Connect with us

CTET

CTET EVS Revision MCQ: ‘पर्यावरण पेडागॉजी’ के महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय सवाल जो सीटेट परीक्षा की दृष्टि से है बेहद महत्वपूर्ण!

Published

on

CTET Quiz On EVS Pedagogy
Advertisement

EVS Final Revision MCQ For CTET Exam: केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा 2022 के 16वे संस्करण का आयोजन दिसंबर से जनवरी माह के बीच में किया जाना है। जिसके लिए जल्द ही बोर्ड के द्वारा परीक्षा तिथि जारी कर दी जाएगी। यदि आप भी सीटेट परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं, तो आपके लिए यहां पर हम पर्यावरण अध्ययन के कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न लेकर आए हैं, जो की परीक्षा में पूछे जा सकते हैं उन प्रश्नों का अध्ययन अभ्यर्थियों को परीक्षा से पूर्व एक बार अवश्य कर लेना चाहिए जिससे कि बेहतर परिणाम प्राप्त हो सके।

परीक्षा में पूछे जा सकते हैं पर्यावरण पेडागॉजी के यह प्रश्न—Top MCQ Based on EVS For CTET Exam 2022

1. पर्यावरण अध्ययन में शिक्षक के द्वारा बच्चों को स्वयं के आकलन के लिए अवसर देना चाहिए। स्व: आकलन है/In EVS, teachers should provide opportunities to the children to assess themselves. Self-assessment is –

(1) सीखने के लिए आकलन/Assessment for learning

Advertisement

(2) सी.सी.ई./CCE

(3) सीखने के समान आकलन /Assessment as learning 

(4) सीखने का आकलन/Assessment of learning

Ans- 3

 2 राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2005 प्राथमिक स्तर पर पर्यावरण अध्ययन शिक्षण का प्रमुख उद्देश्य होना चाहिए/ National Curriculum Framework, 2005 strongly recommends that teaching of EVS at primary stage should primarily aim at 

(1) विषय की आधारभूत संकल्पनाओं की आधारभूत समझ का विकास/ developing understanding of basic concepts of the subject 

(2) विषय के आधारभूत सिद्धांतों को स्मरण करना/ memorizing basic principles of the subject 

(3) कक्षा कक्षीय अधिगम को विद्यालय के बाहर के जीवन से जोड़ना/linking classroom learning to life outside the school 

(4) स्वतंत्र रूप से प्रयोग करने की कुशलता अर्जित करना/ acquiring skills to carry experiments independently

Ans- 3 

3. ———– के अलावा निम्नलिखित पर्यावरण अध्ययन पढ़ाने की विधियाँ हैं।/ The following are the methods to teach EVS except

(1) सहयोगात्मक अधिगम/ Cooperative learning 

(2) निर्देशित खोज/Guided enquiry

(3) व्याख्यानों द्वारा स्पष्ट करने/ Explaining through lectures

(4) समस्या समाधान/ Problem-solving

Advertisement

Ans- 3

Q4. शिक्षार्थियों का आकलन करते समय पर्यावरण अध्ययन की शिक्षिका को निम्नलिखित में से क्या नहीं करना चाहिए? /Which one of the following should not be done by the EVS teacher while assessing students? 

(1) बच्चों के कार्य से संबंधित करना गुणात्मक उल्लेख/ Write qualitative statements about students work.

(2) बच्चों के पूर्व आकलन के साथ तुलना करना /Compare with previous assessment record of students.

(3) शिक्षार्थियों की सीखने की क्षमताओं को ध्यान में रखकर सूचना दर्ज करना /) Record information in the light of the students learning potential. 

(4) बच्चों के कार्य के केवल कुछ पक्षों पर ध्यान केंद्रित करना/Focus only on a few aspects of students work.

Ans- 4 

Q.5. ईवीएस कक्षा में समूह में सीखने का क्या उद्देश्य है? /What purpose does group learning serve in an EVS classroom?

