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CTET 2022: ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020’ से जुड़े कुछ ऐसे सवाल जो परीक्षा में अक्सर पूछे जाते हैं अभी पढ़े!

MCQ on NEP 2020 For CTET Exam: सरकारी शिक्षक बनने की ख्वाहिश लिए लाखों अभ्यर्थी प्रतिवर्ष केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा जिसे हम सीटेट के नाम से जानते हैं में शामिल होते हैं। वर्ष में दो बार आयोजित होने वाली इस शिक्षक पात्रता परीक्षा में क्वालीफाई उम्मीदवारों को नवोदय विद्यालय, केंद्रीय विद्यालय एवं आर्मी पब्लिक स्कूल जैसे विद्यालय में होने वाली शिक्षकों की भर्ती में आवेदन के पात्र होते है। यदि आप भी इन स्कूलों में सरकारी शिक्षक बनने की इच्छा रखते हैं और सीटेट परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं, तो इस आर्टिकल में दी गई जानकारी आपके लिए बहुत कम आने वाली है।
यहां पर हम नियमित रूप से नवीनतम पाठ्यक्रम पर आधारित संभावित प्रश्न शेयर करते आ रहे हैं। इसी श्रृंखला में आज हम राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (MCQ on NEP 2020 For CTET Exam) से जुड़े कुछ अहम सवाल आपके लिए लेकर आए हैं, जो की आपको परीक्षा में पूछे जा सकते हैं। विगत वर्ष भी इस टॉपिक से एक से दो सवाल पूछे गए थे। ऐसे में अभ्यर्थियों को चाहिए की वह इन प्रश्नों का अध्ययन ध्यान पूर्वक करें ताकि परीक्षा में अच्छे अंकों के साथ सफलता प्राप्त हो सके।
सीटेट परीक्षा में पूछे जाने वाले राष्ट्रीय शिक्षा नीति से जुड़े प्रश्न—Important Question Based on NEP 2020
1. राष्ट्रीय शिक्षा नीति (2020) के अनुसार, शिक्षा को –
As per National education policy 2020, education must –
(i) केवल पूर्व निर्धारित विषय-वस्तु पर केंद्रित होना चाहिए। / Be focused only on predetermined content
(ii) समस्या समाधान पर केंद्रित होना चाहिए। / Focus on problem solving.
(iii) अधिगमकर्ताओं में गहन चिंतन का विकास करना चाहिए। / Develop critical thinking among learners.
(iv) अन्वेषण-निर्धारित और खोज आधारित होना चाहिए। / Be inquiry driven and discovery-oriented.
(a) (ii) (iii) (iv)
(b) (i) (ii) (iii)
(c) (i) (ii) (iv)
(d) (i) (ii) (iii) (iv)
Ans- a
2. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार आकलन के क्या उद्देश्य हैं –
The purposes of assessment according to National Education Policy (2020) are –
(i) सीखने के स्तर को सुनिश्चित करने के लिये विद्यार्थियों में तनाव उत्पन्न करना और डर पैदा करना / To generate stress and induce fear amongst students to ensure learning levels.
(ii) अध्यापन-अधिगम क्रियाओं को दोहराना / To revise-teaching learning processes.
(iii) अधिगम और विकास को अनुकूलित बनाना। / To optimize learning and development.
(iv) कक्षा के अंदर और बाहर विद्यार्थियों को समर्थन देना। / To support students inside and outside the classroom.
(a) (i) (ii) (iv)
(b) (i) (iii)
(c) (i) (ii) (iii)
(d) (ii) (iii) (iv)
Ans- d
3. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार विद्यार्थियों के किन आयामों की प्रगति व अद्वितीयता को शामिल करना चाहिए।
As per National Education Policy 2020, assessment of learners should include the progress as well as uniqueness of learners in
(a) संज्ञानात्मक, सामाजिक, आध्यात्मिक / Cognitive, social, spiritual domains.
(b) संज्ञानात्मक, भौतिकी / Cognitive, physical domains.
