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The Real Truth OF Stephen Hawking: Stephen Hawking की मौत की असली वजह जानिए यहा
Stephen Hawking Facts: स्टीफन हॉकिंग को तो आप जानते ही होंगे कि, वह एक महान विज्ञानिक थे और उन्होंने अपनी जिंदगी मे बहुत से ऐसे काम किए जो दूसरो के लिए करना लगभग नामुमकिन है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग को पढाई से ज्यादा लगाव नहीं था, लेकिन जब उनको सिर्फ 21 साल की उम्र मे ही एक बहुत खतरनाक बीमारी हो गयी, जिसमे डॉक्टर के मुताबिक उस बीमारी के कारण वे 2 से 3 साल से ज्यादा नहीं जी पाएंगे लेकिन उन्होंने 50 साल से भी ज्यादा जीकर डॉक्टर की भविष्यवाणी को गलत सिद्ध कर दिया था।
स्टीफन हॉकिंग ने अपनी जिंदगी मे कई समस्याओ का सामना किया
वे 21 की उम्र से पहले पढाई पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया करते थे, लेकिन उनको जब उनको पता चला की उनकी बीमारी की बजह से ज्यादा जी नहीं पाएंगे तभी से उन्होंने रिसर्च करना चालू कर दिया और इसी तरह वे एक वैज्ञानिक भी बन गए। इस आर्टिकल मे आपको इस बात का पता चलेगा की स्टीफन हॉकिंग की मौत की असली बजह क्या है जिसके बारे मे आपको शायद ही पता होगी।
स्टीफन हॉकिंग को अपनी जिंदगी मे कई मुसीबतों का सामना करना पड़ा उनकी पूरी जिंदगी एक खतरनाक बीमारी के साथ गुजरी और उस खतरनाक बीमारी का नाम मोटर न्यूरॉन था, इस बीमारी से मनुष्य का नर्वस सिस्टम धीरे धीरे खत्म हो जाता है तथा धीरे धीरे शरीर से अपना कंट्रोल खत्म हो जाता है। यह बीमारी स्टीफन हॉकिंग को मात्र 21 वर्ष की उम्र मे हो गई थी, लेकिन उन्होंने अपनी बीमारी मे भी हार नहीं मानी, वो अपने कठिन परिश्रम के साथ वैज्ञानिक भी बन गए और ब्रम्हांड के वारे मे कई रिसर्च भी की।
उनकी स्थिति इस बीमारी की बजह से समय के साथ साथ गंभीर होती चली गई और कुछ ही सालों मे उनके पूरे शरीर को इस बीमारी ने पेरेलाइस कर दिया,इस बीमारी के बजह से ही उन्होंने अपनी लिखने की क्षमता भी खो दी थी। यह सीमा उन्हे अपनी विज्ञान और इंसानियत की समझ लोगों तक नहीं पहुचने दे रही थी, पर वो इतनी आसानी से हार मानने वालों मे से नहीं थे, इसीलिए उनके लिए एक वॉयस मशीन बनानी पड़ी, इस मशीन की मदद से उनके सिर्फ गाल की एक मासपेसि की हलचल से वॉयस टायपिंग करने दे सकती थी, यह सब उस मचीं मे लगे सेन्सर की वजह से हो पता था। उनके मौत के कारण की बात करे तो यही बीमारी ALS के कारण हुई थी।
स्टीफन हॉकिंग का जन्म 8 जनवरी 1942 मे हुआ था और 14 मार्च 2014 मे उनकी मृत्यु हो गई थी।
स्टीफन हॉकिंग ने लिखी कुछ महत्वपूर्ण किताबे
स्टीफन हॉकिंग ने अपनी जिंदगी मे कई ऐसी भी किताबे भी लिखी है, उनके द्वारा लिखी गई ये किताबे हमे बहुत सारा ज्ञान प्रदान करती है , आपको बता दे की उन्होंने कुछ महत्वपूर्ण किताबे भी लिखी थी जो नीचे मे दी गई है।
- A Brief History of Time
- The Grand Design
- Universe in Nutshell
- my brief history
- The Theory of Everything
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Earth Amazing Fact: पृथ्वी से जुड़े 10 रोचक तथ्य जिसकी जानकारी आपको शायद ही होगी, जाने यहाँ
Earth Amazing Fact: दोस्तों आप सब पृथ्वी को तो जानते ही होंगे, यह सौरमण्डल मे उपस्थित एक ग्रह है, और हम जिस प्लेनेट मे रह रहे है, वह पृथ्वी ही है, सौरमंडल मे उपस्थित पृथ्वी ही एक ऐसा गृह है जिसमे जीवन पाया जाता है, आज हम आपको पृथ्वी से जुड़े कुछ रोचक तथ्य बताने जा रहे है जिसकी जानकारीं आपको शायद ही पता होगी!
