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CTET 2022-23: ‘समावेशी शिक्षा’ से जुड़े ऐसे सवाल जो सीटेट परीक्षा की अगली शिफ्ट में पूछे जा सकते हैं!

MCQ on Inclusive Education For CTET Exam: टीचिंग के क्षेत्र में रुचि रखने वाले देश के लाखों अभ्यर्थी प्रतिवर्ष सीटेट परीक्षा में शामिल होते हैं। परीक्षा का आयोजन केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के द्वारा ऑनलाइन किया जा रहा है। वे उम्मीदवार जो इस परीक्षा में सम्मिलित होने वाले हैं। उनके लिए इस आर्टिकल में हम बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र के अंतर्गत समावेशी शिक्षा पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न लेकर आए हैं, जो कि आगामी शिफ्ट में पूछे जा सकते हैं। समावेशी शिक्षा से जुड़े प्रश्न अभी तक हुए पेपर में पूछे गए हैं। ऐसे में आगामी शिफ्ट में भी इस टॉपिक से प्रश्न पूछे जाने की प्रबल संभावना है।
केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा में पूछे जाने वाले समावेशी शिक्षा पर आधारित प्रश्न-Inclusive Education Important Questions For CTET
1. Inclusive Education requires:
समावेशी शिक्षा में किसकी आवश्यकता है?
(a) Conductive learning environment सीखने का अनुकूल माहौल
(b) Labelling of students विद्यार्थियों का नामीकरण
(c) Segregation of students विद्यार्थियों का अलगाव
(d) Strengthening of stereotypes रूढ़िवादों को मजबूत बनाना
Ans- a
2. Students having Attention Deficit can be Hyperactivity Disorder (ADHD) identified by challenges they face in:
वो विद्यार्थी जिनमें ध्यान न्यूनता अतिक्रियाशीलता विकार है, उनकी पहचान किस क्षेत्र में उनके सामने आने वाली चुनौतियों से की जा सकती है?
(a) Comprehending the written text लिखित पाठ को समझना
(b) Continuing on a given task for long किसी दिए गए कार्य को लंबे समय तक जारी रखना
(c) Perceiving and understanding situations स्थितियों का अवबोधन और समझना
(d) Sustaining sufficient energy levels पर्याप्त ऊर्जा स्तर बनाए रखना
Ans- b
3. Successful inclusion of students with learning difficulties in reading requires:
वो विद्यार्थी जिन्हें पठन क्षेत्र में अधिगम कठिनाई होती है, उनके सफल समावेशन के लिए निम्न में से किसकी आवश्यकता है?
(a) Compulsory learning of multiple language subjects / बहुभाषा विषयों की अनिवार्य शिक्षा
(b) Reasonable exemptions from language subjects / भाषा विषयों से उचित छूट
(c) Frequent use of punishment for students विद्यार्थियों के लिए दण्ड का बार-बार उपयोग
(d) Permanent segregation of these students विद्यार्थियों का स्थायी अलगाव
Ans- b
4. Optimizing access to tools and assistive technologies will help in inclusion of:
उपकरणों और सहायक तकनीकों की पहुँच को अनुकूलित करने से निम्नलिखित में से किसके समावेशन में मदद मिलेगी?
(i) Students with loss of vision / at farereff दृष्टि बाधित है।
(ii) Students with attention deficit hyperactive disorder/ वो विद्यार्थी जिन्हें ध्यान न्यूनता अतिक्रियाशीलता विकार है।
(iii) Students with Celebral Palsy / वो विद्यार्थी जिन्हें प्रमस्तिष्कीय घात है।
(iv) Students with extraordinary असाधारण प्रतिभा वाले छात्र talent /
Choose the correct option / सही विकल्प का चयन कीजिए
(a) (i)
(b) (ii), (iii)
(c) (i), (ii), (iii)
(d) (i), (ii), (iii), (iv)
Ans- d
5. Which of the following is a correctly mated pair of appropriate accomodation strategy for inclusion of students with the specified disability ?