(c) संज्ञानात्मक, भावात्मक, मनोगयात्मक / Cognitive, affective, psychomotor domains.
(d) भौतिक, क्रियात्मक मनोवैज्ञानिक / Physical, physiological, psychological domains.
Ans- c
4. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार का ——– प्रयोग ——— को प्रोत्साहित करने के लिए करना चाहिए ?
National Education Policy 2020 proposes that ————- should be encouraged to promote ————- .
(a) कंठस्थीकरण; प्रत्यास्मरण / Rote memorization, recall.
(b) कंठस्थीकरण; समालोचनात्मक चिंतन / Rote memorization, critical thinking.
(c) अनुभव जनित अधिगमः समालोचनात्मक चिन्तन / Experiential learning: critical thinking.
(d) अनुभव जनित अधिगमः प्रत्यास्मरण / Experiential learning: recall.
Ans- c
5. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का प्रस्तावित करती है?
National Education Policy 2020 proposes –
(i) विद्यालय की पाठ्यचर्या की विषयवस्तु में कटौती / Reduction in content of school curriculum.
(ii) विद्यालय की पाठ्यचर्या के लचीलेपन में वृद्धि। / Increased flexibility of school curriculum.
(iii) रटन्त अधिगम को महत्त्व देना Emphasis on rote learning.
(iv) विवेचनात्मक चिंतन का महत्व देना / Emphasis on critical thinking.
(a) (ii), (iv)
(b) (i), (ii), (iii)
(c) (i), (ii), (iv)
(d) (ii), (iii), (iv)
Ans- a
6. निम्न में से कौन-सी शिक्षाशास्त्रीय रणनीति राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 द्वारा प्रस्तावित हाई ?
Which of the following pedagogical strategies does National Education Policy 2020 propose?
(i) अन्वेषण आधारित अधिगम / Inquiry-based learning
(ii) कथावाचन आधारित शिक्षाशास्त्र / Story telling-based pedagogy
(iii) वेधन तथा बार-बार अभ्यास / Drill and practice
(iv) चर्चा-आधारित अधिगम / Discussion-based classrooms
(a) (i), (ii), (iii)
(b) (i), (ii), (iv)
(c) (ii), (iii), (iv)
(d) (i), (iii), (iv)
Ans- b
7. विद्याथियों के आकलन के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 द्वारा निम्न में से कौन से उपकरण विधियां प्रस्तावित की गई हैं?
Which of the following tools/methods does National Education Policy 2020 propose for assessment of children?
(i) भूमिका अदा करना / Role plays
(ii) समूह में कार्य करना / Group work
(iii) पोर्टफोलियो बनाना / Portfolios.
(iv) परियोजना / Projects
(a) (ii), (iii)
(b) (i), (iii), (iv)
(c) (ii), (iii), (iv)
(d) (i). (ii), (iii), (iv)
Ans- d
8. हेतल घर में गुजराती बोलती है और इस भाषा को पढ़ने और लिखने में उसका प्रवाह है। उसके विद्यालय में निर्देश का माध्यम हिन्दी है, वह यह भाग नहीं जानती है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार इस स्थिति में विद्यालय को क्या करना चाहिए?
Hetal speaks Gujarati at home and is fluent in reading and writing the language. The medium of instruction in her school is Hindi, a language she does not know. As per National Education Policy 2020, what measures must be taken by the school in this situation?
(a) हेतल को विद्यालय में सिर्फ हिन्दी बोलने के लिए कहना चाहिए। / Hetal should be asked to speak only in Hindi at school.
(b) बहुभाषाबाद की संस्कृति सृजित करने के लिए सभी बच्चों को एक-दूसरे की मातृभाषा का सम्मान करने के लिए कहना चाहिए / All children should be encouraged to respect each other’s native language to create a culture of multilingualism.
(c) अध्यापकों को हेतल से कहना चाहिए कि उसने जो कुछ भी घर में सीखा है, उसे भूल जाए। / Teacher should ask Hetal to forget whatever she learns at home.