(1) छात्रों को आसानी से प्रबन्धित करना और वर्कलोड को कम करना /To manage students easily and reduce workload

(2) लड़के और लड़कियाँ अलग-अलग सीख सकते हैं /Boys and girls can learn separately

(3) कम और उच्च प्रदर्शन करने वाले छात्रों को अलग करना और उपचारात्मक शिक्षण देना /To segregate high performers and low achieving students and to do remedial teaching

(4) सहयोग के मूल्यों को लागू करने और एक साथ काम करने के लिए प्रत्येक बच्चे को सक्रिय रूप से भाग लेने और सीखने में सक्षम बनाना/ To inculcate values of cooperation and working together to enable each child participate actively and learn

Ans- 4

Q.6. पर्यावरण अध्ययन की एक अच्छी पाठ्यचर्या को बच्चे के प्रति सही, जीवन के प्रति सही और विषय के प्रति सही होना चाहिए पाठ्यचर्या की निम्नलिखित विशेषताओं में से कौन सी उपर्युक्त आवश्यकता को पूरा नहीं करती?/Good EVS curriculum should be true to the child, true to life and true to the subject. Which of the following characteristics of a curriculum does not meet the above requirements?

(1) यह भय एवं पूर्वाग्रहों से मुक्त होने के मूल्य को बढ़ावा देती है/It promotes the value of freedom from fear and prejudice.

(2) यह विषय को एक सामाजिक प्रक्रम के रूप में देखने के लिए शिक्षार्थियों हेतु आवश्यक है /It requires the learner to view the subject as a social enterprise. 

(3) यह शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया पर अधिक बल देती है। /It emphasizes more on processes of teaching and learning.

(4) यह शब्दावली और परिभाषाओं पर अधिक बल देती है/It emphasizes more on terms and  definitions.

Advertisement

Ans- 4

Q.7. पर्यावरण अध्ययन की पाठ्य-पुस्तक में प्रयुक्त भाषा:/The language used in an EVS textbook : 

(1) रूखी और बच्चों के द्वारा समझने में कठिन होनी चाहिए/ should be terse and difficult for children to comprehend

(2) परिभाषाओं पर बल देते हुए औपचारिक बनाई जानी चाहिए /should be formalized with emphasis on definitions 

(3) तकनीकी और औपचारिक होनी चाहिए/ should be technical and formal 

(4) बच्चे की दिन-प्रतिदिन की भाषा से संबद्ध होनी चाहिए/ should be related to everyday language of the child

Ans- 4

Q.8. एक पब्लिक स्कूल में प्रत्येक कक्षा में लगभग दो से तीन बच्चे विशेष आवश्यकता वाले हैं। कुछ बच्चे शारीरिक या मानसिक रूप से विकलांग (बाधित) हैं। ये बच्चे अन्य बच्चों के साथ उसी कक्षा में एक साथ पढ़ते हैं। उपरोक्त पब्लिक स्कूल निम्न में से किसका अनुपालन करता है?/A public school has about two to three children with special needs in every class. Some children are physically or mentally challenged. These children study with other children while sitting in the same class. The public school mentioned above follows which of the following?

(1) समवयस्क शिक्षा/Peer education

(2) प्रतिपूरक अधिगम/ Compensatory learning

(3) सतत एवं व्यापक मूल्यांकन/ CCE

(4) समावेशी शिक्षा/ Inclusive education

Ans- 4 

Q.9. निम्नलिखित में से कौन-सी EVS कक्षा में गतिविधि है/गतिविधियाँ हैं?/ Which of the following is/are activity / activities in EVS classroom?

(1) श्यामपट्ट का उपयोग/ Use of blackboard

(2) चित्र पढ़ना/Picture reading

(3) फील्ड भ्रमण/ Field visit 

(4) ये सभी/All of the above

Advertisement

Ans- 4 

Q.10. निम्नलिखित में से कौन-सा एक पर्यावरण अध्ययन के सम्बन्ध में सत्य नहीं है?/Which one of the following is not true w.r.t EVS?

