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CTET 2022: EVS में भारत के प्रमुख ‘लोक नृत्य’ से पूछे जाने वाले संभावित सवाल, यहां पढ़िए

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CTET EVS NCERT Question on Folk Dance of India: देश के केंद्रीय विद्यालयों में सरकारी टीचर बनने के लिए सपना देख रहे अभ्यर्थियों के लिए यह सुनहरा अवसर है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) के द्वारा केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) परीक्षा के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है, जो कि 24 नवंबर 2022 तक चलेगी। अगले माह दिसंबर से कई चरणों में यह परीक्षा सीबीटी द्वारा ऑनलाइन माध्यम से आयोजित की जाएगी।

आज हम यहां पर्यावरण अध्ययन (EVS) के अंतर्गत पूछे जाने वाले भारत के ‘प्रमुख लोक नृत्य’ के बारे में विस्तार पूर्वक जानेंगे  साथ ही  लोक नृत्य से जुड़े सवालों का (CTET EVS NCERT Question on Folk Dance of India) अभ्यास करेंगे. जो आपके आने वाली केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET 2022) की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है इसलिए इन्हें एक नजर जरूर पढ़ें।

भारत के विभिन्न राज्यों के प्रमुख लोक नृत्य—EVS NCERT Important Folk Dances Of India

Assam Folk Dance In Hindi (असम का लोकनृत्य)- 

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बिहू – भारत के असम राज्य का लोक नृत्य है बिहू। बिहू नृत्य असम की कछारी जनजाति के द्वारा किया जाता है। बिहू नृत्य फसल की कटाई के दौरान ही किया जाता है। यह नृत्य साल में तीन बार मनाया जाता है। बिहू नृत्य की वेशभूषा बहुत ही अधिक साधारण होती है, इसे करते समय पारम्परिक वस्त्र जैसे धोती, गमछा आदि पहना जाता है।

Uttar Pradesh Folk Dance (उत्तर प्रदेश के लोक नृत्य ) –

नौटंकी नृत्य – नौटंकी नृत्य को छंद, दोहा, हरी गीतिका, कव्वाली, गजल आदि के द्वारा प्रस्तुत किया जाता है। इसमें गायन, अभिनय, नृत्य आदि कई सारी विधाएं शामिल रहती है।

Madhya pradesh Folk Dances (मध्य प्रदेश के लोक नृत्य)-

पंडवानी – पंडवानी नृत्य मध्य प्रदेश और छतीसगढ़ में किया जाता है। यह एकल लोक नृत्य है। इसमें गायन एवं नृत्य एक ही व्यक्ति के द्वारा किया जाता है। इसमें मुख्य रूप से पाण्डवों पर आधारित घटनाओं का चित्रण किया जाता है।

गणगौर नृत्य- मध्यप्रदेश के निमाड़ में क्षेत्र का सबसे लोकप्रिय नृत्य है गणगौर । चैत्र मास की नवरात्रि में गणगौर नृत्य किया जाता है। यह पर्व माँ गौरी और शिव की उपासना के लिए होता है। इसमें रथ को सिर पर रख कर नृत्य किया जाता है।

Gujarati Folk Dance (गुजरात के लोक नृत्य) –

गरबा – गरबा गुजरात का लोक नृत्य है, लेकिन यह भारत के कई हिस्सों में किया जाता है, यह नवरात्री के अवसर पर किया जाता है। गरबा नृत्य के द्वारा माँ दुर्गा की आराधना की जाती है।

Rajasthani Folk Dance (राजस्थान के लोक नृत्य)-

कालबेलिया नृत्य – यह प्रदेश कला और संस्कृति से भरपूर है। यहाँ पर कालबेलिया नाम की जनजाति होती है जिनके द्वारा किया गया नृत्य कालबेलिया नृत्य कहलाता है । 

