सवाल, इन्हें पढ़ कर पक्के करे नंबर

CTET MCQ on Jean Piaget Theory: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा सीटेट परीक्षा का आयोजन लगभग पूरा हो चुका है. 29 दिसंबर 2022 से शुरू हुई परीक्षा 7 फरवरी 2023 तक चलेगी, अब तक लाखों अभ्यर्थियों CTET परीक्षा में शामिल हो चुके हैं तथा अब 3,4,6 तथा 7 फरवरी 2023 को परीक्षा आयोजित होना बाकी है. ऐसे में जिन परीक्षार्थियों के एग्जाम होने वाले हैं उनके लिए इस आर्टिकल में हम अब तक परीक्षाओं में पूछे गए जीन पियाजे के सिद्धांत पर आधारित महत्वपूर्ण सवाल शेयर कर रहें हैं. यह प्रश्न अभ्यर्थियों को परीक्षा में अच्छे अंक हासिल करने में मदद कर सकते हैं लिहाजा इन्हें एक नजर जरूर पढ़ लें.
Jean Piaget Questions and Answers For CTET Exam 2023—जीन पियाजे के सिद्धांत पर आधारित परीक्षा में पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण प्रश्न
1. Young children construct knowledge and make meanings through
छोटे बच्चे ज्ञान की संरचना और अर्थ किस प्रकार निकालते हैं?
(i) Active exploration / सक्रिय अन्वेषण द्वारा
(ii) Play / खेल द्वारा
(iii) Active on materials and experimenting पदार्थों पर क्रिया और प्रयोग द्वारा
(iv) Interaction with peers and adults सहपाठियों और वयस्कों संग सहभागिता द्वारा
(a) (i), (iii)
(b) (i), (iii), (iv)
(c) (i), (ii), (iii)
(d) (i), (ii), (ii), (iv)
Ans- d
2. Naseema, a 5-year-old is certain that rolling out a ball of clay into a snake creates more clay. According to jean Piaget, what is the reasoning behind her thinking?
पाँच वर्षीय नसीमा को यह लगता है कि चिकनी मिट्टी के गोले को यदि दबा कर एक साँप के रूप में परिवर्तित करें तो चिकनी मिट्टी बढ़ जाती है। जीन पियाजे के अनुसार उसकी इस सोच के पीछे कौन सा तर्क है ?
(a) Animistic thinking/ जीववाद
(b) Centration / केन्द्रीयता
(c) Hypothetic-deductive reasoning/ परिकल्पित निगमनात्मक
(d) Transitive – Inference / संक्रमक परिणाम निकलना
Ans- b
3. Seriation in Jean’s Piaget’s theory refers to –
जीन पियाजे के सिद्धांत में, ‘क्रमबद्धता’ किस संदर्भ में प्रयोग हुआ है –
(a) the ability to order objects based on one dimension, for example ‘length’. वस्तुओं को किसी एक आयाम जैसे- ‘लंबाई पर आधारित क्रम देना
(b) the ability to take the perspective of others. दूसरों का परिपेक्ष लेने की क्षमता
(c) a narrative form of thinking as used in story telling चिन्तन का वर्णनात्मक रूप, जैसा कहानी कथन में होता है।
(d) the ability to spatially map places, like ones’ school. स्थानों, जैसे ‘अपने विद्यालय का स्थानकीय मानचित्रण करने की क्षमता
Ans- a
4. Ruhi is shown three pencils and she observes that pencil A is longer than pencil B and pencil B is longer then pencil C. When Ruhi infers that A is longer pencil than C, which characteristic of Jean Piaget’s cognitive development is she demonstrating?
रूचि को तीन पेंसिलें दिखाई जाती हैं, वह देखती है कि पेंसिल ‘क’, पेंसिल ‘ख’ से बड़ी है और पेंसिल ‘ख’, पेंसिल ‘ग’ से बड़ी है। जब रूचि यह निष्कर्ष निकालती है कि ‘क, ‘ग’ से बड़ी है, तो वह जीन पियाजे के किस संज्ञात्मक विकास की विशेषता को दर्शाती है ?