(1) पर्यावरण अध्ययन वर्णनों और परिभाषाओं पर बल देता है/ EVS emphasises descriptions and definitions

(2) पर्यावरण अध्ययन की प्रकृति एकीकृत है।/ Nature of EVS is integrated

(3) पर्यावरण अध्ययन बालकेन्द्रित अध्ययन है/EVS is based on child centred learning

(4) पर्यावरण अध्ययन बच्चों को अपने परिवेश को खोजने का अवसर देता है/EVS provides opportunities to the learners to explore their environment

Ans- 1 

Q.11. प्राथमिक स्तर पर ‘मानचित्रांकन’ सिखाने से शिक्षार्थियों में निम्नलिखित में से किस कौशल को बढ़ावा मिलता है ?/ Mapping’ at primary level promotes which of the following skills in learners? 

(1) गणनाएँ और अनुमान/ Calculations and Estimations 

(2) माप के अनुसार चित्रण करना/ Drawing according to scale

(3) सापेक्ष स्थिति और दिशाबोध की जानकारी/Idea about relative positions and orientations 

(4) साफ-सुथरा रेखांकन/ Neat drawing

Ans- 3 

Q. 12. पर्यावरण अध्ययन में एक अच्छे दत्त कार्य का मुख्य लक्ष्य होना चाहिए -/A good assignment in EVS should primarily aim at

(1) प्रभावी अधिगम के लिए पाठ की दोहराई।/revise the lesson for effective learning.

(2) समय का बेहतर उपयोग सुनिश्चित करना।/ensure better utilization of time.

(3) शिक्षार्थियों को अनुशासन में बनाए रखना /keep the students engaged and disciplined.

(4) अधिगम विस्तार के अवसर उपलब्ध कराना ।/provide extended learning opportunities

Advertisement

Ans- 4 

Q.13. एन.सी.ई.आर.टी. की पाठ्य-पुस्तकों में पर्यावरण अध्ययन को उच्च प्राथमिकता और स्थान दिया गया है/ Higher priority and space has been given in NCERT textbooks on EVS to –

(1) विषय की आधारभूत संकल्पनाओं की व्याख्या करने के लिए /explain basic concepts of the subject. 

(2) चिंतन और विस्मय के लिए शिक्षार्थियों को अवसर उपलब्ध कराने के लिए /provide opportunities to learners for contemplation and wondering. 

(3) तकनीकी शब्दावली की सटीक परिभाषाएँ उपलब्ध कराने के लिए /provide exact definitions of technical terms.

(4) अधिक संख्या में अभ्यास प्रश्नों को शामिल करने के लिए/include large number of practice questions.

Ans- 2  

Q. 14. पर्यावरण अध्ययन की प्रकृति निम्नलिखित का समर्थन नहीं करती /The nature of environment studies does not advocate that:

(1) बच्चों को खोज करने के लिए पर्याप्त स्थान मिले/children get a lot of space to explore

(2) बच्चे कम गलतियाँ करें/children make fewer mistakes 

(3) बच्चों को करके सीखने का अवसर मिले /children get space to learn by doing

(4) बच्चे बहुत से प्रश्न पूछे/children ask a lot of questions

Ans- 2 

15. पर्यावरण अध्ययन शिक्षण के संदर्भ में राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (NCF, 2005) निम्नलिखित में से किसे प्रस्तावित नहीं करती ?/Which one of the following the National Curriculum Framework (NCF, 2005) does not propose in the context of EVS teaching?

(1) विषयानुसार उपागम/Thematic Approach 

(2) बच्चों के अनुभवों और संदर्भों से जोड़ना/Linkages with children’s experience and context 

(3) हस्तपरक क्रियाकलाप/ Hands on activities

(4) तकनीकी शब्दावली से परिचित कराना/ Familiarity with technical terms

Advertisement

Ans- 4

Read More:-

CTET Exam 2022: परीक्षा हॉल में जाने से पहले जरूर पढ़ें ‘हिंदी पेडगॉजी’ के इन प्रश्नों को!

CTET 2022: क्या आप बता सकते हैं ‘गणित पेडागोजी’ के इन सवालो के सही जबाव!