(d) हेतल को उस अनुभाग में भेज देना चाहिए जिसमें निर्देश का माध्यम अंग्रेजी है। / Hetal should be shifted to the section where English is the medium for instruction
Ans- b
9. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 सुझाती है कि कक्षा अधिगम को पाठ्यपुस्तकों तक स्तोमित करने के बजाय अधिगम और शिक्षा –
Instead of limiting classroom learning to textbooks, National Education Policy 2020 suggests that learning and education should be
(a) तथ्यों और ज्ञान के कठस्थीकरण पर आधारित होनी चाहिए। / Based on rote memorization of facts and knowledge.
(b). प्रत्येक तीन माह के बाद विद्यार्थियों की विषयवस्तु को बढ़ा देना चाहिए। / Based on increasing students’ content every 3 months.
(c) खोजबीन और समालोचनात्मक चितन के विकास पर केन्द्रित होनी चाहिए। / Focused towards inquiry and development of critical thinking.
(d) परीक्षाओं के लिए सीखने पर केन्द्रित होनी चाहिए। / Focused towards learning for exams.
Ans- c
10. राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 में निम्नलिखित में से कौन-सा प्रावधान नहीं सुझाया है?
Which of the following features is NOT prescribed in the National Education Policy 2020?
(a) प्रत्येक विद्यार्थी की विशिष्ट क्षमताओं को पहचानना और बढ़ावा देना महत्वपूर्ण है। / It is important to identify and foster the unique capabilities of each student.
(b) रहा मार कर सीखने और परीक्षाओं के लिए सीखने की बजाए संप्रत्ययात्मक समझ पर बल देना चाहिए। / Emphasis should be placed on conceptual understanding rather than rote learning and learning-for-exams
(c) सृजनात्मकता पर पर्याप्त ध्यान देना चाहिए और तार्किक निर्णय करने और नवाचारिता के प्रोत्साहित करने के लिए विवेचनात्मक चितन को बढ़ावा देना। / There should be due focus on creativity and critical thinking to encourage logical decision making and innovation.
(d) बच्चों में अनुपालन को बढ़ावा देने के लिए अध्यापक को इनाम और दंड को इस्तेमाल करना चाहिए। / Teachers should focus on use of rewards and punishment to promote compliance in children.
Ans- d
11. राष्ट्र शिक्षा नीति (एन. ई. पी.) 2020 में, आकलन के संदर्भ में विद्यार्थियों के लिए किस प्रकार का प्रगति पत्र प्रस्तावित किया गया है?
In the context of assessment, what kind of report card for students has been proposed in National Education Policy (NEP) 2020?
(a) ऐसे प्रगति पत्र जिस में विद्यार्थियों के प्रदर्शन को अन्यों की तुलना में सापेक्षित किया हो।। Report cards specifying relative performance of the student in comparison to others
(b) वर्ष पर्यन्त पेपर और पेंसिल परीक्षण में विद्यार्थियों के प्रदर्शन का प्रगति पत्र / Report cards of students performance in paper and pencil tests through the year.
(c) 360 डिग्री बहुआयामी प्रगति पत्र / 360 degree multi-dimensional report card
(d) योगात्मक एक आयामी प्रगति पत्र / Summative uni-dimensional report cards
Ans- c
12. राष्ट्रीय शिक्षा निति 2020 में प्रस्तावित समग्र 360 डिग्री बहुआयामी उन्नति पत्र को क्या दर्शना चाहिए ?
What should the holistic 360 degree multidimensional progress card proposed in the National education Policy 2020 reflect?
(a) विद्यार्थियों के प्रदर्शन की दूसरे प्रदेशों में विद्यार्थियों के अंको से तुलना / Comparison of the student performance with the marks across the state.
(b) विद्यार्थियों की संज्ञानात्मक, भावात्मक व मनोगत्यात्मक आयामों में प्रगति। / Progress of the learners in the cognitive, affective and psychomotor domains.