(a) Seriation / क्रमबद्धता
(b) Conservation / संरक्षण
(c) Transitive thought / सकर्मक अनुमान
(d) Hypothetice-deductive reasoning / परिकल्पना आधारित निगमनात्मक तर्क
Ans- c
5. The period from 2 years to 6 years is referred to as –
2 वर्ष से 6 वर्ष की अवधि को क्या कहा जाता है?
(a) Infancy / शैशवावस्था
(b) Early childhood / प्रारम्भिक बचपन
(c) Middle childhood / मध्य बचपन
(d) Adolescence / किशोरावस्था
Ans- b
6. A creative child is likely to have:
एक सृजनात्मक बालक में निम्न में से कौन-से गुण मौजूद होंगे?
(i) Divergent thinking/ अपसारी चिंतन
(ii) Convergent thinking/ अभिसारी चिंतन
(iii) Ability for abstract thinking/ अमूर्त चिंतन की योग्यता
(iv) Ability for generating novel products. नवीन आमुख उत्पादन की योग्यता
(a) (i), (ii), (iii)
(b) (i) (ii) (iv)
(c) (i) (iii) (iv)
(d) (ii) (iii) (iv)
Ans- c
7. According to Jean Piaget’s theory of cognitive development, children in the operational stage are capable of
जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत के अनुसार, मूर्त संक्रियात्मक चरण में बालक निम्न में से क्या कर पाने के योग्य होता है?
(a) Reversibility / प्रतिवर्तन
(b) Hypothetico-deductive reasoning / परिकल्पना आधारित निगमनात्मक तार्किक चिंतन
(c) Abstract thinking / अमूर्त चिंतन
(d) Propositional reasoning / प्रतिज्ञापित चिंतन
Ans- a
8. Which of the following factors are considered important by Piaget to facilitate learning?
पियाजे द्वारा अधिगम को सुगम बनाने के लिए निम्नलिखित में से कौन-से कारक महत्वपूर्ण माने जाते हैं?
(i) Mobility of the teacher / शिक्षक की गतिशीलता
(Ii) Provisioning of diverse materials/ विविध सामग्रियों का प्रावधान
(iii) Providing moderately novel experiences / मध्य स्तरीय नवीन अनुभव प्रदान करना
(iv) Ensuring positive and negative reinforcement / सकारात्मक और नाकारात्मक पुनर्बलन सुनिश्चित करना
(a) (ii) (iv)
(b) (i) (ii) (iii)
(c) (ii) (iii) (iv)
(d) (i) (ii) (iii) (iv)
Ans- b
9. According to Piaget it is very important for a teacher to be ———— and ———.
पियाजे के अनुसार एक शिक्षक का ————– और ————होना बहुत जरूरी है।
(a) mobile flexible/ गतिशील, लचीला
(b) structured, rigid / संरचित, अनम्य
(c) empathetic transparent / सहानुभूतिपूर्ण, पारदर्शी
(d) mechanical; behavioristic / यांत्रिक, व्यवहारवादी
Ans- a
10. The cognitive ability that comes in pre operational period is –
पूर्व संक्रियात्मक अवस्था में कौन-सी संज्ञानात्मक क्षमता आती है?
(a) Ability for abstracting thing / अमूर्त सोच की क्षमता
(b) Ability of goal-directed behavior / लक्ष्य निर्देशित व्यवहार की क्षमता
(c) Ability to take other’s perspective/ दूसरे का नजरिया लेने की क्षमता
(d) Hypo-thetico deductive thinking/ परिकल्पनात्मक निगमनात्मक सोच की क्षमता
Ans- b
11. At which stage do children have an animistic view of the larger world and believe that the trees and plants as well as moving clouds and rolling stones can have motives and intentions?
किस स्तर पर बच्चों में अपने आस-पास की दुनिया के बारे में एक जीववादी दृष्टिकोण होता है और वे मानते हैं कि पेड़-पौधों और चलते हुए बादलों और लुढ़कते पत्थरों की मंशाएँ और इरादे हो सकते हैं?