यहां पर हमने दिसंबर में आयोजित होने वाली केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए पर्यावरण पेडागॉजी से संबंधित महत्वपूर्ण सवालों (EVS Final Revision MCQ For CTET Exam) का अध्ययन किया। केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) से जुड़ी नवीनतम अपडेट और प्रैक्टिस सेट प्राप्त करने के लिए आप हमारे टेलीग्राम चैनल के सदस्य बने, जॉइन लिंक नीचे दी गई है

Advertisement

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

CTET

CTET Result 2023: सीटेट Answer Key तथा Result जारी होने की डेट निश्चित, नॉर्मलाइजेशन को लेकर बड़ा अपडेट

Published

on

By

CTET Result 2023
Advertisement

CBSE द्वारा केंद्र सरकार के माध्यम से संचालित स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए आयोजित की जाने वाली केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा 7 फरवरी को समाप्त हो चुकी है. अब इस परीक्षा में शामिल हुए परीक्षार्थी अपनी Answer Key तथा Result जारी होने का इंतजार कर रहे हैं. 

ज़ी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक सीटेट परीक्षा की प्रोविजनल Answer Key तथा CTET Result 2023 जारी होने की तिथि निश्चित की जा चुकी है तथा जल्द ही अभ्यर्थियों का इंतजार खत्म होने वाला है.

 पहले जारी होगी प्रोविजनल Answer Key

सीबीएसई द्वारा पहले प्रोविजनल Answer Key जारी की जाएगी, जिस पर परीक्षार्थियों को ऑब्जेक्शन दर्ज करने का मौका दिया जाएगा, हालांकि अभ्यर्थियों को आपत्ति दर्ज करने के लिए प्रति प्रश्न ₹1000 शुल्क देना होगा. यदि अभ्यर्थी की आपत्ति सही पाई जाती है तो ऑब्जेक्शन शुल्क अभ्यर्थी को लौटा दिया जाएगा. प्रोविजनल Answer Key पर प्राप्त हुई सभी आपत्तियों का निराकरण सीबीएसई द्वारा गठित एक्सपर्ट टीम द्वारा किया जाएगा, जिसके पश्चात Final Answer Key तथा Result जारी होगा.

Advertisement

6 सप्ताह में आएगा रिजल्ट

केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा का परीक्षा परिणाम जारी होने में अमूमन 6 सप्ताह का समय  लगता है, सीबीएसई की इस बार कोशिश है कि वे तय समय के भीतर परीक्षा परिणाम जारी कर दें. सूत्रों के मुताबिक सीटेट प्रोविजनल Answer Key अगले सप्ताह तक जारी हो जाएगी तो वही सीटेट परीक्षा का Result 21 मार्च 2023 तक अधिकारी वेबसाइट ctet.nic.in पर जारी कर दिया जाएगा.

नॉर्मलाइजेशन को लेकर असमंजस में अभ्यर्थी

केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) में शामिल हुए अभ्यर्थी नॉर्मलाइजेशन को लेकर असमंजस में है. आपको बता दें कि सीबीएसई द्वारा साल 2021 में पहली बार सीटेट परीक्षा ऑनलाइन सीबीटी मोड में आयोजित की थी. चूकी परीक्षा अलग-अलग दिन शिफ्ट में आयोजित की गई थी लिहाजा परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया अपनाई गई थी इस बार भी परीक्षा ऑनलाइन ही आयोजित हुई है ऐसे में नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया इस बार भी लागू होगी.

Read More: CTET परीक्षा क्वालीफाई होने के बाद इन स्कूलों में बन सकते हैं सरकारी शिक्षक!

Advertisement

Continue Reading

CTET

CTET परीक्षा क्वालीफाई होने के बाद इन स्कूलों में बन सकते हैं सरकारी शिक्षक!

Published

on

By

After Qualifying CTET Exam Career Options
Advertisement

After Qualifying CTET Exam Career Options: CTET शिक्षण क्षेत्र में करियर बनाने के लिए भारत में एक प्रतिष्ठित परीक्षा है। यह उन उम्मीदवारों के बीच सबसे लोकप्रिय परीक्षा है, जो शिक्षण क्षेत्रों में अपना करियर विकसित करना चाहते हैं। तो उनके लिए यहां पर हम सीटेट परीक्षा में उत्तीर्ण होने के पश्चात अगले चरण की रणनीति पर चर्चा कर रहे हैं। 