निम्नलिखित में से कौन सा विकल्प दी गयी दिव्यांगता और संबंधित विद्यार्थियों के समावेशन हेतु यथोचित संयोजन रणनीति का सही युग्म है?
(a) Gifted-Give easy and simplified content प्रतिभाशाली- आसान और बहुत ही सरल सामग्री देना
(b) Autism-Keep changing the classroom arrangement very frequently स्वलीनता – कक्षा की व्यवस्था को बार-बार बदलते रहना
(c) Dysgraphia-Assignment based on the fine drawings/ पठनवैकल्य उत्तम चित्रों के आधार पर वनकार्य देना
(d) Speech impairment – Show patience and ample time to respond चाकू हानि धैर्य दिखाना और प्रतिक्रिया देने के लिए पर्याप्त समय देना
Ans- d
6. Learning is effective when:
अधिगम तब प्रभावी होता है जब :
(a) It is directed by external motivators यह बाहरी प्रेरकों द्वारा निर्देशित देता है।
(b) It promotes competition यह प्रतिस्पर्द्धा को बढ़ावा देता है।
(c) The learning goals for students are framed solely by the teacher faenféren के लिए अधिगम लक्ष्य पूरी तरह से शिक्षक द्वारा तैयार किए जाते हैं।
(d) Students are given opportunities to set their own learning goals / विद्यार्थियों को अपने अधिगम लक्ष्य स्वयं निर्धारित करने के अवसर दिए जाते हैं
Ans- d
7. Constructivist approach of teaching-learning:
शिक्षण अधिगम का रचनावादी दृष्टिकोण-
(a) Emphasizes passive reception of information / सूचना की निष्क्रिय प्राप्ति पर जोर देता है।
(b) Encourages calculation of IQ scores of children / बच्चों की बुद्धि-लब्धि की गणना को प्रोत्साहित करता है
(c) Looks at learning as a process of meaning making/ अधिगम को अर्थ निर्माण प्रक्रिया के रूप में देखता है
(d) Focuses On the use of programmed instruction / क्रमादेशित निर्देश के उपयोग पर केंद्रित है
Ans- c
8. National Education Policy 2020 proposes a shift towards
राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 किसकी ओर बदलाव का प्रस्ताव रखती है?
(a) Learning to learn / यह सीखना कि कैसे सीखना है
(b) Rote learning/ रटकर सीखने की प्रक्रिया
(c) Increase in course content पाठ्यक्रम सामग्री में वृद्धि
(d) Standardization / मानकीकरण
Ans- a
9. Application, analysis and synthesis are examples of –
अनुप्रयोग, विश्लेषण और संश्लेषण किसके उदाहरण हैं?
(a) Higher-order thinking skills उच्च क्रम चिंतन कौशल
(b) Lower-order thinking skills निचले क्रम की कौशल
(c) Declarative knowledge/ घोषणात्मक ज्ञान
(d) Procedural knowledge/ प्रक्रियात्मक ज्ञान
Ans- a
10. In order to address the ‘alternative beliefs’ carried by students; it is important to:
विद्यार्थियों द्वारा ग्रहण की गई वैकल्पिक धारणाओं को संबोधित करने के लिए निम्न में से क्या महत्वपूर्ण है?
(a) Create the circumstances where students feel restricted to express their views t परिस्थितियाँ बनाना जहाँ विद्यार्थी अपने विचार व्यक्त करने के लिए प्रतिबंधित महसूस करें।
(b) Deliver the content to be taught through teacher-centric pedagogies / विषयवस्तु को शिक्षक केन्द्रित शिक्षाशास्त्र के माध्यम से पढ़ाना
(c) Generate the situations where alternative beliefs carried by students can be expressed ऐसी परिस्थितियाँ उत्पन्न करना जहाँ विद्यार्थी वैकल्पिक धारणाओं को व्यक्त कर सके।
(d) Ignore the role of socio-cultural context of the students in learning process / अधिगम प्रक्रिया में विद्यार्थियों के सामाजिक-सांस्कृतिक संदर्भ की भूमिका की उपेक्षा करना
Ans- c
11. Which of the following should be promoted by a teacher?
निम्नलिखित में से किसे एक शिक्षिका द्वारा बढ़ावा दिया जाना चाहिए?