(a) Sensori-motor stage / संवेदी चालक अवस्था
(b) Pre-operational stage / पूर्व संक्रियात्मक अवस्था
(c) Concrete operational stage/ मूर्त संक्रियात्मक अवस्था
(d) Formal operational stage./अमूर्त संक्रियात्मक अवस्था
Ans- b
12. Critical thinking in children can be promoted by asking questions such as –
किस तरह के प्रश्न पूछकर बच्चों में समालोचनात्मक सोच को बढ़ावा दिया जा सकता है?
(a) In which year was the Forest Rights Act passed? / वन अधिकार अधिनियम किस वर्ष पारित किया गया था?
(b) What is the sum of three angles of a triangle? / त्रिभुज के तीनों कोणों का योग क्या होता है ?
(c) Name the various layers of earth’s atmosphere. / पृथ्वी के वायुमंडल की विभिन्न परतों के नाम लिखिए।
(d) Design an experiment prove that seeds need air for germination. /बीजों के अंकुरण के लिए हवा की आवश्यकता होती है, सिद्ध करने के लिए एक प्रयोग की रूपरेखा तैयार कीजिए ?
Ans- d
13. Make-believe play blossoms and supports all aspects of psychological development in –
किस अवस्था में प्रतीकात्मक खेल बढ़ता है तथा संज्ञानात्मक विकास को समर्थन देता है?
(a) Infancy/ शैशवावस्था
(b) Early childhood / प्रारंभिक बाल्यावस्था
(c) Middle childhood / मध्य बाल्यावस्था
(d) Adolescence / किशोरावस्था
Ans- b
14. For children who are in pre-operational stage teachers should –
पूर्व संक्रियात्मक अवस्था के बच्चों के लिए शिक्षक को –
(a) use concrete props and a lot of audio-visual materials. / मूर्त संसाधनों व बहुत सी दृश्य-श्रव्य सामग्री का प्रयोग करना चाहिए।
(b) depict hierarchical relationships through complex diagrams. / जटिल पदानुक्रमित संबंधों को दिखाते हुए चित्रों का प्रयोग करना चाहिए।
(c) give abstract problems to work upon. / अमूर्त समस्याओं पर काम करने के लिए कहना चाहिए।
(d) give opportunities to solve problems that require hypothetical thinking. / परिकल्पनात्मक सोच वाली समस्याओं को सुलझाने के मौके मुहैया कराने चाहिए।
Ans- a
15. Children in …….. stage understand object permanence but do not realize that actions can be reversed and their judgments are based on immediate appearance of things.
किस अवस्था में बच्चे वस्तु स्थायित्व की समझ तो बना लेते हैं परंतु यह नहीं समझ पाते कि क्रियाएं परिवर्तनीय हैं और उनके निर्णय चीजों की मौजूदा दिखावट पर निर्भर करते हैं?
(a) Sensori-motor / संवेदी चालक
(b) Pre-operational / पूर्व संक्रियात्मक
(c) Concrete operational/ मूर्त संक्रियात्मक
(d) Formal operational / अमूर्त संक्रियात्मक
Ans- b
ये भी पढे:-
यहां पर हमने दिसंबर में आयोजित होने वाली केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए ‘जीन पियाजे’ से संबंधित महत्वपूर्ण सवालों (CTET MCQ on Jean Piaget Theory) का अध्ययन किया। केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) से जुड़ी नवीनतम अपडेट और प्रैक्टिस सेट प्राप्त करने के लिए आप हमारे टेलीग्राम चैनल के सदस्य बने, जॉइन लिंक नीचे दी गई है
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UP Teacher Vacancy 2023: योगी सरकार का तोहफा, 51 हजार शिक्षक भर्ती जल्द, CTET-UPTET क्वालीफाई को मिलेगी एंट्री

UP Shikshak Bharti 2023 (UPDATED): उत्तर प्रदेश में लंबे समय से शिक्षक भर्ती परीक्षा का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों के लिए अच्छी खबर है. उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद (UPBEB) जल्द ही शिक्षक के 51 हजार से अधिक रिक्त पदों पर बंपर भर्ती निकालने वाला है. नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक लोकसभा चुनाव से पहले योगी सरकार प्रदेश में माध्यमिक व राजकीय विद्यालयों में रिक्त शिक्षकों के पदों पर भर्ती करने जा रही है.