(c) विद्यार्थियों की संज्ञानात्मक क्षमताओं के अनुसार सही पहचान कर आठ बिंदु श्रेणी पैमाने पर नामांकन /Correct identification and labelling of the student in an eight point grade scale as per her cognitive capabilities.
(d) विद्यार्थी के अवधारणों में कमियों जिनपर अभिभावकों को मेहनत करनी है। / Problem areas in the students’ comprehension that the parents need to work upon
Ans- b
13. राष्ट्रीय शिक्षा नीति (2020) यह प्रस्ताव रखती है कि –
National Education Policy 2020 proposes that –
(a) प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों को उनके घर की या स्थानीय भाषाओं में पढ़ाया जाना चाहिए। /Children in primary grades should be taught in home/local languages.
(b) प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षा का माध्यम एक तरह की भाषा में ही उपयोग होना चाहिए। /There should be one uniform language of instruction in primary classes.
(c) शिक्षकों को द्विभाषिक उपागम को प्रयोग करने के लिए हतोत्साहित किया जाना चाहिए। /Teachers should be discouraged to use a bilingual approach.
(d) बहुभाषावाद को बिल्कुल भी बढ़ावा नहीं देना चाहिए।/Multilingualism should be heavily discouraged.
Ans- a
14. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में विद्यार्थियों के आकलन हेतु प्रस्तावित समग्र 360-डिग्री, बहुआयामी रिपोर्ट के संदर्भ में कौन-सा कथन सही नहीं है?
Which of the following statement is NOT correct in the context of holistic, 360-degree, multidimensional report proposed for assessment of students in National Education Policy 2020?
(a) रिपोर्ट में स्वयं का और सहपाठियों का आकलन सम्मिलित होगा। / The report will include self and peer assessment.
(b) रिपोर्ट में विद्यार्थियों कि संज्ञानात्मक, भावात्मक और मनोगत्यात्मक आयामों की प्रगति शामिल होगी। / The report will include progress of students in the cognitive, affective and psychomotor domains.
(c) रिपोर्ट घर और विद्यालय के मध्य एक महत्वपूर्ण संबंध बनाएगी / The report will form an important link between home and school.
(d) रिपोर्ट केवल व्यक्तिगत कार्यों पर केन्द्रित होगी और सामूहिक कार्यों को शामिल नहीं करेगी। / The report will focus on individual work only and not include group work
Ans- d
15. राष्ट्रीय शिक्षा निति 2020 (NEP) में प्रस्तावित कथनों में से निम्न में से कौन सा कथन सही नहीं है?
Which of the following statement regarding proposals made by National Education Policy 2020 (NEP) is not correct?
(a) NEP 2020 मूल्यांकन के लिए विभिन्न प्रकार की विधियों और योजनाओं जैसे विधिया और योजनाएं जैसे कि समूह कार्य और भूमिका निर्वहन का प्रस्ताव रखती है? / NEP 2020 proposes that a variety of methods and strategies such as group work and role plays be used for assessment.
(b) NEP 2020 रचनात्मक मूल्याकन से योगात्मक मूल्यांकन की ओर परिवर्तन का प्रस्ताव रखती है। / NEP 2020 proposes shift from formative to summative assessment.
(c) NEP 2020 प्रस्तावित करती है कि शिक्षक द्वारा किये गए आकलन से अलग आकलन के अन्य मार्गों जैसे कि स्वः आकलन तथा समसमूह आकलन को भी प्रोत्साहित करना चाहिए।/NEP 2020 proposes that apart from assessment by the teacher other ways such as self-assessment and peer assessment should be encouraged.
(d) NEP 2020 प्रस्ताव रखती है कि छात्रों के उन्नति पत्र में उनके संज्ञानात्मक, भावात्मक आयामों की प्रगति सम्मिलित होनी चाहिए। / NEP 2020 proposes that report card of the student should include progress in the cognitive, affective and psychomotor domains.