केंद्रीय शिक्षक पात्रता (CTET) सरकारी स्कूलों या सरकारी निकायों / संस्थानों द्वारा चलाए जा रहे स्कूलों में शिक्षक भर्ती के लिए पात्रता परीक्षाओं में से एक है। इस परीक्षा का आयोजन साल में दो बार सीबीएसई बोर्ड के द्वारा किया जाता है । इस वर्ष यह परीक्षा 28 दिसंबर 2022 से 7 फरवरी 2023 तक आयोजित की गई थी। जिसमें देशभर से लाखों की संख्या में अभ्यर्थी शामिल हुए।

एक बार जब आप CTET परीक्षा उत्तीर्ण कर लेते हैं, तो आप केंद्र सरकार के स्कूलों जैसे केंद्रीय विद्यालय, DSSSB और नवोदय समिति स्कूलों में प्राथमिक शिक्षकों, TGT और PGT पदों के लिए आवेदन करने के पात्र हो जाते हैं।

Advertisement

केंद्रीय विद्यालय (KVS School Teacher)

केंद्रीय विद्यालय में सरकारी शिक्षक बनने का सपना हर किसी का होता है। वर्तमान समय में केंद्र सरकार के द्वारा 1248 केंद्रीय विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। जिसमें शिक्षकों की भर्ती के लिए सीटेट परीक्षा क्वालीफाई होना अनिवार्य होता है।

जवाहर नवोदय विद्यालय (NVS School Teacher)

मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा संचालित जवाहर नवोदय विद्यालय जो कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 के तहत शुरू किए गए थे। इन स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती हेतु लगभग हर वर्ष टीचिंग एवं नॉन टीचिंग भर्तियां निकाली जाती है। जिसमें टीजीटी पदों पर होने वाली भर्ती के लिए सीटेट परीक्षा क्वालिफाई होना अनिवार्य होता है। हालांकि पीजीटी तथा अन्य पदों के लिए नॉन सीटेट उम्मीदवार भी आवेदन कर सकते हैं।

यूपी सुपर टेट (Super TET Vacancy)

उत्तर प्रदेश में शिक्षकों की भर्ती हेतु सुपर टेट परीक्षा आयोजित की जाती है जिसमें सी टेट सर्टिफिकेट प्राप्त उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाती है।

आर्मी पब्लिक स्कूल (Army Public School Teacher)

देश में 137 आर्मी पब्लिक स्कूल संचालित किए जा रहे हैं। जोकि आर्मी वेलफेयर एजुकेशन सोसाइटी के द्वारा संचालित किए जा रहे हैं जिसमें लगभग हर वर्ष बड़ी संख्या में पीजीटी तथा टीजीटी एवं पीआरटी शिक्षकों की भर्ती की जाती है। जिसमें सीटेट परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को आवेदन करने का मौका मिलता है ।

DSSSB vacancy

दिल्ली के शासकीय विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती हेतु दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड द्वारा शिक्षकों की भर्ती की जाती है। जिसमें टीजीटी तथा पीआरटी पदों पर भर्ती के लिए सीटेट परीक्षा पास अभ्यर्थियों को आवेदन करने का मौका प्राप्त होता है।

Read More:

CTET Answer Key 2023: शिक्षक पात्रता परीक्षा की आंसर की करें डाउनलोड, जानें कब तक आयेगा परीक्षा परिणाम 

Advertisement

Continue Reading

CTET

UP Teacher Vacancy 2023: योगी सरकार का तोहफा, 51 हजार शिक्षक भर्ती जल्द, CTET-UPTET क्वालीफाई को मिलेगी एंट्री

Published

on

By

Advertisement

UP Shikshak Bharti 2023 (UPDATED): उत्तर प्रदेश में लंबे समय से शिक्षक भर्ती परीक्षा का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों के लिए अच्छी खबर है. उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद (UPBEB) जल्द ही शिक्षक के 51 हजार से अधिक रिक्त पदों पर बंपर भर्ती निकालने वाला है. नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक लोकसभा चुनाव से पहले योगी सरकार प्रदेश में  माध्यमिक व राजकीय विद्यालयों में रिक्त शिक्षकों के पदों पर भर्ती करने जा रही है.