इतने पदों पर होगी भर्ती
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बेसिक शिक्षा विभाग में टीजीटी/ पीजीटी शिक्षकों के लगभग 51 हजार से अधिक पद रिक्त हैं, इसके अलावा राजकीय विद्यालयों में शिक्षकों के 7 हजार 471 पद रिक्त हैं. तो वही बात करें प्रवक्ता तथा सहायक अध्यापकों के पदों कि तो बताया जा रहा है प्रवक्ता के 2115 जबकि सहायक अध्यापक के 5256 पद खाली हैं जिनपर भर्ती की जानी है.
CTET-UPTET पास कर सकेंगें आवेदन
उत्तर प्रदेश के प्राइमरी तथा अपर प्राइमरी सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती सुपर टेट परीक्षा (SUPER TET) के माध्यम से की जाती है, जिसका आयोजन उत्तर प्रदेश बेसिक एजुकेशन बोर्ड द्वारा किया जाता है. सुपर टेट परीक्षा में केवल वे अभ्यर्थी ही शामिल हो सकते हैं जिन्होंने यूपी टेट परीक्षा (Uttar Pradesh Teacher Eligibility Test– UPTET) पास की हो. बहुत से अभ्यर्थियों के मन में यह सवाल भी रहता है कि क्या सीटेट परीक्षा क्वालीफाई अभ्यर्थी यूपी शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल हो सकते हैं?
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश शिक्षक भर्ती परीक्षा यानी सुपर टेट में शामिल होने के लिए उम्मीदवार को किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक डिग्री तथा टीचिंग ट्रेनिंग कोर्स (D.El.Ed, BTC, B.Ed. आदि) पास किया होना चाहिए साथ ही UPBEB द्वारा आयोजित यूपी टेट परीक्षा पास होना जरूरी है. इसके अलावा पेपर -1 के लिए सीटेट पास अभ्यर्थी भी सुपर टेट परीक्षा देने के पात्र होते हैं.
यदि बात करें आयु सीमा की तो न्यूनतम 21 वर्ष से लेकर अधिकतम 40 वर्ष की आयु वाले अभ्यर्थी सुपर टेट परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं हालांकि उत्तर प्रदेश के मूल निवासी अभ्यर्थियों को कैटेगरी वाइज अधिकतम आयु में छूट का प्रावधान है अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक नोटिफिकेशन पढ़ें.
इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट ctet.nic.in पर जाकर अपना आवेदन सबमिट कर सकते हैं. सीटेट परीक्षा पास करने पर उम्मीदवार सुपर टेट के साथ ही केंद्र सरकार द्वारा संचालित केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय तथा आर्मी पब्लिक स्कूल आदि में निकलने वाली शिक्षकों की भर्ती में भी शामिल हो सकते हैं.
कब आएगा यूपीटीईटी नोटिफ़िकेशन? (UPTET 2023 Notification Update)
उत्तर प्रदेश में शिक्षक बनने की चाह रखने वाले लाखों अभ्यर्थी उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी यूपीटीईटी के नोटिफिकेशन का इंतजार कर रहे हैं नवीनतम मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यूपीटीईटी परीक्षा का नोटिफिकेशन फ़रवरी 2023 के अंतिम सप्ताह या मार्च के पहले सप्ताह तक जारी किया जा सकता है। नोटिफिकेशन जारी होने के बाद अभ्यर्थी आधिकारिक वेबसाइट updeled.gov.in पर जाकर आवेदन कर पाएंगे. जिसके बाद अप्रैल महीने में ऑनलाइन मोड में UPTET परीक्षा आयोजित की जाएगी.