Ans- b
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उपरोक्त आर्टिकल में हमने’ राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020′ (MCQ on NEP 2020 For CTET Exam) से जुड़े महत्वपूर्ण सवालों का अध्ययन किया। केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) से जुड़ी नवीनतम अपडेट और प्रैक्टिस सेट प्राप्त करने के लिए आप हमारे टेलीग्राम चैनल के सदस्य बने, जॉइन लिंक नीचे दी गई है
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CTET Result 2023: सीटेट Answer Key तथा Result जारी होने की डेट निश्चित, नॉर्मलाइजेशन को लेकर बड़ा अपडेट

CBSE द्वारा केंद्र सरकार के माध्यम से संचालित स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए आयोजित की जाने वाली केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा 7 फरवरी को समाप्त हो चुकी है. अब इस परीक्षा में शामिल हुए परीक्षार्थी अपनी Answer Key तथा Result जारी होने का इंतजार कर रहे हैं.
ज़ी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक सीटेट परीक्षा की प्रोविजनल Answer Key तथा CTET Result 2023 जारी होने की तिथि निश्चित की जा चुकी है तथा जल्द ही अभ्यर्थियों का इंतजार खत्म होने वाला है.
पहले जारी होगी प्रोविजनल Answer Key
सीबीएसई द्वारा पहले प्रोविजनल Answer Key जारी की जाएगी, जिस पर परीक्षार्थियों को ऑब्जेक्शन दर्ज करने का मौका दिया जाएगा, हालांकि अभ्यर्थियों को आपत्ति दर्ज करने के लिए प्रति प्रश्न ₹1000 शुल्क देना होगा. यदि अभ्यर्थी की आपत्ति सही पाई जाती है तो ऑब्जेक्शन शुल्क अभ्यर्थी को लौटा दिया जाएगा. प्रोविजनल Answer Key पर प्राप्त हुई सभी आपत्तियों का निराकरण सीबीएसई द्वारा गठित एक्सपर्ट टीम द्वारा किया जाएगा, जिसके पश्चात Final Answer Key तथा Result जारी होगा.
6 सप्ताह में आएगा रिजल्ट
केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा का परीक्षा परिणाम जारी होने में अमूमन 6 सप्ताह का समय लगता है, सीबीएसई की इस बार कोशिश है कि वे तय समय के भीतर परीक्षा परिणाम जारी कर दें. सूत्रों के मुताबिक सीटेट प्रोविजनल Answer Key अगले सप्ताह तक जारी हो जाएगी तो वही सीटेट परीक्षा का Result 21 मार्च 2023 तक अधिकारी वेबसाइट ctet.nic.in पर जारी कर दिया जाएगा.
नॉर्मलाइजेशन को लेकर असमंजस में अभ्यर्थी
केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) में शामिल हुए अभ्यर्थी नॉर्मलाइजेशन को लेकर असमंजस में है. आपको बता दें कि सीबीएसई द्वारा साल 2021 में पहली बार सीटेट परीक्षा ऑनलाइन सीबीटी मोड में आयोजित की थी. चूकी परीक्षा अलग-अलग दिन शिफ्ट में आयोजित की गई थी लिहाजा परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया अपनाई गई थी इस बार भी परीक्षा ऑनलाइन ही आयोजित हुई है ऐसे में नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया इस बार भी लागू होगी.
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CTET परीक्षा क्वालीफाई होने के बाद इन स्कूलों में बन सकते हैं सरकारी शिक्षक!