घुमर – घुमर नृत्य राजस्थान में प्रत्येक त्यौहार, उत्सव, समारोह में प्रमुखता से किया जाने वाला नृत्य है। इसे स्त्रियों द्वारा ही किया जाता है। महिलाओं द्वारा पहने जाने वाले लम्बे घाघरे इस नृत्य का विशेष आकर्षण होते है।

यह नृत्य महिलों द्वारा प्रस्तुत किया जाता है एवं पुरुषो के द्वारा भजन गाये जाते है। इस नृत्य में महिलाएं अपने शरीर पर मंजीरों को बांधती है एवं गीत की लय के साथ उन्हें बजाती है।

तेरहताली नृत्य – यह नृत्य महिलों द्वारा प्रस्तुत किया जाता है एवं पुरुषो के द्वारा भजन गाये जाते है। इस नृत्य में महिलाएं अपने शरीर पर मंजीरों को बांधती है एवं गीत की लय के साथ उन्हें बजाती है।

भवाई नृत्य – राजस्थान के उदयपुर क्षेत्र में किया जाने वाला भवाई नृत्य बहुत अधिक लोकप्रिय है। इस नृत्य में मटकों को सर पर रख कर नृत्य किया जाता है। इन मटकों की संख्या 8 से 10 भी हो सकती है. इस नृत्य की खासियत यह है की नृत्य करते समय नर्तकी किसी गिलास या थाली के कटाव पर या तलवार पर खड़े हो कर नृत्य करती है।

Maharashtra Folk Dance (महाराष्ट्र के लोक नृत्य)-

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तमाशा – यह महाराष्ट्र में किया जाने वाला नाटिका नृत्य है. ज्यादातर लोक नाटिका में पुरुष ही मुख्य भूमिका निभाते है, लेकिन तमाशा में मुख्य भूमिका महिलाएं ही निभाती है। यह बहुत ही सफल लोक नृत्य है। तमाशा का प्रस्तुतीकरण प्रायः कोल्हाटी समुदाय के द्वारा किया जाता है। 

लावणी – लावणी महाराष्ट्र का सबसे अधिक लोकप्रिय नृत्य हैं। लावणी नृत्य की लोकप्रियता का अन्दाज इस बात से लगाया जा सकता है, कि लावणी नृत्य का प्रयोग फिल्मों में भी किया जाता हैं। यह नृत्य विशेष पारंपरिक परिधान में किया जाता है, जिसमे न्रात्यांगना 9 मीटर के साड़ी पहनती है। लावणी नृत्य में आध्यात्म एवं श्रृंगार दोनों ही भावों का मेल होता है।

Jammu and Kashmir folk dance (जम्मू-कश्मीर के लोक नृत्य)-

रऊफ नृत्य – भरत के जम्मू-कश्मीर में लोकप्रिय यह नृत्य विशेष रूप से फसल की कटाई के उपलक्ष्य में किया जाता है। यह नृत्य मुख्य रूप से महिलाओं द्वारा के द्वारा ही किया जाता है।

Chhattisgarh folk dance (छतीसगढ़ के लोक नृत्य)-

पंथी नृत्य – छतीसगढ़ के महान संत गुरु घासीदास के पंथ से ही पंथी नृत्य का नामकरण हुआ मुख्यतः निर्गुण भक्ति पर आधारित यह लोक नृत्य छत्तीसगढ़ के सतनामी समुदाय के द्वारा किया जाता है। इस नृत्य में नर्तक झांझ एवं मृदंग की ध्वनी पर सफ़ेद धोती पहन कर नृत्य करते है. इस नृत्य के दौरान अचंभित करने वाले कारनामे भी दिखाए जाते हैं। यह नृत्य आध्यात्मिक भावनाओं पर आधारित होता है।