अधिक जानकारी के लिए अभ्यर्थी लगातार शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर विजिट करते रहें बता दें कि यूपीटीईटी परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी की उम्र 18 साल या उससे अधिक होनी चाहिए इसके साथ ही बैचलर डिग्री या समकक्ष डिप्लोमा होना जरूरी है।
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CTET Answer Key 2023: शिक्षक पात्रता परीक्षा की आंसर की करें डाउनलोड, जानें कब तक आयेगा परीक्षा परिणाम

CTET Answer Key 2023: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड याने CBSE द्वारा आयोजित की जाने वाली CTET परीक्षा आज 7 फ़रवरी को पूरी हो चुकी है, यह परीक्षा 28 दिसंबर अग़ल-अलग दिन दो शिफ्ट में आयोजित की जा रही है जिसमें शिक्षक बनने की चाह रखने वाले लाखों अभ्यर्थी शामिल हुए है। अब परीक्षा की समाप्ति के बाद अभ्यर्थी अपनी आंसर की जारी होने का इंतज़ार कर रहे है, बता दें कि परीक्षा समाप्ति के कुछ दिन के भीतर ही CBSE द्वारा आंसर की जारी कर दी जाती है।
इस दिन जारी होगी आंसर की
CTET परीक्षा में शामिल हुए अभ्यर्थियों का इंतज़ार जल्द ही ख़त्म होने वाला है मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़ CBSE द्वारा 11 फ़रवरी 2023 को आधिकारिक वेबसाइट ctet.nic.in पर CTET पेपर 1 तथा पेपर 2 की आंसर की जारी कर दी जाएगी। इसके बाद मार्च माह में फाइनल आंसर-की तथा परीक्षा परिणाम जारी किया जा सकता है।
बता दें आंसर की लिंक ऐक्टिव होने के बाद उम्मीदवार अपने रजिस्ट्रेशन नंबर तथा जन्म तारीख़ की सहायता से आधिकारिक वेबसाइट पर लॉगिन कर अपनी उत्तर कुंजी डाउनलोड कर पाएँगें।
परीक्षा में लागू होगा नॉर्मलिज़ेशन
सीबीएसई द्वारा दिसंबर 2021 में पहली बार CTET परीक्षा ऑनलाइन आयोजित की गई थी, तथा इस बार भी यह परीक्षा ऑनलाइन ही आयोजित हुई है। चुकी परीक्षा का आयोजन अलग- अगल दिन कई शिफ़्टों में किया गया है लिहाज़ा परीक्षार्थियों के मध्य समान प्रतिस्पर्द्धा क़ायम रखने के लिए नॉर्मलिज़ेशन व्यवस्था को लागू किया गया है। बता दें कि परीक्षा में नॉर्मलिज़ेशन होने की जानकारी CBSE द्वारा नोटिफिकेशन जारी कर पहले ही दे दी गई थी।
CTET Exam Cut Off 2023
सीटीएटी परीक्षा में कैटेगरी वाइज कटऑफ़ निर्धारित किया गया है। पेपर 1 तथा पेपर 2 के लिए कट ऑफ अंक समान है। सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी को इस परीक्षा में पास होने के लिए 60 प्रतिशत अंक याने 150 नंबर के पेपर में 90 अंक लाना होगा, जबकि आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को 55 प्रतिशत अंक यानें 150 अंक के पेपर में 82 अंक लाना होगा।
Category | Minimum qualifying percentage | Minimum qualifying Marks |
Schedule Caste (SC) | 55% | 82 out of 150 |
Schedule Tribe (ST) | 55% | 82 out of 150 |
CTET Exam 2023 Important FAQs
नहीं, CBSE द्वारा आयोजित सीटीईटी परीक्षा में किसी भी प्रकार की नकारात्मक मार्किंग नहीं की जाती है।
आजीवन, CTET परीक्षा पास करने वालों अभ्यर्थियों को मिलने वाले सर्टिफिकेट की वैद्यता लाइफ टाइम कर दी गई है जो पहले 7 वर्ष थी।
इस परीक्षा में शामिल होने के लिए अधिकतम उम्र सीमा निर्धारत नहीं है, हालाकि न्यूनतम आयु 18 वर्ष होना चाहिए।
उम्मीदवार जीतने बार चाहे उतने बार सीटीईटी परीक्षा में शामिल हो सकते है, जो अभ्यर्थी इस परीक्षा में पास हो चुके है वे अपने स्कोर को सुधार के लिए दुबारा परीक्षा दे सकते है।
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CTET 2022-23: लेव वाइगोत्सकी के सिद्धांत से परीक्षा में पूछे जा रहे है ये सवाल, अभी पढ़ें

Lev Vygotsky’s Theories Based MCQ For CTET: शिक्षक बनने के लिए जरूरी सीटेट यानी केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन 7 फरवरी 2023 तक ऑनलाइन सीबीटी मोड में किया जा रहा है. यह परीक्षा 29 दिसंबर 2023 से शुरू हुई थी तथा अब 3, 4, 6 तथा 7 फरवरी को परीक्षा का आयोजन होना बाकी है. यदि आप भी आगामी सीटेट परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं तो इस आर्टिकल में दी गई जानकारी आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं.
