CTET EXAM 2022: हिंदी पेडगॉजी से जुड़े यह सवाल आगामी सीटेट परीक्षा में बेहतर परिणाम दिलाने में मदद करेंगे, अभी पढ़े 

 CTET Exam Pedagogy MCQ In Hindi: शिक्षक बनने के इच्छुक अभ्यर्थियों के लिए यह आवश्यक है कि वह परीक्षा के लिए अपनी तैयारी एक अच्छी रणनीति के साथ करें, ताकि परीक्षा के बेहतर परिणाम प्राप्त किए जा सके। इसी को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा आयोजित की जाने वाली केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) की तैयारी कर रहे इच्छुक अभ्यर्थियों के लिए इस लेख में हमारे द्वारा रोजाना विभिन्न विषयों से जुड़े प्रैक्टिस सेट उपलब्ध कराए जाते हैं जिससे कि अभ्यर्थी अपनी तैयारी को बेहतर रूप दे सके।  

आज के इस लेख में सीटेट परीक्षा की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए हिंदी पेडगॉजी से जुड़े प्रश्नों के संग्रह प्रदान यह जा रहे हैं, जिसकी मदद से अभ्यर्थी दिसंबर में होने वाली सीटेट परीक्षा अपना बेहतर परिणाम प्राप्त कर सके। आपको बता दें कि लंबे समय के इंतजार के बाद केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा सीटेट परीक्षा के आयोजन के लेकर हाल ही में  नोटिफिकेशन जारी किया गया है जिसके अनुसार परीक्षा का आयोजन दिसंबर में किया जाएगा। 

आगामी सीटेट परीक्षा के लिए हिंदी पेडगॉजी के यह सवाल अत्यंत महत्वपूर्ण है, अवश्य पढ़े-CTET 2022 Hindi Pedagogy PYQ’s:

1. बच्चों की भाषा के आकलन का सर्वाधिक प्रभावी तरीका है –

(a) प्रश्न पूछना और पढ़ी गई सामग्री पर प्रतिक्रिया व्यक्त करना

(b) श्रुतलेख

(c) लिखित परीक्षा

(d) प्रश्नों के उत्तर देना

Ans- a

2. बहुभाषिक एवं बहुसांस्कृतिक कक्षा में –

(a) बच्चों को केवल मानक भाषा के प्रयोग के लिए ही पुरस्कृत करना चाहिए

(b) बच्चों की मातृभाषा का ही सदैव प्रयोग किया जाना चाहिए

(c) बच्चों की मातृभाषा का प्रयोग वर्जित होना चाहिए

(d) बच्चों की मातृभाषा को समुचित सम्मान, स्थान देते हुए, मानक भाषा से भी परिचय कराना चाहिए।

Ans- d

3. निम्नलिखित में से कौन-सा भाषा शिक्षण का उद्देश्य है ? 

(a) भाषा की बारीकी और सौंदर्यबोध को सही रूप में समझने की क्षमता को हतोत्साहित करना

(b) भाषा के व्याकरण सीखने पर बल देना 

(c) निजी अनुभवों के आधार पर भाषा का सृजनशील प्रयोग करना

(d) भाषा सीखते समय त्रृटियाँ बिल्कुल न करना

Ans- c

4. भाषा के व्याकरण की समझ को –

(a) निबंधत्मक प्रश्नों के माध्यम से आँका जाना चाहिए 

(b) संदर्भपरक प्रश्नों के माध्यम से आँका जाना चाहिए 

(c) केवल वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के माध्यम से आँका जाना चाहिए 