Andhra Pradesh folk dance (आन्ध्र प्रदेश के नृत्य) –

कुचिपुड़ी – इस नृत्य का नाम आँध्रप्रदेश के एक गाँव कुचिपुडी के नाम पर ही पड़ा है। यह नृत्य पुरे दक्षिण भारत में प्रसिद्ध है। कुचिपुड़ी नृत्य का प्रदर्शन पारंपरिक तरीके से किया जाता है। नृत्य से पहले मंच पर पूजन किया जाता है। इस नृत्य में कर्णाटक संगीत के साथ मृदंग,वायलीन आदि यंत्रों का प्रयोग किया जाता है। इसमें विशेष आभूषण एवं वस्त्र पहने जाते है।

Kerala folk dance (केरल के लोक नृत्य)-

मोहिनीअट्टम – यह नृत्य शास्त्रीय परम्परा पर ही आधारित है। यह अपने नाम के अनुसार ही मोहित करने वाला नृत्य होता है। इस नृत्य में आँखों के, हाथों के तथा चेहरे के  हाव्-भाव बहुत अधिक महत्वपूर्ण होते है। इसमें नात्यांगना केरल की विशेष सफ़ेद रंग की सुनहरी जरी वाली साड़ी पहनती है। यह नृत्य मूल रूप से हिन्दू पौराणिक कथाओ पर आधारित होता है।

कथकली – कथकली में एक नृत्य नाटिका अर्थात एक कथा का विवरण प्रस्तुत किया जाता है। इसमें विभिन्न पुराणों जैसे- महाभारत या रामायण आदि के चरित्रों का रूपांतरण किया जाता है। इस नृत्य की वेशभूषा बहुत ही सुन्दर एवं आकर्षित करने वाली होती है। इसमें विशेष वस्त्र एवं आभूषणों जैसे सर पर मुकुट आदि का प्रयोग किया जाता है। इस नृत्य में हाथों की मुद्राओं एवं चेहरे भावों का विशेष महत्व रहता है।

Odisha folk dance (ओड़िसा के लोक नृत्य)-

ओडिसी – ऐसा माना जाता है कि ओडिसी नृत्य का प्रारंभ मंदिरों में नृत्य करने वाली देवदासियों के नृत्य के द्वारा हुआ। ओडिसी नृत्य में मुख्यतः भगवान् कृष्णा और विष्णु के अवतार की कथाएं बताई जाती है एवं भगवान जगन्नाथ का वर्णन भी किया जाता है। ओडिसी नृत्य के भी कई पुरातात्विक प्रमाण पाए जाते है। यह बहुत ही प्राचीन कला नृत्य में हस्त मुद्राएँ बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है।

Uttarakhand folk dance (उत्तराखंड के लोक नृत्य) –

छौलिया नृत्य – उत्तराखंड में किया जाने वाला सबसे प्रसिद्ध लोक नृत्य छौलिया है। ऐसा माना जाता है की उत्तराखंड के छौलिया लोक नृत्य का इतिहास कई दशकों पुराना है। इस नृत्य का चलन उत्तराखंड में उस समय से है, जब विवाह तलवार की नोक पर हुआ करते थे। छौलिया नृत्य विवाह के मौके पर किया जाता है। जब बारात निकलती है, तो बारात में कुछ पुरुष पारंपरिक वेशभूषा पहने यह नृत्य करते है और इसी तरह दुल्हन के घर तक जाया जाता है।

Punjab folk dance (पंजाब के लोक नृत्य)-

भांगड़ा – मुख्यतः यह लोक नृत्य पुरुषो द्वारा किया जाता है, पंजाब में इसे त्योहारों और उत्सवो पर किया जाता है।

गिद्दा – पंजाब में ही एक और लोक नृत्य प्रसिद्ध है, जिसका नाम है- गिद्दा। यह नृत्य महिलों द्वारा पारम्परिक पंजाबी वस्त्र पहन कर किया जाता है।

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Bihar folk dance (बिहार के लोक नृत्य) –

विदेशिया – बिहार में किया जाने वाला विदेशिय नृत्य भोजपुरी भाषी नृत्य है। विदेशीय नृत्य बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक प्रसिद्ध है। यह नृत्य मनोरंजन से भरपूर होता है। साथ ही इसमें समाज से जुडी बुराइयों को समाप्त करने का सन्देश भी दिया जाता है।