(a) Approach-oriented mastery goals महारत हासिल करने की दिशा में उन्मुख लक्ष्य
(b) Avoidance-oriented mastery goals परिहार- उन्मुख महारत लक्ष्य
(c) Approach-oriented performance goals प्रदर्शन की दिशा में उन्मुख लक्ष्य मैं
(d) Avoidacne-oriented performance goals. परिहार उन्मुख प्रदर्शन लक्ष्य
Ans- a
12. A teacher should inculcate a sense of —————- among her learners.
एक शिक्षक को अपने शिक्षार्थियों में —————- की भावना पैदा करनी चाहिए
(a) Belonging / जुड़ाव
(b) Exclusion बहिष्करण
(c) Inferiority / हीनता
(d) Alienation / अलगाव
Ans- a
13. Assertion (A): Teachers should ask questions that facilitates students to establish relationships between what they are expected to learn and what they already know
अभिकथन (A): शिक्षकों को ऐसे प्रश्न पूछने चाहिए जो विद्यार्थियों को उनसे जो अधिगम की अपेक्षा की जाती है और जो वे पहले से जानते हैं, के बीच संबंध स्थापित करने को सुसाध्य करें।
Reason (R): Prior knowledge doesn’t play any role in learning of new concepts.
कारण (R): पूर्व ज्ञान नई अवधारणाओं के अधिगम में कोई भूमिका नहीं निभाता है। सही विकल्प चुनें।
(a) Both (A) and (R) are true and (R) is the correct explanation of (A) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R) सही व्याख्या करता है (A) की ।
(b) Both (A) and (R) are true but (R) is not the correct explanation of (A) (A) और (R) दोनों सही हैं लेकिन (R) सही व्याख्या नहीं है (A) की
(c) (A) is true but (R) is false (A) सही है, लेकिन (R) गलत है।
(d) Both (A) and (R) are false (A) और (R) दोनों गलत है
Ans- c
14. Which of the following is a correctly matched pair of a source of motivation and the type of motivation?
निम्नलिखित में से कौन-सा प्रेरणा के स्रोत और प्रेरणा के प्रकार का सही मिलाप युग्म है?
(a) Avoiding motivation दण्ड से बचाव आंतरिक प्रेरणा
(b) Cash Prize- Intrinsic motivation नकद पुरस्कार आंतरिक प्रेरणा
(c) Curiosity – Extrinsic motivation जिज्ञासा- बाहरी प्रेरणा
(d) Interest-Intrinsic motivation रुचि- आंतरिक प्रेरणा
Ans- d
15. For effective learning to take place, what should be the starting point for instruction?
प्रभावी अधिगम हेतु, निर्देश के लिए प्रारंभिक बिंदु क्या होना चाहिए?
(a) Fear of failure / असफलता का डर
(b) Children’s socio-cultural context/ बच्चों का सामाजिक-सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य
(c) Reward for success / सफलता के लिए इनाम
(d) Sense of competition / प्रतिस्पर्द्धा की भावना
Ans- b
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UP Teacher Vacancy 2023: योगी सरकार का तोहफा, 51 हजार शिक्षक भर्ती जल्द, CTET-UPTET क्वालीफाई को मिलेगी एंट्री

UP Shikshak Bharti 2023 (UPDATED): उत्तर प्रदेश में लंबे समय से शिक्षक भर्ती परीक्षा का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों के लिए अच्छी खबर है. उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद (UPBEB) जल्द ही शिक्षक के 51 हजार से अधिक रिक्त पदों पर बंपर भर्ती निकालने वाला है. नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक लोकसभा चुनाव से पहले योगी सरकार प्रदेश में माध्यमिक व राजकीय विद्यालयों में रिक्त शिक्षकों के पदों पर भर्ती करने जा रही है.