यहां पर हम नियमित रूप से सीटेट परीक्षा के लिए प्रैक्टिस सेट शेयर करते रहे हैं। इसी श्रृंखला में आज हम लेव वाइगोत्सकी के सिद्धांत पर आधारित कुछ ऐसे सवाल लेकर आए हैं, जो की परीक्षा में पूछे जा सकते हैं। तो लिए जाने इन महत्वपूर्ण सवालों को जो की इस प्रकार हैं।
लेव वाइगोत्सकी के सिद्धांत से जुड़े संभावित प्रश्न—CTET Exam Lev Vygotsky’s Theories Related Questions
1. लेव वाइगोत्स्की के अनुसार, निम्न में से किसके लिए “समीपस्थ विकास क्षेत्र” का इस्तेमाल करना चाहिए?
1. अध्यापन और मूल्याँकन
2. केवल अध्यापन
3. केवल मूल्यांकन
4. प्रवाही बौद्धिकता की पहचान
Ans- 1
2. एक विशिष्ट संप्रत्यय को पढ़ाने हेतु एक अध्यापिका बच्चे को आधा हल किया हुआ उदाहरण देती है। लेव वायगोत्सकी के अनुसार अध्यापिका किस रणनीति का इस्तेमाल कर रही है?
1. अवलोकन अधिगम
2. पाड़
3. द्वंद्वात्मक अधिगम
4. अनुकूलन
Ans- 2
3. ‘समीपस्थ विकास के क्षेत्र का संप्रत्यय किसने प्रतिपादित किया है?
1. जेरोम ब्रूनर
2. डेविड ऑसबेल
3. रोबर्ट एम. गायने
4 लेव व्यागोत्सकी
Ans- 4
4. रश्मि अपनी कक्षा में विद्यार्थियों के सीखने की क्षमता को ध्यान में रखकर विभिन्न प्रकार के कार्यकलापों का उपयोग करती है और सहपाठियों द्वारा अधिगम को बढ़ावा देने के लिए समूह भी बनाती है। निम्नलिखित में से कौन-सा इसका समर्थन करता है?
1. सिग्मंड फ्रॉयड का मनो यौनिक सिद्धांत
2. लेव वायगोत्सकी का सामाजिक सांस्कृतिक सिद्धांत
3. लॉरेंस कोहलबर्ग का नैतिक विकास का सिद्धांत
4. बी. एफ. स्किनर का व्यवहारवादी सिद्धांत
Ans- 2
5. वायोगात्सकी के सिद्धांत के अनुसार ‘निजी संवाद’
1. बच्चों के आत्मकेंद्रीयता का घोतक है।
2. बच्चों के क्रियाकलापों और व्यवहार का अवरोधक है।
3. जटिल कार्य करते समय बच्चे को उसके व्यवहार संचालन में सहायता देता है।
4. यह संकेत देता है कि संज्ञान कभी भी आंतरिक नहीं होता।
Ans- 3
6. कौन सा कथन लेव व्यागोत्सकी के मूल सिद्धांत को सही मायने में दर्शाता है?
1. अधिगम एक अन्तमन प्रक्रिया है।
2. अधिगम एक सामाजिक क्रिया है।
3. अधिगम उत्पतिमूलक क्रमादेश है।
4. अधिगम एक अक्रमबद्ध प्रक्रिया है जिसके चार चरण है।
Ans- 2
7. इनमें से कौन-सा अध्यापक द्वारा पाड़ का उदाहरण नहीं है?