West Bengal folk dance (पश्चिम बंगाल के लोक नृत्य)-

छाऊ नृत्य – पश्चिम बंगाल का छाऊ नृत्य गीत संगीत से भरपूर होता है। यह बहुत ही सशक्त छवि वाला नृत्य होता है। छाऊ नृत्य पश्चिम बंगाल के साथ साथ उड़ीसा और बिहार में भी किया जाता है। इन प्रदेशों में यह नृत्य कई मौको पर किया जाता है, जैसे- सूर्य पूजा आदि। इस नृत्य में रामायण एवं महाभारत आदि की घटनाओं का वर्णन किया जाता है। मुखौटे इस नृत्य का विशेष आकर्षण होते है।

जात्रा – जात्रा एक नाट्य अभिनय युक्त लोक नृत्य है। जिसमे अभिनय के साथ-साथ गीत, संगीत, वाद विवाद आदि होता है। पश्चिम बंगाल में जात्रा का इतिहास बहुत ही पुराना है।

Himachal Pradesh folk dance (हिमाचल प्रदेश के लोक नृत्य)-

थाली –  हिमाचल में लोक नृत्य विशेष महत्व रखते है। यहाँ कई मौकों पर जैसे त्यौहार, शादी आदि पर विभिन्न लोक नृत्य किये जाते है। थाली नृत्य में नर्तक एवं गायक एक गोल घेरे में बैठते है, इसमें नर्तक एक-एक कर के अपनी प्रस्तुति देते है। इस नृत्य में नर्तक एक विशेष ढंग से अपने शरीर को हिलाता है। थाली नृत्य को और अधिक आकर्षित बनाने के लिए नर्तक सर पर पानी से भरा लोटा रख कर भी नृत्य करते है।

सीटेट में भारत के प्रमुख लोक नृत्य से पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण सवाल, यहां पढ़िए—CTET 2022 EVS NCERT Question on Folk Dance of India

1.कुचिपुड़ी, लोक नृत्य का संबंध किस राज्य से है ?

A. बिहार

B. गुजरात

C. हरियाणा

D. आंध्रप्रदेश

Ans- D 

2. ‘तप्पातीकली’ लोक नृत्य किस क्षेत्र की प्रमुख नृत्य है?

A. गुजरात

B. महाराष्ट्र

C. राजस्थान

D. केरल

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Ans- D 

3. शास्त्रीय नृत्य कथकली किस भारतीय राज्य से संबंधित है?

A. केरल

B. ओडिशा

C. असम

D. आंध्र प्रदेश

Ans- A 

4. गरबा’ लोक नृत्य शैली कहां प्रचलित है ?

A. महाराष्ट्र

B. गुजरात

C. राजस्थान

D. पंजाब

Ans- B 

5. भरतनाट्यम’ लोक नृत्य शैली किस राज्य से प्रचलित है ?

A. असम

B. मणिपुर

C. मिजोरम

D. तमिलनाडु

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Ans- D

6. . डंडिया’ कहां का लोक नृत्य है? 

A. बिहार

B. झारखण्ड

C. उत्तरप्रदेश

D. गुजरात

Ans- D

7. बिहू’ लोक नृत्य’ किस राज्य की लोक नृत्य शैली है?

A. पश्चिम बंगाल

B. असम

C. मणिपुर

D. त्रिपुरा

Ans- B 

8. चेराओ नृत्य लोक नृत्य शैली है?

A. राजस्थान

B. उत्तराखंड

C. बिहार

D. मिजोरम

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Ans- D

9. मोहिनीअट्टम किस राज्य की एक शास्त्रीय नृत्य शैली है?

A. तमिलनाडु

B. राजस्थान

C. महाराष्ट्र

D. केरल

Ans- D

10. मयूरभंज का छाओ नृत्य का संबंध किस राज्य से है ?

