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ELON MUSK Announces New HYDROGEN CAR: आखिरकार एलोन मस्क ने अपनी हाइड्रोजन कार लॉन्च करने का ऐलान कर दिया, जाने पूरी जानकारी

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ELON MUSK Announces New HYDROGEN CAR: दोस्तों एलोन मस्क को तो आप जानते ही होंगे जो की टेसला और स्पेस एक्स के फाउन्डर और दुनिया के सबसे आमिर इंसान भी है, जिन्होंने काफी संघर्ष के बाद इस मुकाम को हासिल किया है। उन्होंने अपनी जिंदगी मे कई संघर्ष और असफलता का सामना करते हुए आज वो इस दुनिया के सबसे अमीर इंसान है, इस आर्टिकल मे आपको हम ये बताने वाले है कि एलोन मस्क ने अपनी हाइड्रोजन कार के लॉन्च को लेकर हाल ही मे ट्वीट भी कर दिया है तो आईए जानते है की उनकी कार बाकी सब कारों से कितनी अलग होगी !

2024 को लॉन्च होगी मस्क की हाइड्रोजन कार 

आपको यह जानकार हेरानी होगी कि, एलोन मस्क ने 11 जून 2020 मे एक ट्वीट कर हाइड्रोजन कार की बुराई की थी, उस ट्वीट मे उन्होंने (Exactly, Fuel Cells = Fool Sells )  लिखा था। इस ट्वीट के बाद साफ साफ यह बात दर्शाती है कि एलोन मस्क हाइड्रोजन के खिलाफ है लेकिन उन्होंने हाल ही मे एक ऐसी अनाउंसमेंट की जिसकी उम्मीद लोगों को कभी नहीं थी, उन्होंने अपनी अनाउंसमेंट में पूरी दुनिया के सामने कहा कि वह अपनी न्यू हाइड्रोजन कार 2024 मे मॉडल H लॉन्च करने वाले है। 

आखिर क्यों एलोन मस्क हाइड्रोजन कार के खिलाफ थे?

दोस्तों, हइड्रोजन की बात करे तो ये पूरे यूनवर्स मे सबसे ज्यादा मात्रा मे पाई जाता है, लेकिन अगर हमारी पृथ्वी की बात करे तो हइड्रोजन गेस अर्थ मे सिर्फ 0.14% ही प्योर और नेचुरल हाइड्रोजन है जोकि बहुत कम है, वर्तमान मे हम इलेक्ट्रोलिसिस मेथड से हाइड्रोजन उत्पन्न कर रहे है वह बहुत ही ज्यादा एनर्जी कंजूमिंग है। ऐसे मे हमे जितनी हाइड्रोजन मिल रही है उससे ज्यादा तो हम ऊर्जा को खर्च कर देते है। आपको बता दे की हाइड्रोजन उत्पन्न करने मे जो ऊर्जा लगती है वही एक परेशानी नहीं है , दरअसल दूसरी सबसे बड़ी प्रॉब्लम यह है कि हाइड्रोजन सबसे अधिक ज्वलनशील पदार्थ है।

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1937 मे हाइड्रोजन का प्रयोग सबसे बड़े एयरशिप (Hindenburg) ने किया था, जिसमे एक छोटे से इलेक्ट्रिक स्पार्क की बजह से हिंडनबर्ग एयरशिप महज 30 सेकंड में ही जल कर नीचे गिर गया था। जरा सोचो कि एयरशिप के साथ हुआ यह सबसे बड़ा डिजास्टर अगर कार में होने लगे तो जगह-जगह चलती कारे किसी टाइम बॉम्ब के जैसी बन जाएगी। इसके बाद सोचने वाली बात है कि एलोन मस्क ने हाइड्रोजन कार आखिर क्यों अपनी कार कंपनी को इसे फ्यूचर बताया। 

वर्तमान फ्यूल हमारे लिए बहुत नुकसानदायक है

अभी हम जो फ्यूल (पेट्रोल और डीजल) का इस्तेमाल कर रहे ये हमे जमीन से नीचे मौजूद फ़ोसील फ्यूल से मिलता है, जिसके इस्तेमाल से कार्बनमोनोऑक्साइड रिलीज होता है जो कि हमारे इन्वायरमेंट के लिए काफी नुकसानदायक है साथ ही इंसानों के लिए भी नुकसायनदायक है।

कार्बन मोनोऑक्साइड का हाई कंसंट्रेशन एक इंसान को 5 मिनट में मार सकता है। मानव ने इन फोसिल फ्यूल के कई सालों से माइनिंग और उपयोग से हमारे इन्वायरमेंट  को काफी हद तक खतम कर ही दिया है, ऐसी सिचुएशन में ग्रीन और एनवायरमेंटल फ़्रेंडली फ्यूल के लिए शायद इसलिए एलोन मस्क ने पॉल्यूशन फ्री एनवायरनमेंट बनाने के लिए हाइड्रोजन कार को लॉन्च करने के बारे में सोचा। 

अब सवाल ये आता है की क्या हाइड्रोजन हमारे फ्यूल और पोलूशन का सलूशन दे सकता है? आपको बता दे की हाइड्रोजन गैस एक पोलूशन फ्री गैस है जो कि हमारे एनवायरनमेंट को पोलूशन फ्री बना सकती है, एक हाइड्रोजन कार को पावर सप्लाई एक फ्यूल सेल देता है इसमें दो प्लेट होती है पहली में हाइड्रोजन और दूसरी में ऑक्सीजन और दोनों के काम्बनैशन से जो इलेक्ट्रिसिटी उत्पन्न होती है वो बिल्कुल प्युर होती है।