इतने पदों पर होगी भर्ती
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बेसिक शिक्षा विभाग में टीजीटी/ पीजीटी शिक्षकों के लगभग 51 हजार से अधिक पद रिक्त हैं, इसके अलावा राजकीय विद्यालयों में शिक्षकों के 7 हजार 471 पद रिक्त हैं. तो वही बात करें प्रवक्ता तथा सहायक अध्यापकों के पदों कि तो बताया जा रहा है प्रवक्ता के 2115 जबकि सहायक अध्यापक के 5256 पद खाली हैं जिनपर भर्ती की जानी है.
CTET-UPTET पास कर सकेंगें आवेदन
उत्तर प्रदेश के प्राइमरी तथा अपर प्राइमरी सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती सुपर टेट परीक्षा (SUPER TET) के माध्यम से की जाती है, जिसका आयोजन उत्तर प्रदेश बेसिक एजुकेशन बोर्ड द्वारा किया जाता है. सुपर टेट परीक्षा में केवल वे अभ्यर्थी ही शामिल हो सकते हैं जिन्होंने यूपी टेट परीक्षा (Uttar Pradesh Teacher Eligibility Test– UPTET) पास की हो. बहुत से अभ्यर्थियों के मन में यह सवाल भी रहता है कि क्या सीटेट परीक्षा क्वालीफाई अभ्यर्थी यूपी शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल हो सकते हैं?
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश शिक्षक भर्ती परीक्षा यानी सुपर टेट में शामिल होने के लिए उम्मीदवार को किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक डिग्री तथा टीचिंग ट्रेनिंग कोर्स (D.El.Ed, BTC, B.Ed. आदि) पास किया होना चाहिए साथ ही UPBEB द्वारा आयोजित यूपी टेट परीक्षा पास होना जरूरी है. इसके अलावा पेपर -1 के लिए सीटेट पास अभ्यर्थी भी सुपर टेट परीक्षा देने के पात्र होते हैं.
यदि बात करें आयु सीमा की तो न्यूनतम 21 वर्ष से लेकर अधिकतम 40 वर्ष की आयु वाले अभ्यर्थी सुपर टेट परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं हालांकि उत्तर प्रदेश के मूल निवासी अभ्यर्थियों को कैटेगरी वाइज अधिकतम आयु में छूट का प्रावधान है अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक नोटिफिकेशन पढ़ें.
इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट ctet.nic.in पर जाकर अपना आवेदन सबमिट कर सकते हैं. सीटेट परीक्षा पास करने पर उम्मीदवार सुपर टेट के साथ ही केंद्र सरकार द्वारा संचालित केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय तथा आर्मी पब्लिक स्कूल आदि में निकलने वाली शिक्षकों की भर्ती में भी शामिल हो सकते हैं.
कब आएगा यूपीटीईटी नोटिफ़िकेशन? (UPTET 2023 Notification Update)
उत्तर प्रदेश में शिक्षक बनने की चाह रखने वाले लाखों अभ्यर्थी उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी यूपीटीईटी के नोटिफिकेशन का इंतजार कर रहे हैं नवीनतम मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यूपीटीईटी परीक्षा का नोटिफिकेशन फ़रवरी 2023 के अंतिम सप्ताह या मार्च के पहले सप्ताह तक जारी किया जा सकता है। नोटिफिकेशन जारी होने के बाद अभ्यर्थी आधिकारिक वेबसाइट updeled.gov.in पर जाकर आवेदन कर पाएंगे. जिसके बाद अप्रैल महीने में ऑनलाइन मोड में UPTET परीक्षा आयोजित की जाएगी.