A. बिहार

B. गुजरात

C. लक्ष्यद्वीप

D. ओड़िसा

Ans- D

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CTET Result 2023: सीटेट Answer Key तथा Result जारी होने की डेट निश्चित, नॉर्मलाइजेशन को लेकर बड़ा अपडेट

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CTET Result 2023
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CBSE द्वारा केंद्र सरकार के माध्यम से संचालित स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए आयोजित की जाने वाली केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा 7 फरवरी को समाप्त हो चुकी है. अब इस परीक्षा में शामिल हुए परीक्षार्थी अपनी Answer Key तथा Result जारी होने का इंतजार कर रहे हैं. 

ज़ी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक सीटेट परीक्षा की प्रोविजनल Answer Key तथा CTET Result 2023 जारी होने की तिथि निश्चित की जा चुकी है तथा जल्द ही अभ्यर्थियों का इंतजार खत्म होने वाला है.

 पहले जारी होगी प्रोविजनल Answer Key

सीबीएसई द्वारा पहले प्रोविजनल Answer Key जारी की जाएगी, जिस पर परीक्षार्थियों को ऑब्जेक्शन दर्ज करने का मौका दिया जाएगा, हालांकि अभ्यर्थियों को आपत्ति दर्ज करने के लिए प्रति प्रश्न ₹1000 शुल्क देना होगा. यदि अभ्यर्थी की आपत्ति सही पाई जाती है तो ऑब्जेक्शन शुल्क अभ्यर्थी को लौटा दिया जाएगा. प्रोविजनल Answer Key पर प्राप्त हुई सभी आपत्तियों का निराकरण सीबीएसई द्वारा गठित एक्सपर्ट टीम द्वारा किया जाएगा, जिसके पश्चात Final Answer Key तथा Result जारी होगा.

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6 सप्ताह में आएगा रिजल्ट

केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा का परीक्षा परिणाम जारी होने में अमूमन 6 सप्ताह का समय  लगता है, सीबीएसई की इस बार कोशिश है कि वे तय समय के भीतर परीक्षा परिणाम जारी कर दें. सूत्रों के मुताबिक सीटेट प्रोविजनल Answer Key अगले सप्ताह तक जारी हो जाएगी तो वही सीटेट परीक्षा का Result 21 मार्च 2023 तक अधिकारी वेबसाइट ctet.nic.in पर जारी कर दिया जाएगा.

नॉर्मलाइजेशन को लेकर असमंजस में अभ्यर्थी

केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) में शामिल हुए अभ्यर्थी नॉर्मलाइजेशन को लेकर असमंजस में है. आपको बता दें कि सीबीएसई द्वारा साल 2021 में पहली बार सीटेट परीक्षा ऑनलाइन सीबीटी मोड में आयोजित की थी. चूकी परीक्षा अलग-अलग दिन शिफ्ट में आयोजित की गई थी लिहाजा परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया अपनाई गई थी इस बार भी परीक्षा ऑनलाइन ही आयोजित हुई है ऐसे में नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया इस बार भी लागू होगी.

Read More: CTET परीक्षा क्वालीफाई होने के बाद इन स्कूलों में बन सकते हैं सरकारी शिक्षक!

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CTET परीक्षा क्वालीफाई होने के बाद इन स्कूलों में बन सकते हैं सरकारी शिक्षक!

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After Qualifying CTET Exam Career Options
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After Qualifying CTET Exam Career Options: CTET शिक्षण क्षेत्र में करियर बनाने के लिए भारत में एक प्रतिष्ठित परीक्षा है। यह उन उम्मीदवारों के बीच सबसे लोकप्रिय परीक्षा है, जो शिक्षण क्षेत्रों में अपना करियर विकसित करना चाहते हैं। तो उनके लिए यहां पर हम सीटेट परीक्षा में उत्तीर्ण होने के पश्चात अगले चरण की रणनीति पर चर्चा कर रहे हैं। 