1. अनुकरण के लिए कौशलों का प्रदर्शन करना
2. रटना
3. इशारे एवं संकेत
4. सहपाठियों संग साझा शिक्षण
Ans- 2
8. लेव वायगोत्सकी के संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत को ……….. कहा जाता है क्योंकि वे तर्क देते हैं कि बच्चों का सीखना संदर्भ में होता है।
1. मनोगतिशील
2. मनोलैंगिक
3. सामाजिक सांस्कृतिक
4. व्यवहारात्मक
Ans- 3
9. जब कोई अध्यापिका किसी विद्यार्थी को उसके विकास के निकटस्थ क्षेत्र पर पहुंचाने के लिए सहायता को उसके निष्पादन के वर्तमान स्तर के अनुरूप है, तो अध्यापिका किस नीति का प्रयोग कर रही है। कर रही है।
1. सहयोगात्मक अधिगम का प्रयोग
2. अंतर पक्षता का प्रदर्शन
3. पाड़
4. विद्यार्थी में संज्ञानात्मक द्वंद पैदा करना
Ans- 3
10. लेव वायगोत्सकी द्वारा दिए बच्चों के विकास का सिद्धांत किस पर आधारित है ?
1. भाषा और संस्कृति
2. भाषा और परिपक्वता
3. भाषा और भौतिक जगत
4. परिपक्वता और संस्कृति
Ans- 1
11.समीपस्थ विकास के क्षेत्र’ की संरचना किसने प्रतिपादित की थी?
1. लॉरेंस कोहल
2. लेव वायगोत्स्की
3. ज़ोरोंन ब्रूनर
4. जीन पियाजे
Ans- 2
12. निम्न में से कौन-सा कथन बच्चों के संज्ञानात्मक विकास के विषय में जीन पियाजे और लेव वायगोत्सकी के विचारों के बीच मुख्य अंतर दर्शाता है?
1. पियाजे बच्चों के स्वतंत्र प्रयासों द्वारा जगत को अनुभव करने पर जोर देते हैं, जबकि वायगोत्स्की संज्ञानात्मक विकास को सामाजिक मध्यस्थ प्रक्रिया के रूप में देखते हैं।
2. पियाजे बच्चों को सक्रिय स्वतंत्र जीव के रूप में देखते हैं, जबकि वायगोत्स्की उन्हें मुख्यतः वातावरण द्वारा नियंत्रित जीव के रूप में देखते हैं।
3. पियाजे भाषा को बच्चों के संज्ञानात्मक विकास के लिए महत्वपूर्ण मानते हैं, जबकि विकास पर बल देते हैं।
4. पियाजे के अनुसार बच्चे अपने मार्गदर्शन के लिए स्वयं से बात कर सकते हैं, जबकि वायगोत्सकी के लिए बच्चों की बात आत्मकेन्द्रीयता का द्योतक है।
Ans- 1
13. एक अध्यापिका शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया में विद्यार्थियों को सहपाठियों से अंतः क्रिया कराकर एवं सहारा देकर अध्यापन करती है। यह शिक्षण अधिगम की प्रक्रिया किस पर आधारित है ?
1. लॉरेंस कोहलबर्ग के नैतिक विकास सिद्धांत पर
2. जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास सिद्धांत पर
3. लेव वायगोत्स्की के सामाजिक-सांस्कृतिक सिद्धांत पर
4. हावर्ड गार्डनर के बहुआयामी बुद्धि सिद्धांत पर
Ans- 3
14. वायगोत्स्की के सिद्धान्त के अनुसार ‘सहायक खोज’ किस में सहायक है।
1. संज्ञानात्मक द्वंद्व
2. उत्प्रेरक-प्रतिक्रिया सहचर्य
3. पुनर्बलन
4. सहपाठी- सहयोग
Ans- 4
15. कक्षा में विद्यार्थियों को त्यौहारों को मनाने के अपने अनुभवों को साझा करने के देना और उसके आधार पर सूचना निर्मित करने को बढ़ावा देना किसका उदाहरण है। ?
1. व्यवहारवाद
2. पाठ्यपुस्तक आधारित अध्यापन
3. सामाजिक संरचनावाद
4. प्रत्यक्ष निर्देशन
Ans- 3
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