अधिक जानकारी के लिए अभ्यर्थी लगातार शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर विजिट करते रहें बता दें कि यूपीटीईटी परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी की उम्र 18 साल या उससे अधिक होनी चाहिए इसके साथ ही बैचलर डिग्री या समकक्ष डिप्लोमा होना जरूरी है।
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CTET Answer Key 2023: शिक्षक पात्रता परीक्षा की आंसर की करें डाउनलोड, जानें कब तक आयेगा परीक्षा परिणाम

CTET Answer Key 2023: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड याने CBSE द्वारा आयोजित की जाने वाली CTET परीक्षा आज 7 फ़रवरी को पूरी हो चुकी है, यह परीक्षा 28 दिसंबर अग़ल-अलग दिन दो शिफ्ट में आयोजित की जा रही है जिसमें शिक्षक बनने की चाह रखने वाले लाखों अभ्यर्थी शामिल हुए है। अब परीक्षा की समाप्ति के बाद अभ्यर्थी अपनी आंसर की जारी होने का इंतज़ार कर रहे है, बता दें कि परीक्षा समाप्ति के कुछ दिन के भीतर ही CBSE द्वारा आंसर की जारी कर दी जाती है।
इस दिन जारी होगी आंसर की
CTET परीक्षा में शामिल हुए अभ्यर्थियों का इंतज़ार जल्द ही ख़त्म होने वाला है मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़ CBSE द्वारा 11 फ़रवरी 2023 को आधिकारिक वेबसाइट ctet.nic.in पर CTET पेपर 1 तथा पेपर 2 की आंसर की जारी कर दी जाएगी। इसके बाद मार्च माह में फाइनल आंसर-की तथा परीक्षा परिणाम जारी किया जा सकता है।
बता दें आंसर की लिंक ऐक्टिव होने के बाद उम्मीदवार अपने रजिस्ट्रेशन नंबर तथा जन्म तारीख़ की सहायता से आधिकारिक वेबसाइट पर लॉगिन कर अपनी उत्तर कुंजी डाउनलोड कर पाएँगें।
परीक्षा में लागू होगा नॉर्मलिज़ेशन
सीबीएसई द्वारा दिसंबर 2021 में पहली बार CTET परीक्षा ऑनलाइन आयोजित की गई थी, तथा इस बार भी यह परीक्षा ऑनलाइन ही आयोजित हुई है। चुकी परीक्षा का आयोजन अलग- अगल दिन कई शिफ़्टों में किया गया है लिहाज़ा परीक्षार्थियों के मध्य समान प्रतिस्पर्द्धा क़ायम रखने के लिए नॉर्मलिज़ेशन व्यवस्था को लागू किया गया है। बता दें कि परीक्षा में नॉर्मलिज़ेशन होने की जानकारी CBSE द्वारा नोटिफिकेशन जारी कर पहले ही दे दी गई थी।
CTET Exam Cut Off 2023
सीटीएटी परीक्षा में कैटेगरी वाइज कटऑफ़ निर्धारित किया गया है। पेपर 1 तथा पेपर 2 के लिए कट ऑफ अंक समान है। सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी को इस परीक्षा में पास होने के लिए 60 प्रतिशत अंक याने 150 नंबर के पेपर में 90 अंक लाना होगा, जबकि आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को 55 प्रतिशत अंक यानें 150 अंक के पेपर में 82 अंक लाना होगा।
Category | Minimum qualifying percentage | Minimum qualifying Marks |
Schedule Caste (SC) | 55% | 82 out of 150 |
Schedule Tribe (ST) | 55% | 82 out of 150 |
CTET Exam 2023 Important FAQs
नहीं, CBSE द्वारा आयोजित सीटीईटी परीक्षा में किसी भी प्रकार की नकारात्मक मार्किंग नहीं की जाती है।
आजीवन, CTET परीक्षा पास करने वालों अभ्यर्थियों को मिलने वाले सर्टिफिकेट की वैद्यता लाइफ टाइम कर दी गई है जो पहले 7 वर्ष थी।
इस परीक्षा में शामिल होने के लिए अधिकतम उम्र सीमा निर्धारत नहीं है, हालाकि न्यूनतम आयु 18 वर्ष होना चाहिए।
उम्मीदवार जीतने बार चाहे उतने बार सीटीईटी परीक्षा में शामिल हो सकते है, जो अभ्यर्थी इस परीक्षा में पास हो चुके है वे अपने स्कोर को सुधार के लिए दुबारा परीक्षा दे सकते है।
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CTET 2022-23: लेव वाइगोत्सकी के सिद्धांत से परीक्षा में पूछे जा रहे है ये सवाल, अभी पढ़ें

Lev Vygotsky’s Theories Based MCQ For CTET: शिक्षक बनने के लिए जरूरी सीटेट यानी केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन 7 फरवरी 2023 तक ऑनलाइन सीबीटी मोड में किया जा रहा है. यह परीक्षा 29 दिसंबर 2023 से शुरू हुई थी तथा अब 3, 4, 6 तथा 7 फरवरी को परीक्षा का आयोजन होना बाकी है. यदि आप भी आगामी सीटेट परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं तो इस आर्टिकल में दी गई जानकारी आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं.
