CTET 2021 CDP Comprehensive Series: CDP के यह सवाल होंगे आपकी अंतिम तैयारी में सहायक, अभी पढ़ें
CTET 2021 (CTET Child and Development Pedagogy): केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा आयोजित की जाने वाली (CTET) केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा शिक्षक बनने का सपना देखने वाले अभ्यर्थियों के बीच बेहद लोकप्रिय है, यह परीक्षा वर्ष में दो बार आयोजित की जाती है जिसमें लाखों अभ्यर्थी शामिल होते हैं, इस बार इसका आयोजन 16 दिसंबर 2021 से 13 जनवरी 2022 के बीच किया जाना है, देश में कोराना महामारी के चलते यह परीक्षा पहली बार ऑनलाइन मोड में होगी,यदि आपकी इस परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं, तो इस आर्टिकल में दी गई जानकारी आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
हम रोजाना सीटेट परीक्षा के सभी महत्वपूर्ण टॉपिक पर रिवीजन क्वेश्चन सीरीज लेकर आ रहे हैं । इसी श्रंखला में आज हम सीटेट पेपर 1 तथा पेपर 2 के महत्वपूर्ण विषय “बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र” (CDP) के बार-बार रिपीट होने वाले सवाल लेकर आए हैं जो परीक्षा में आपको अच्छे अंक हासिल करने में मदद कर सकते हैं । गौरतलब है कि सीटेट पेपर 1 तथा पेपर 2 में बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र समान रूप से पूछा जाता है जिसमें 30 प्रश्न 30 अंकों के पूछे जाते हैं सीटेट परीक्षा में अच्छे अंक हासिल करने के लिए बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र विषय पर अच्छी पकड़ होना बेहद जरूरी है।
आपको बता दें कि: CBSE द्वारा CTET 2021 के लिए एडमिट कार्ड इसी सप्ताह में जारी किए जाने की संभावना है, अभ्यर्थियों को एडमिट कार्ड से संबंधित जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर नजर बनाए रखनी चाहिए।
परीक्षा में अक्सर पूछे जाते हैं, बाल विकास और शिक्षाशास्त्र के यह सवाल — Child Development and Pedagogy Important Questions for CTET 2021 Paper 1 and 2
1. एक शिक्षक को चाहिए कि –
(अ) वह विद्यार्थियों के बीच तुलना को अधिकतम करें।
(ब) वह विशेष संस्कृतियों समुदायों के बच्चो को बढ़ावा दें।
(स) वह विद्यार्थियों के बीच सांस्कृतिक विभिन्नता तथा विविधता की अनदेखी करें।
(द) यह संप्रेषित करें कि वह कक्षा कक्ष में सभी संस्कृतियों का सम्मान करती है एवं महत्व देती है।
उत्तर -(द)
2 ………………के विचार से बच्चे सक्रिय ज्ञान निर्माता तथा नन्हे वैज्ञानिक है जो संसार के बारे में अपने सिद्धांत की रचना करते हैं।
(अ)पावलव
(ब) युंग
(स) पियाजे
(द) स्किनर
उत्तर -(स)
3. शिक्षार्थियों द्वारा की गई गलतियां और त्रुटियां –
(अ) शिक्षक और शिक्षार्थीयों की असफलता के सूचक हैं।
(ब) उनके चिंतन को समझने के अवसर के रूप में देखी जानी चाहिए।