CTET EVS Pedagogy: ‘पर्यावरण शिक्षण शास्त्र’ से जुड़े इन आसान से सवालों का दें सही सही जवाब और चेक करें अपनी तैयारी

EVS Pedagogy MCQ Test For CTET: दिसंबर 2022 से जनवरी के बीच आयोजित होने वाली केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए आवेदन की प्रक्रिया वर्तमान में जारी है। यदि आप भी सीटेट परीक्षा में शामिल होने वाले हैं , तो 24 नवंबर से पहले सीटेट की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपना आवेदन कर सकते हैं। इस परीक्षा में हर वर्ष लाखों की संख्या में अभ्यर्थी भाग लेते हैं । परीक्षा में क्वालीफाई अभ्यर्थियों को केंद्र सरकार के विद्यालय एवं राज्य स्तर पर होने वाली शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया में आवेदन करने का मौका मिलता है।

अब परीक्षा में एक माह से भी कम का समय शेष रह गया है। ऐसे में अभ्यर्थियों को चाहिए कि वह परीक्षा में अच्छे अंकों के साथ सफलता हासिल करने के लिए प्रैक्टिस सेट का अभ्यास नियमित रूप से प्रारंभ कर दें जिससे की अच्छे अंकों के साथ सफलता हासिल की जा सके। यहां पर हम पर्यावरण शिक्षण शास्त्र पर आधारित प्रैक्टिस सेट आपके साथ शेयर कर रहे हैं जिसका अभ्यास आपको एक बार अवश्य कर लेना चाहिए।

परीक्षा पैटर्न पर आधारित पर्यावरण शिक्षण शास्त्र के महत्वपूर्ण प्रश्न—CTET EVS Pedagogy Important Questions

1. राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा (NCF) 2005 ने कहा कक्षा। और II के लिए पर्यावरण अध्ययन के किसी पाठ्यक्रम या पाठ्य-पुस्तकों की संस्तुति नहीं की है। इसके लिए सबसे उपयुक्त कारण है –

(a) पाठ्यक्रम का भार कम करने के लिए

(b) पर्यावरण अध्ययन केवल कक्षा III से आगे की कक्षाओं के लिए है।

(c) कक्षा | और || के शिक्षार्थी पढ़ना-लिखना नहीं जानते

(d) सन्दर्भयुक्त अधिगम परिवेश प्रदान करना

Ans- d 

2. पर्यावरण अध्ययन शिक्षण के संदर्भ में राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (NCF, 2005) निम्नलिखित में से किसे प्रस्तावित नहीं करती ? 

(a) बच्चों के अनुभवों और सन्दर्भों से जोड़ना

(b) हस्तपरक क्रियाकलाप

(c) तकनिकी शब्दावली से परिचित कराना

(d) विषयानुसार उपागम

Ans- c

3. राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2005 प्राथमिक स्तर पर पर्यावरण अध्ययन शिक्षण का प्रमुख उद्देश्य होना चाहिए- 

(a) स्वतंत्र रूप से प्रयोग करने की कुशलता अर्जित करना 

(b) विषय की आधारभूत संकल्पनाओं की आधारभूत समझ का विकास |

(c) विषय के आधारभूत सिद्धातों को स्मरण करना | 

(d) कक्षा कक्षीय, अधिगम को विद्यालय के बाहर के जीवन से जोड़ना |

Ans- d 

4. बच्चों को पर्यावरण शिक्षा देने का उद्देश्य है-

(a) पर्यावरणीय समस्याओं में प्रति जागरूकता का विकास करना। 

(b) खेती में पैदावार बढ़ाना।

(c) विभिन्न प्रकार के रोगों की रोकथाम करना। 

(d) मछली पालन का विकास करना।

Ans- a 

5. पर्यावरण शिक्षण का निम्न में उद्देश्य नहीं है। 

(a) पर्यावरण के घटकों का ज्ञान कराना । 

(b) पर्यावरण संरक्षण का ज्ञान कराना । 

(c) सामाजिक संसाधनों में मजबूती का ज्ञान कराना। 

(d) प्राकृतिक संसाधनों का ज्ञान कराना।

Ans- c 

6. अवधारणाओं के संदर्भ में मूल्यांकन करने की योग्यता का विकास करना, एक उद्देश्य है- 

(a) भाषा में 

(b) अंग्रेजी में

(c) पर्यावरण में 

(d) उपरोक्त कोई नहीं

Ans- c 

7. पर्यावरणीय समस्या है?