यहां पर हम नियमित रूप से सीटेट परीक्षा के लिए प्रैक्टिस सेट शेयर करते रहे हैं। इसी श्रृंखला में आज हम लेव वाइगोत्सकी के सिद्धांत पर आधारित कुछ ऐसे सवाल लेकर आए हैं, जो की परीक्षा में पूछे जा सकते हैं। तो लिए जाने इन महत्वपूर्ण सवालों को जो की इस प्रकार हैं।
लेव वाइगोत्सकी के सिद्धांत से जुड़े संभावित प्रश्न—CTET Exam Lev Vygotsky’s Theories Related Questions
1. लेव वाइगोत्स्की के अनुसार, निम्न में से किसके लिए “समीपस्थ विकास क्षेत्र” का इस्तेमाल करना चाहिए?
1. अध्यापन और मूल्याँकन
2. केवल अध्यापन
3. केवल मूल्यांकन
4. प्रवाही बौद्धिकता की पहचान
Ans- 1
2. एक विशिष्ट संप्रत्यय को पढ़ाने हेतु एक अध्यापिका बच्चे को आधा हल किया हुआ उदाहरण देती है। लेव वायगोत्सकी के अनुसार अध्यापिका किस रणनीति का इस्तेमाल कर रही है?
1. अवलोकन अधिगम
2. पाड़
3. द्वंद्वात्मक अधिगम
4. अनुकूलन
Ans- 2
3. ‘समीपस्थ विकास के क्षेत्र का संप्रत्यय किसने प्रतिपादित किया है?
1. जेरोम ब्रूनर
2. डेविड ऑसबेल
3. रोबर्ट एम. गायने
4 लेव व्यागोत्सकी
Ans- 4
4. रश्मि अपनी कक्षा में विद्यार्थियों के सीखने की क्षमता को ध्यान में रखकर विभिन्न प्रकार के कार्यकलापों का उपयोग करती है और सहपाठियों द्वारा अधिगम को बढ़ावा देने के लिए समूह भी बनाती है। निम्नलिखित में से कौन-सा इसका समर्थन करता है?
1. सिग्मंड फ्रॉयड का मनो यौनिक सिद्धांत
2. लेव वायगोत्सकी का सामाजिक सांस्कृतिक सिद्धांत
3. लॉरेंस कोहलबर्ग का नैतिक विकास का सिद्धांत
4. बी. एफ. स्किनर का व्यवहारवादी सिद्धांत
Ans- 2
5. वायोगात्सकी के सिद्धांत के अनुसार ‘निजी संवाद’
1. बच्चों के आत्मकेंद्रीयता का घोतक है।
2. बच्चों के क्रियाकलापों और व्यवहार का अवरोधक है।
3. जटिल कार्य करते समय बच्चे को उसके व्यवहार संचालन में सहायता देता है।
4. यह संकेत देता है कि संज्ञान कभी भी आंतरिक नहीं होता।
Ans- 3
6. कौन सा कथन लेव व्यागोत्सकी के मूल सिद्धांत को सही मायने में दर्शाता है?
1. अधिगम एक अन्तमन प्रक्रिया है।
2. अधिगम एक सामाजिक क्रिया है।
3. अधिगम उत्पतिमूलक क्रमादेश है।
4. अधिगम एक अक्रमबद्ध प्रक्रिया है जिसके चार चरण है।
Ans- 2
7. इनमें से कौन-सा अध्यापक द्वारा पाड़ का उदाहरण नहीं है?