पृथ्वी से जुड़े 10 रोचक तथ्य
1. दोस्तों यह बात आपको शायरी पता होगी कि पृथ्वी सौरमंडल का एक ऐसा ग्रह है जिसमें ही आप इंद्रधनुष को देख सकते हैं।
2. आप पृथ्वी के माध्यम से सीधे एक सुरंग होते हैं और उसमें कूद जाते हैं तो आपको दूसरी तरफ निकलने में लगभग 42 मिनट लगेंगे।
3. आपको बता दें कि पृथ्वी ने पिछले 40 वर्षों में अपना 40% वन्य जीवन खो दिया है।
4. पृथ्वी में लगभग 22 प्रतिशत ऑक्सीजन का उत्पादन ऐमज़ान रेनफोरेस्ट द्वारा किया जाता है।
5. दोस्तों पृथ्वी की वजन की बात करें तो पृथ्वी का वजन लगभग 13 अरब टन है।
6. पृथ्वी के महासागर इतने गहरे हैं कि मनुष्य में अभी तक उनकी केवल 5 परसेंट तक की ही खोज की है।
7. पृथ्वी के अंदर करीब इतना सोना मौजूद है, जिससे पूरी पृथ्वी की लगभग 1.5 फिट मोटी सतह को ढँका जा सकता है।
8. पृथ्वी सौरमंडल में लगभग 1000 मील प्रति घंटे की रफ्तार से घूम रही है। पृथ्वी का निर्माण करीब 4.4 बिलियन साल पहले हुआ था।
9. पृथ्वी पर करीब 1500 से अधिक खनिज पदार्थ ऐसे हैं जिन्हें अभी तक खोजा नहीं गया खोजे गए करीब 5000 से ज्यादा खनिज पदार्थ है।
10. दोस्तों 70 करोड़ साल पहले पूरी पृथ्वी बर्फ से ढकी हुई थी, और अभी वर्तमान मे पृथ्वी मे मोजूद 97% पानी खारा है और 3 % पानी ही पृथ्वी मे पीने लायक मोजूद है।
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75th Independence Day: आजादी के अवसर पर जानिए अशोक चक्र से जुड़े रोचक तथ्य, जिसकी जानकारी आपको शायद ही होगी
Ashok Chakra interesting facts: आज हमारे देश की आजादी के 75 वर्ष पूर्ण हो चुके है, इस वर्ष हमारे देश में आजादी का अमृत महोत्सव बनाने की तैयारिया जोरो से हो रही है, हर घर तिरंगा अभियान तथा कई कार्यक्रम हमारे देश में किए जा रहे है। देश का आन-बान शान तिरंगा झंडा है जिसमे 3 रंग केसरिया, सफेद और हरा दर्शाए गए है, इनमें सफेद रंग शांति,एकता और सच्चाई, केसरिया रंग त्याग और बलिदान तथा हरा रंग विश्वास और उर्वरता का प्रतीक है। तिरंगे झण्डे को पिंगली वैंकैया ने बनाया था उस समय उनकी उम्र 45 साल की थी।
7 अगस्त 1921 में वेंकैया ने ध्वज का निर्माण किया था। इसके अलावा हमारे ध्वज में अशोक चक्र ध्वज के बीच में दर्शाया गया है जिसके बारे में बहुत से लोगो को नहीं पता होता है आज हम आपको इस आर्टिकल में ध्वज में मौजूद कुछ रोचक तथ्य बताने वाले हैं जिनकी जानकारी आपको शायद ही पता होगी।
Interesting Fact of Ashok Chakra