(a) केवल वैज्ञानिकों की 

(b) बुद्धिजीवी वर्ग की 

(c) समस्त आम जनता की 

(d) उपरोक्त सभी की

Ans- d 

8. यदि एक शिक्षक अपनी कक्षा में जल के अपव्यय के बारे में वार्तालाप करता है तो छात्रों में सुधारात्मक प्रक्रिया के अन्तर्गत होगा-

(a) वे जल का नाश नहीं करेंगे। 

(b) जल के महत्व को समझ जाएंगे। 

(c) जल प्रदूषण रोकने के प्रयास करेंगे। 

(d) कथन (a) व (b) सही हैं।

Ans- d 

9. पर्यावरण शिक्षा जीवन की आधार की शिक्षा है अतः शिक्षण प्रक्रिया में छात्र को पर्यावरणीय अवधारणों को सीखना महत्वपूर्ण है।

(a) अनुशासन के साथ

(b) श्यामपट एवं पाठ्यसामग्री के प्रयोग से

(c) सरल, सहज, स्वअनुभव से 

(d) अधिक से अधिक ग्रह कार्य प्रदान करके ।

Ans- c 

10. ई-वी-एस- पाठ्यपुस्तक में संपेरों पर एक अध्याय है। इसका उद्देश्य बच्चों को जागरूक करना ओर

संवेदनशीलता बनाना है-

(a) कि यह एक अवैध कार्य है।

(b) संपेरों के लिए क्योंकि बच्चे इन दिनों अक्सर उन्हें नहीं देखते हैं।

(c) कि संपेरों सांपों को नुकसान नहीं पहुंचाएं और उन्हें अपनी आजीविका से वंचित करने से पहले विकल्पों को

प्रदान करने की आवश्यता है।

(d) कि पशुपालन आजीविका का अच्छा स्रोत है।

Ans- c 

11. वर्तमान पाठ्यचर्या के अनुसार प्राथमिक स्तर पर ई.वी.एस के उद्देश्य कौन से हैं? 

A. प्राकतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक वातावरण के बीत संबंधों का पता लगाने और समझ विकसित करने के लिए विद्यार्थियों को प्रशिक्षित करना ।

B. विद्यार्थियों को पर्यावरण सनाब्न्धी मुद्दों के बारे में जागरूकता विकसित करना

C. पृथ्वी को मानव एवं अन्य जीवंत रूपों के आवास के रूप में एक समझ विकसित करना

D. ई.वी.एस. के विभिन्न शिक्षणशास्त्र को समझना ।

सही विकल्प का चुनाव कीजिए-

1. केवल A

2. A एवं B

3. A. C और D 

4. B. C और D

Ans- b

12. निम्न में से किसके द्वारा पर्यावरण शिक्षण के उद्देश्यों का अनुसरण नहीं होता

(a) प्राकृतिक भिन्नता एवं उसके कारणों को बताना | 

(b) आधारभूत प्रत्ययों और सिद्धांतों को रटकर याद करवाना

(c) विद्यार्थियों में पर्यावरण के प्रति साकल्यवादी दृष्टिकोण का विकास करना ।

(d) इनमें से कोई नहीं

Ans- b 

13. पर्यावरण शिक्षण महत्वपूर्ण है क्योंकि

(a) यह नागरिक चेतना को बढाती है ।।

(b) पर्यावरण एवं मानव क्रियाओं के अंतः सम्बन्ध को दर्शाती है।

(c) बच्चों में उनके परिवेश के विषय में समझ विकसित करती है।

(d) उपरोक्त सभी

Ans- d 

14. कक्षा-कक्ष में शिक्षार्थियों से प्रश्न पूछने से उनमें

(a) अवलोकन कौशल का विकास होता है | 

(b) चिंतन कौशल का विकास होता है।

(c) वर्गीकरण कौशल का विकास होता है।

(d) संवेदनशीलता का विकास होता है।

Ans- b 

15. शिक्षार्थियों में संज्ञानात्मक कौशल का विकास करने के लिए –

(a) उन्हें शब्दावलियाँ एवं परिभाषा रटवानी चाहिए |

(b) उनमें वास्तविक जीवन की चिंताओं के विषय में समझ उत्पन्न करना चाहिए।

(c) उन्हें प्राकृतिक भिन्नताओं के विषय में बताना चाहिए। 

(d) उनसे व्यावहारिक क्रियाएं करवानी चाहिए।

Ans- d 

Read More:-

CTET Exam: पिछले साल पूछे गए ‘बाल विकास एवं शिक्षा शास्त्र’ के कुछ चुनिंदा सवाल यहां पढें!

CTET 2022: लाखों अभ्यर्थी देगे सीटीईटी परीक्षा पूछे जाएंगे ‘बुद्धि के सिद्धांत’ से जुड़े कुछ इस प्रकार के प्रश्न

उपरोक्त आर्टिकल में हमने पर्यावरण शिक्षण शास्त्र के (EVS Pedagogy MCQ Test For CTET) सवालों का अध्ययन किया। केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) से जुड़ी नवीनतम अपडेट और प्रैक्टिस सेट प्राप्त करने के लिए आप हमारे टेलीग्राम चैनल के सदस्य बने, जॉइन लिंक नीचे दी गई है

Leave a Comment