इतने पदों पर होगी भर्ती

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बेसिक शिक्षा विभाग में टीजीटी/ पीजीटी शिक्षकों के लगभग 51 हजार से अधिक पद रिक्त हैं, इसके अलावा राजकीय विद्यालयों में शिक्षकों के 7 हजार 471 पद रिक्त हैं. तो वही बात करें प्रवक्ता तथा सहायक अध्यापकों के पदों कि तो बताया जा रहा है प्रवक्ता के 2115 जबकि सहायक अध्यापक के 5256 पद खाली हैं जिनपर भर्ती की जानी है.

CTET-UPTET पास कर सकेंगें आवेदन

Advertisement

उत्तर प्रदेश के प्राइमरी तथा अपर प्राइमरी सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती सुपर टेट परीक्षा (SUPER TET) के माध्यम से की जाती है, जिसका आयोजन उत्तर प्रदेश बेसिक एजुकेशन बोर्ड द्वारा किया जाता है. सुपर टेट परीक्षा में केवल वे अभ्यर्थी ही शामिल हो सकते हैं जिन्होंने यूपी टेट परीक्षा (Uttar Pradesh Teacher Eligibility TestUPTET) पास की हो.  बहुत से अभ्यर्थियों के मन में यह सवाल भी रहता है कि क्या सीटेट परीक्षा क्वालीफाई अभ्यर्थी यूपी शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल हो सकते हैं? 

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश शिक्षक भर्ती परीक्षा यानी सुपर टेट में शामिल होने के लिए उम्मीदवार को किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक डिग्री तथा टीचिंग ट्रेनिंग कोर्स (D.El.Ed, BTC, B.Ed. आदि) पास किया होना चाहिए साथ ही UPBEB द्वारा आयोजित यूपी टेट परीक्षा पास होना जरूरी है. इसके अलावा पेपर -1 के लिए सीटेट पास अभ्यर्थी भी सुपर टेट परीक्षा देने के पात्र होते हैं. 

यदि बात करें आयु सीमा की तो न्यूनतम 21 वर्ष से लेकर अधिकतम 40 वर्ष की आयु वाले अभ्यर्थी सुपर टेट परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं हालांकि उत्तर प्रदेश के मूल निवासी अभ्यर्थियों को कैटेगरी वाइज अधिकतम आयु में छूट का प्रावधान है अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक नोटिफिकेशन पढ़ें.

इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट ctet.nic.in पर जाकर अपना आवेदन सबमिट कर सकते हैं. सीटेट परीक्षा पास करने पर उम्मीदवार सुपर टेट के साथ ही केंद्र सरकार द्वारा संचालित केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय तथा आर्मी पब्लिक स्कूल आदि में निकलने वाली शिक्षकों की भर्ती में भी शामिल हो सकते हैं.

कब आएगा यूपीटीईटी नोटिफ़िकेशन? (UPTET 2023 Notification Update)

उत्तर प्रदेश में शिक्षक बनने की चाह रखने वाले लाखों अभ्यर्थी उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी यूपीटीईटी के नोटिफिकेशन का इंतजार कर रहे हैं नवीनतम मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यूपीटीईटी परीक्षा का नोटिफिकेशन फ़रवरी 2023 के अंतिम सप्ताह या मार्च के पहले सप्ताह तक जारी किया जा सकता है। नोटिफिकेशन जारी होने के बाद अभ्यर्थी आधिकारिक वेबसाइट updeled.gov.in पर जाकर आवेदन कर पाएंगे. जिसके बाद अप्रैल महीने में ऑनलाइन मोड में UPTET परीक्षा आयोजित की जाएगी.

अधिक जानकारी के लिए अभ्यर्थी लगातार शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर विजिट करते रहें बता दें कि यूपीटीईटी परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी की उम्र 18 साल या उससे अधिक होनी चाहिए इसके साथ ही बैचलर डिग्री या समकक्ष डिप्लोमा होना जरूरी है।

Read More:

CTET Exam 2023: ‘अल्बर्ट बंडूरा के सिद्धांत’ से जुड़े कुछ ऐसे सवाल ही पूछे जा रहे हैं सीटेट परीक्षा की सभी शिफ्टों में

Advertisement

Continue Reading

Trending