1. अनुकरण के लिए कौशलों का प्रदर्शन करना
2. रटना
3. इशारे एवं संकेत
4. सहपाठियों संग साझा शिक्षण
Ans- 2
8. लेव वायगोत्सकी के संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत को ……….. कहा जाता है क्योंकि वे तर्क देते हैं कि बच्चों का सीखना संदर्भ में होता है।
1. मनोगतिशील
2. मनोलैंगिक
3. सामाजिक सांस्कृतिक
4. व्यवहारात्मक
Ans- 3
9. जब कोई अध्यापिका किसी विद्यार्थी को उसके विकास के निकटस्थ क्षेत्र पर पहुंचाने के लिए सहायता को उसके निष्पादन के वर्तमान स्तर के अनुरूप है, तो अध्यापिका किस नीति का प्रयोग कर रही है। कर रही है।
1. सहयोगात्मक अधिगम का प्रयोग
2. अंतर पक्षता का प्रदर्शन
3. पाड़
4. विद्यार्थी में संज्ञानात्मक द्वंद पैदा करना
Ans- 3
10. लेव वायगोत्सकी द्वारा दिए बच्चों के विकास का सिद्धांत किस पर आधारित है ?
1. भाषा और संस्कृति
2. भाषा और परिपक्वता
3. भाषा और भौतिक जगत
4. परिपक्वता और संस्कृति
Ans- 1
11.समीपस्थ विकास के क्षेत्र’ की संरचना किसने प्रतिपादित की थी?
1. लॉरेंस कोहल
2. लेव वायगोत्स्की
3. ज़ोरोंन ब्रूनर
4. जीन पियाजे
Ans- 2
12. निम्न में से कौन-सा कथन बच्चों के संज्ञानात्मक विकास के विषय में जीन पियाजे और लेव वायगोत्सकी के विचारों के बीच मुख्य अंतर दर्शाता है?
1. पियाजे बच्चों के स्वतंत्र प्रयासों द्वारा जगत को अनुभव करने पर जोर देते हैं, जबकि वायगोत्स्की संज्ञानात्मक विकास को सामाजिक मध्यस्थ प्रक्रिया के रूप में देखते हैं।
2. पियाजे बच्चों को सक्रिय स्वतंत्र जीव के रूप में देखते हैं, जबकि वायगोत्स्की उन्हें मुख्यतः वातावरण द्वारा नियंत्रित जीव के रूप में देखते हैं।
3. पियाजे भाषा को बच्चों के संज्ञानात्मक विकास के लिए महत्वपूर्ण मानते हैं, जबकि विकास पर बल देते हैं।
4. पियाजे के अनुसार बच्चे अपने मार्गदर्शन के लिए स्वयं से बात कर सकते हैं, जबकि वायगोत्सकी के लिए बच्चों की बात आत्मकेन्द्रीयता का द्योतक है।
Ans- 1
13. एक अध्यापिका शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया में विद्यार्थियों को सहपाठियों से अंतः क्रिया कराकर एवं सहारा देकर अध्यापन करती है। यह शिक्षण अधिगम की प्रक्रिया किस पर आधारित है ?
1. लॉरेंस कोहलबर्ग के नैतिक विकास सिद्धांत पर
2. जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास सिद्धांत पर
3. लेव वायगोत्स्की के सामाजिक-सांस्कृतिक सिद्धांत पर
4. हावर्ड गार्डनर के बहुआयामी बुद्धि सिद्धांत पर
Ans- 3
14. वायगोत्स्की के सिद्धान्त के अनुसार ‘सहायक खोज’ किस में सहायक है।
1. संज्ञानात्मक द्वंद्व
2. उत्प्रेरक-प्रतिक्रिया सहचर्य
3. पुनर्बलन
4. सहपाठी- सहयोग
Ans- 4
15. कक्षा में विद्यार्थियों को त्यौहारों को मनाने के अपने अनुभवों को साझा करने के देना और उसके आधार पर सूचना निर्मित करने को बढ़ावा देना किसका उदाहरण है। ?
1. व्यवहारवाद
2. पाठ्यपुस्तक आधारित अध्यापन
3. सामाजिक संरचनावाद
4. प्रत्यक्ष निर्देशन
Ans- 3
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