After Qualifying CTET Exam Career Options: CTET शिक्षण क्षेत्र में करियर बनाने के लिए भारत में एक प्रतिष्ठित परीक्षा है। यह उन उम्मीदवारों के बीच सबसे लोकप्रिय परीक्षा है, जो शिक्षण क्षेत्रों में अपना करियर विकसित करना चाहते हैं। तो उनके लिए यहां पर हम सीटेट परीक्षा में उत्तीर्ण होने के पश्चात अगले चरण की रणनीति पर चर्चा कर रहे हैं।
केंद्रीय शिक्षक पात्रता (CTET) सरकारी स्कूलों या सरकारी निकायों / संस्थानों द्वारा चलाए जा रहे स्कूलों में शिक्षक भर्ती के लिए पात्रता परीक्षाओं में से एक है। इस परीक्षा का आयोजन साल में दो बार सीबीएसई बोर्ड के द्वारा किया जाता है । इस वर्ष यह परीक्षा 28 दिसंबर 2022 से 7 फरवरी 2023 तक आयोजित की गई थी। जिसमें देशभर से लाखों की संख्या में अभ्यर्थी शामिल हुए।
एक बार जब आप CTET परीक्षा उत्तीर्ण कर लेते हैं, तो आप केंद्र सरकार के स्कूलों जैसे केंद्रीय विद्यालय, DSSSB और नवोदय समिति स्कूलों में प्राथमिक शिक्षकों, TGT और PGT पदों के लिए आवेदन करने के पात्र हो जाते हैं।
केंद्रीय विद्यालय (KVS School Teacher)
केंद्रीय विद्यालय में सरकारी शिक्षक बनने का सपना हर किसी का होता है। वर्तमान समय में केंद्र सरकार के द्वारा 1248 केंद्रीय विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। जिसमें शिक्षकों की भर्ती के लिए सीटेट परीक्षा क्वालीफाई होना अनिवार्य होता है।
जवाहर नवोदय विद्यालय (NVS School Teacher)
मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा संचालित जवाहर नवोदय विद्यालय जो कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 के तहत शुरू किए गए थे। इन स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती हेतु लगभग हर वर्ष टीचिंग एवं नॉन टीचिंग भर्तियां निकाली जाती है। जिसमें टीजीटी पदों पर होने वाली भर्ती के लिए सीटेट परीक्षा क्वालिफाई होना अनिवार्य होता है। हालांकि पीजीटी तथा अन्य पदों के लिए नॉन सीटेट उम्मीदवार भी आवेदन कर सकते हैं।
यूपी सुपर टेट (Super TET Vacancy)
उत्तर प्रदेश में शिक्षकों की भर्ती हेतु सुपर टेट परीक्षा आयोजित की जाती है जिसमें सी टेट सर्टिफिकेट प्राप्त उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाती है।
आर्मी पब्लिक स्कूल (Army Public School Teacher)
देश में 137 आर्मी पब्लिक स्कूल संचालित किए जा रहे हैं। जोकि आर्मी वेलफेयर एजुकेशन सोसाइटी के द्वारा संचालित किए जा रहे हैं जिसमें लगभग हर वर्ष बड़ी संख्या में पीजीटी तथा टीजीटी एवं पीआरटी शिक्षकों की भर्ती की जाती है। जिसमें सीटेट परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को आवेदन करने का मौका मिलता है ।
DSSSB vacancy
दिल्ली के शासकीय विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती हेतु दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड द्वारा शिक्षकों की भर्ती की जाती है। जिसमें टीजीटी तथा पीआरटी पदों पर भर्ती के लिए सीटेट परीक्षा पास अभ्यर्थियों को आवेदन करने का मौका प्राप्त होता है।
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UP Teacher Vacancy 2023: योगी सरकार का तोहफा, 51 हजार शिक्षक भर्ती जल्द, CTET-UPTET क्वालीफाई को मिलेगी एंट्री

UP Shikshak Bharti 2023 (UPDATED): उत्तर प्रदेश में लंबे समय से शिक्षक भर्ती परीक्षा का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों के लिए अच्छी खबर है. उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद (UPBEB) जल्द ही शिक्षक के 51 हजार से अधिक रिक्त पदों पर बंपर भर्ती निकालने वाला है. नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक लोकसभा चुनाव से पहले योगी सरकार प्रदेश में माध्यमिक व राजकीय विद्यालयों में रिक्त शिक्षकों के पदों पर भर्ती करने जा रही है.