केंद्रीय शिक्षक पात्रता (CTET) सरकारी स्कूलों या सरकारी निकायों / संस्थानों द्वारा चलाए जा रहे स्कूलों में शिक्षक भर्ती के लिए पात्रता परीक्षाओं में से एक है। इस परीक्षा का आयोजन साल में दो बार सीबीएसई बोर्ड के द्वारा किया जाता है । इस वर्ष यह परीक्षा 28 दिसंबर 2022 से 7 फरवरी 2023 तक आयोजित की गई थी। जिसमें देशभर से लाखों की संख्या में अभ्यर्थी शामिल हुए।

एक बार जब आप CTET परीक्षा उत्तीर्ण कर लेते हैं, तो आप केंद्र सरकार के स्कूलों जैसे केंद्रीय विद्यालय, DSSSB और नवोदय समिति स्कूलों में प्राथमिक शिक्षकों, TGT और PGT पदों के लिए आवेदन करने के पात्र हो जाते हैं।

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केंद्रीय विद्यालय (KVS School Teacher)

केंद्रीय विद्यालय में सरकारी शिक्षक बनने का सपना हर किसी का होता है। वर्तमान समय में केंद्र सरकार के द्वारा 1248 केंद्रीय विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। जिसमें शिक्षकों की भर्ती के लिए सीटेट परीक्षा क्वालीफाई होना अनिवार्य होता है।

जवाहर नवोदय विद्यालय (NVS School Teacher)

मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा संचालित जवाहर नवोदय विद्यालय जो कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 के तहत शुरू किए गए थे। इन स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती हेतु लगभग हर वर्ष टीचिंग एवं नॉन टीचिंग भर्तियां निकाली जाती है। जिसमें टीजीटी पदों पर होने वाली भर्ती के लिए सीटेट परीक्षा क्वालिफाई होना अनिवार्य होता है। हालांकि पीजीटी तथा अन्य पदों के लिए नॉन सीटेट उम्मीदवार भी आवेदन कर सकते हैं।

यूपी सुपर टेट (Super TET Vacancy)

उत्तर प्रदेश में शिक्षकों की भर्ती हेतु सुपर टेट परीक्षा आयोजित की जाती है जिसमें सी टेट सर्टिफिकेट प्राप्त उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाती है।

आर्मी पब्लिक स्कूल (Army Public School Teacher)

देश में 137 आर्मी पब्लिक स्कूल संचालित किए जा रहे हैं। जोकि आर्मी वेलफेयर एजुकेशन सोसाइटी के द्वारा संचालित किए जा रहे हैं जिसमें लगभग हर वर्ष बड़ी संख्या में पीजीटी तथा टीजीटी एवं पीआरटी शिक्षकों की भर्ती की जाती है। जिसमें सीटेट परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को आवेदन करने का मौका मिलता है ।

DSSSB vacancy

दिल्ली के शासकीय विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती हेतु दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड द्वारा शिक्षकों की भर्ती की जाती है। जिसमें टीजीटी तथा पीआरटी पदों पर भर्ती के लिए सीटेट परीक्षा पास अभ्यर्थियों को आवेदन करने का मौका प्राप्त होता है।

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UP Teacher Vacancy 2023: योगी सरकार का तोहफा, 51 हजार शिक्षक भर्ती जल्द, CTET-UPTET क्वालीफाई को मिलेगी एंट्री

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UP Shikshak Bharti 2023 (UPDATED): उत्तर प्रदेश में लंबे समय से शिक्षक भर्ती परीक्षा का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों के लिए अच्छी खबर है. उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद (UPBEB) जल्द ही शिक्षक के 51 हजार से अधिक रिक्त पदों पर बंपर भर्ती निकालने वाला है. नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक लोकसभा चुनाव से पहले योगी सरकार प्रदेश में  माध्यमिक व राजकीय विद्यालयों में रिक्त शिक्षकों के पदों पर भर्ती करने जा रही है.