(d) केवल वस्तुनिष्ठ प्रश्नों का माध्यम से आँका जाना चाहिए

Ans- b 

5. प्रश्न पूछना, प्रतिक्रिया व्यक्त करना, परिचर्चा में भाग देना, वर्णन करना –

(a) भाषा सीखने-सिखाने तथा आकलन के तरीके हैं।

(b) केवल शिक्षण पद्धति हैं।

(c) केवल साहित्यिक गतिविधियाँ है

(d) भाषा आकलन के तरीके मात्र हैं।

Ans- a

6. भाषा – शिक्षण के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण है –

(a) भाषा की त्रृटियों के प्रति कठोर रवैया अपनाना 

(b) भाषा की पाठ्य-पुस्तक

(c) भाषा का आकलन

(d) बच्चों को भाषा प्रयोग के अवसर उपलब्ध कराना

Ans- d

7. भाषा-अर्जन में महत्वपूर्ण है – 

(a) भाषा का व्याकरण

(b) पाठ्य-पुस्तक

(c) भाषा का शिक्षक

(d) भाषा के विभिन्न गुणों का प्रयोग

Ans- d

8. पत्र-पत्रिकाएँ भाषा सीखने में – 

(a) बड़ों के पढ़ने की वस्तु हैं

(b) साधन  हैं 

(c) बाधक हैं

(d) त्रुटियों को बढ़ावा देती है

Ans- b

9. भाषा स्वयं में –

(a) एक विषय मात्र है 

(b) संप्रेषण का एकमात्र साधन है 

(c) एक नियम बद्ध व्यवस्था है 

(d) एक जटिल चुनौती है

Ans- c

10. भाषा का प्रयोग –

(a) केवल परीक्षा में होता है

(b) केवल पाठ्य-पुस्तक में होता है

(c) केवल मुद्रित सामग्री में होता है

(d) जीवन के विभिन्न संदर्भों में होता है

Ans- d

11. बच्चों की भाषा संबंधी क्रमिक प्रगति का लेखा-जोखा रखना …………… से संभव है।

(a) उत्तर पुस्तिकाओं 

(b) लिखित परीक्षा

(c) मौखिक परीक्षा 

(d) पोर्टफोलियो

Ans- d

12. भाषा की पाठ्य-पुस्तकें –

(a) अभ्यासरक ही होनी चाहिए

(b) साधन हैं

(c) साध्य हैं

(d) भाषा सीखने का एकमात्र संसाधन हैं

Ans- b

13. भाषा सीखने-सिखाने का उद्देश्य है। –

(a) विभिन्न स्थितियों में भाषा का प्रभावी प्रयोग करना

(b) अपनी बात कहना सीखना 

(c) दूसरों की बात समझना सीखना

(d) अपनी बात की पुष्टि के लिए तर्क देना

Ans- a

14. भाषा की कक्षा में एक शिक्षक बच्चों से क्या अपेक्षा करता है ?

(a) बच्चे प्रश्नो  के बँधे-बँधाए जवाब न दें

(b) बच्चे सवालों के बँधे- बँधाए जवाब दें

(c) संस्कृतनिष्ठ भाषा में ही जवाब दें 

(d) बच्चे अपने मातृभाषा का बिल्कुल भी प्रयोग न करें

Ans- a 

15. बच्चे अपने परिवेश से स्वयं भाषा अर्जित करते हैं इसका एक निहितार्थ यह है कि –

(a) बच्चों को बिल्कुल भी भाषा न पढ़ाई जाए 

(b) बच्चों को समृद्ध भाषिक परिवेश उपलब्ध कराया जाए

(c) बच्चों को केवल लक्ष्य भाषा का ही परिवेश उपलब्ध कराया जाए

(d) बच्चों को अत्यंत सरल भाषा का परिवेश उपलब्ध कराया जाए

Ans- b

आज के इस लेख में केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए हिंदी पेडगॉजी से जुड़े ऐसे सवाल शेयर किए गए हैं जो पिछले कई वर्षों से लगातार पूछे जा चुके हैं तथा ऐसे प्रश्नों की परीक्षा में आने की संभावना अधिक रहती है। सीटेट परीक्षा से जुड़ी हर प्रकार की न्यूज़ तथा रोजाना महत्वपूर्ण सवालों के संग्रह को प्राप्त करने के लिए आप हमारे टेलीग्राम चैनल के सदस्य अवश्य बने,जॉइन लिंक

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