अशोक चक्र में 24 तिलिया मौजूद होती है,और इस चक्र को धर्म चक्र भी कहा जाता है, ध्वज में मौजूद 24 तिलीया मानव के चौबीस गुणों को बताती है। अशोक चक्र हमारे राष्ट्रीय ध्वज के बीच में स्थित है 22 जुलाई 1947 में अपनाया गया था, ध्वज के बीच में मौजूद इस धर्म चक्र (अशोक चक्र) को अशोक स्तंभ से लिया गया है, यह नीले रंग का अशोक चक्र महासागर,सार्वभौमिक व सत्य को दर्शाता है। नीले रंग के अशोक चक्र में नीले रंग और चरखा का विस्तार लाला हंसराज द्वारा रखा गया था। यह 24 सिद्धांतो का भी प्रतीक माना जाता है। अशोक चक्र की तिलियो द्वारा दर्शाए गए सिद्धांतो में साहस,सच्चाई, धार्मिक प्रेम,आत्मबलिदान, धैर्य, आध्यात्मिक ज्ञान, नैतिकता कल्याण,उ द्योग, समृद्धि और विश्वास शामिल है।
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Why doesn’t rust in railway tracks: रेल की पटरी मे जंग क्यों नहीं लगती है ,वजह जानकर रह जाएंगे दंग
दोस्तों, अगर किसी लोहे को खुले में छोड़ दिया जाए तो बहुत जल्दी उसमें जंग लग जाएगी लेकिन क्या आपने कभी सोचा है, कि लोहे से बनी पटरी खुले आसमान की जगह पर हमेशा स्थिर रहती है, तथा ट्रेन की पटरियों को बारिश जेसे मौसम मे भी एक जगह खुले मे रहती है, और आपने तो देखा ही होगा कि जाब किसी भी लोहे की वस्तु को पानी मे रख दिया जाए तो बहुत ही कम समय मे ही जंग लग जाती है। लेकिन फिर पटरियों पर जंग क्यों नहीं लगती ये सवाल आपके मन मए भी जरूर आया होगा, इस आर्टिकल मे आपके इसी सवाल का उत्तर दिया गया है।
आखिर पटरी पर क्यों नहीं लगती है जंग
आपने स्कूल मे ये जरूर पढ़ होगा कि अगर हम लोहे की किसी भी वस्तु पर पैंट करते है तो उस पर पर किसी भी हालत मे जंग नहीं लगती है, लेकिन आपने ट्रेन मए सफर करते वक्त जरूर देखा होगा कि पटरियों पर तो किसी भी प्रकार का पैंट नहीं होता है, फिर भी उसमे जंग नहीं लगती है।
इसका कारण ट्रेन की पटरी के लोहे की बनावट है। दरअसल पटरियों के लोहे को को एक खास मिश्रण से बनाया जाता है, ट्रेन की पटरियों को बनाने के लिये पटरी के लोहे मे खास तरह की स्टील मिलाई जाती है जिसे मेंगनीज स्टील कहते है इस खास स्टील मे 12% मैंगनीज व 0.8% कार्बन होता है, अतः पटरी के लोहे मे मैंगनीज स्टील का मिश्रण होने की बजह से आयरन आक्साइड नहीं बनता और इस कारण से पटरियों पर जंग नहीं लगती है।
अगर लोहे की पटरी मैं इस तरह की तकनीक का उपयोग नहीं किया जाता तो रेलवे ट्रैक में जंग लगने के कारण हर समय रेलवे ट्रैक को बदलना पड़ता और इससे लागत में भी काफी बढ़ोतरी हो जाती।
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