इतने पदों पर होगी भर्ती

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बेसिक शिक्षा विभाग में टीजीटी/ पीजीटी शिक्षकों के लगभग 51 हजार से अधिक पद रिक्त हैं, इसके अलावा राजकीय विद्यालयों में शिक्षकों के 7 हजार 471 पद रिक्त हैं. तो वही बात करें प्रवक्ता तथा सहायक अध्यापकों के पदों कि तो बताया जा रहा है प्रवक्ता के 2115 जबकि सहायक अध्यापक के 5256 पद खाली हैं जिनपर भर्ती की जानी है.

CTET-UPTET पास कर सकेंगें आवेदन

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उत्तर प्रदेश के प्राइमरी तथा अपर प्राइमरी सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती सुपर टेट परीक्षा (SUPER TET) के माध्यम से की जाती है, जिसका आयोजन उत्तर प्रदेश बेसिक एजुकेशन बोर्ड द्वारा किया जाता है. सुपर टेट परीक्षा में केवल वे अभ्यर्थी ही शामिल हो सकते हैं जिन्होंने यूपी टेट परीक्षा (Uttar Pradesh Teacher Eligibility TestUPTET) पास की हो.  बहुत से अभ्यर्थियों के मन में यह सवाल भी रहता है कि क्या सीटेट परीक्षा क्वालीफाई अभ्यर्थी यूपी शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल हो सकते हैं? 

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश शिक्षक भर्ती परीक्षा यानी सुपर टेट में शामिल होने के लिए उम्मीदवार को किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक डिग्री तथा टीचिंग ट्रेनिंग कोर्स (D.El.Ed, BTC, B.Ed. आदि) पास किया होना चाहिए साथ ही UPBEB द्वारा आयोजित यूपी टेट परीक्षा पास होना जरूरी है. इसके अलावा पेपर -1 के लिए सीटेट पास अभ्यर्थी भी सुपर टेट परीक्षा देने के पात्र होते हैं. 

यदि बात करें आयु सीमा की तो न्यूनतम 21 वर्ष से लेकर अधिकतम 40 वर्ष की आयु वाले अभ्यर्थी सुपर टेट परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं हालांकि उत्तर प्रदेश के मूल निवासी अभ्यर्थियों को कैटेगरी वाइज अधिकतम आयु में छूट का प्रावधान है अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक नोटिफिकेशन पढ़ें.

इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट ctet.nic.in पर जाकर अपना आवेदन सबमिट कर सकते हैं. सीटेट परीक्षा पास करने पर उम्मीदवार सुपर टेट के साथ ही केंद्र सरकार द्वारा संचालित केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय तथा आर्मी पब्लिक स्कूल आदि में निकलने वाली शिक्षकों की भर्ती में भी शामिल हो सकते हैं.

कब आएगा यूपीटीईटी नोटिफ़िकेशन? (UPTET 2023 Notification Update)

उत्तर प्रदेश में शिक्षक बनने की चाह रखने वाले लाखों अभ्यर्थी उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी यूपीटीईटी के नोटिफिकेशन का इंतजार कर रहे हैं नवीनतम मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यूपीटीईटी परीक्षा का नोटिफिकेशन फ़रवरी 2023 के अंतिम सप्ताह या मार्च के पहले सप्ताह तक जारी किया जा सकता है। नोटिफिकेशन जारी होने के बाद अभ्यर्थी आधिकारिक वेबसाइट updeled.gov.in पर जाकर आवेदन कर पाएंगे. जिसके बाद अप्रैल महीने में ऑनलाइन मोड में UPTET परीक्षा आयोजित की जाएगी.

अधिक जानकारी के लिए अभ्यर्थी लगातार शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर विजिट करते रहें बता दें कि यूपीटीईटी परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी की उम्र 18 साल या उससे अधिक होनी चाहिए इसके साथ ही बैचलर डिग्री या समकक्ष डिप्लोमा होना जरूरी है।

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