इतने पदों पर होगी भर्ती
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बेसिक शिक्षा विभाग में टीजीटी/ पीजीटी शिक्षकों के लगभग 51 हजार से अधिक पद रिक्त हैं, इसके अलावा राजकीय विद्यालयों में शिक्षकों के 7 हजार 471 पद रिक्त हैं. तो वही बात करें प्रवक्ता तथा सहायक अध्यापकों के पदों कि तो बताया जा रहा है प्रवक्ता के 2115 जबकि सहायक अध्यापक के 5256 पद खाली हैं जिनपर भर्ती की जानी है.
CTET-UPTET पास कर सकेंगें आवेदन
उत्तर प्रदेश के प्राइमरी तथा अपर प्राइमरी सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती सुपर टेट परीक्षा (SUPER TET) के माध्यम से की जाती है, जिसका आयोजन उत्तर प्रदेश बेसिक एजुकेशन बोर्ड द्वारा किया जाता है. सुपर टेट परीक्षा में केवल वे अभ्यर्थी ही शामिल हो सकते हैं जिन्होंने यूपी टेट परीक्षा (Uttar Pradesh Teacher Eligibility Test– UPTET) पास की हो. बहुत से अभ्यर्थियों के मन में यह सवाल भी रहता है कि क्या सीटेट परीक्षा क्वालीफाई अभ्यर्थी यूपी शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल हो सकते हैं?
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश शिक्षक भर्ती परीक्षा यानी सुपर टेट में शामिल होने के लिए उम्मीदवार को किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक डिग्री तथा टीचिंग ट्रेनिंग कोर्स (D.El.Ed, BTC, B.Ed. आदि) पास किया होना चाहिए साथ ही UPBEB द्वारा आयोजित यूपी टेट परीक्षा पास होना जरूरी है. इसके अलावा पेपर -1 के लिए सीटेट पास अभ्यर्थी भी सुपर टेट परीक्षा देने के पात्र होते हैं.
यदि बात करें आयु सीमा की तो न्यूनतम 21 वर्ष से लेकर अधिकतम 40 वर्ष की आयु वाले अभ्यर्थी सुपर टेट परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं हालांकि उत्तर प्रदेश के मूल निवासी अभ्यर्थियों को कैटेगरी वाइज अधिकतम आयु में छूट का प्रावधान है अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक नोटिफिकेशन पढ़ें.
इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट ctet.nic.in पर जाकर अपना आवेदन सबमिट कर सकते हैं. सीटेट परीक्षा पास करने पर उम्मीदवार सुपर टेट के साथ ही केंद्र सरकार द्वारा संचालित केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय तथा आर्मी पब्लिक स्कूल आदि में निकलने वाली शिक्षकों की भर्ती में भी शामिल हो सकते हैं.
कब आएगा यूपीटीईटी नोटिफ़िकेशन? (UPTET 2023 Notification Update)
उत्तर प्रदेश में शिक्षक बनने की चाह रखने वाले लाखों अभ्यर्थी उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी यूपीटीईटी के नोटिफिकेशन का इंतजार कर रहे हैं नवीनतम मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यूपीटीईटी परीक्षा का नोटिफिकेशन फ़रवरी 2023 के अंतिम सप्ताह या मार्च के पहले सप्ताह तक जारी किया जा सकता है। नोटिफिकेशन जारी होने के बाद अभ्यर्थी आधिकारिक वेबसाइट updeled.gov.in पर जाकर आवेदन कर पाएंगे. जिसके बाद अप्रैल महीने में ऑनलाइन मोड में UPTET परीक्षा आयोजित की जाएगी.
अधिक जानकारी के लिए अभ्यर्थी लगातार शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर विजिट करते रहें बता दें कि यूपीटीईटी परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी की उम्र 18 साल या उससे अधिक होनी चाहिए इसके साथ ही बैचलर डिग्री या समकक्ष डिप्लोमा होना जरूरी है।
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