जैसे कि इस आर्टिकल में पहले बताया गया कि हाइड्रोजन को उत्पन्न करने के लिए बहुत ही कठिन प्रोसेस का सामना करना पड़ता है और अधिक ऊर्जा की खपत होती है, लेकिन इसके लिए सलूशन भी ढूंढ सकते हैं शायद इसी सलूशन को ढूंढने की रिसर्च एलोन मस्क अपनी कंपनी में कर रहे हैं। 

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Earth Amazing Fact: पृथ्वी से जुड़े 10 रोचक तथ्य जिसकी जानकारी आपको शायद ही होगी, जाने यहाँ 

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Earth Amazing Fact: दोस्तों आप सब पृथ्वी को तो जानते ही होंगे, यह सौरमण्डल मे उपस्थित एक ग्रह है, और हम जिस प्लेनेट मे रह रहे  है, वह पृथ्वी  ही है, सौरमंडल मे उपस्थित पृथ्वी ही एक ऐसा गृह है जिसमे जीवन पाया जाता है, आज हम आपको पृथ्वी से जुड़े कुछ रोचक तथ्य बताने जा रहे है जिसकी जानकारीं आपको शायद ही पता होगी!

पृथ्वी से जुड़े 10 रोचक तथ्य 

1. दोस्तों यह बात आपको शायरी पता होगी कि पृथ्वी सौरमंडल का एक ऐसा ग्रह है जिसमें ही आप इंद्रधनुष को देख सकते हैं। 

2. आप पृथ्वी के माध्यम से सीधे एक सुरंग होते हैं और उसमें कूद जाते हैं तो आपको दूसरी तरफ निकलने में लगभग 42 मिनट लगेंगे। 

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3. आपको बता दें कि पृथ्वी ने पिछले 40 वर्षों में अपना 40% वन्य जीवन खो दिया है। 

4. पृथ्वी में लगभग 22 प्रतिशत ऑक्सीजन का उत्पादन ऐमज़ान रेनफोरेस्ट द्वारा किया जाता है। 

5. दोस्तों पृथ्वी की वजन की बात करें तो पृथ्वी का वजन लगभग 13 अरब टन  है। 

6. पृथ्वी के महासागर इतने गहरे हैं कि मनुष्य में अभी तक उनकी केवल 5 परसेंट तक की  ही खोज की है। 

7. पृथ्वी के अंदर करीब इतना सोना मौजूद है, जिससे पूरी पृथ्वी की  लगभग 1.5 फिट मोटी सतह को ढँका जा सकता है। 

8. पृथ्वी सौरमंडल में लगभग 1000 मील प्रति घंटे की रफ्तार से घूम रही है। पृथ्वी का निर्माण करीब 4.4 बिलियन साल पहले हुआ था।  

9.  पृथ्वी पर करीब 1500 से अधिक खनिज पदार्थ ऐसे हैं जिन्हें अभी तक खोजा नहीं गया खोजे गए करीब 5000 से ज्यादा खनिज पदार्थ है। 

10. दोस्तों 70 करोड़ साल पहले पूरी पृथ्वी बर्फ से ढकी हुई थी, और अभी वर्तमान मे  पृथ्वी मे  मोजूद 97% पानी खारा है और 3 % पानी ही पृथ्वी मे पीने लायक मोजूद है।  

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75th Independence Day: आजादी के अवसर पर जानिए अशोक चक्र से जुड़े रोचक तथ्य, जिसकी जानकारी आपको शायद ही होगी

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Ashok Chakra interesting facts: आज हमारे देश की आजादी के 75 वर्ष पूर्ण हो चुके है, इस वर्ष हमारे देश में आजादी का अमृत महोत्सव बनाने की तैयारिया जोरो से हो रही है, हर घर तिरंगा अभियान तथा कई कार्यक्रम हमारे देश में किए जा रहे है। देश का आन-बान शान तिरंगा झंडा है जिसमे 3 रंग केसरिया, सफेद और हरा दर्शाए गए है, इनमें सफेद रंग शांति,एकता और सच्चाई, केसरिया रंग त्याग और बलिदान तथा हरा रंग विश्वास और उर्वरता का प्रतीक है। तिरंगे झण्डे को पिंगली वैंकैया ने बनाया था उस समय उनकी उम्र 45 साल की थी।

7 अगस्त 1921 में वेंकैया ने ध्वज का निर्माण किया था। इसके अलावा हमारे ध्वज में अशोक चक्र ध्वज के बीच में दर्शाया गया है जिसके बारे में बहुत से लोगो को नहीं पता होता है आज हम आपको इस आर्टिकल में ध्वज में मौजूद कुछ रोचक तथ्य बताने वाले हैं जिनकी जानकारी आपको शायद ही पता होगी।

Interesting Fact of Ashok Chakra

अशोक चक्र में 24 तिलिया मौजूद होती है,और इस चक्र को धर्म चक्र भी कहा जाता है, ध्वज में मौजूद 24 तिलीया मानव के चौबीस गुणों को बताती है। अशोक चक्र हमारे राष्ट्रीय ध्वज के बीच में स्थित है 22 जुलाई 1947 में अपनाया गया था, ध्वज के बीच में मौजूद इस धर्म चक्र (अशोक चक्र) को अशोक स्तंभ से लिया गया है, यह नीले रंग का अशोक चक्र महासागर,सार्वभौमिक व सत्य को दर्शाता है। नीले रंग के अशोक चक्र में नीले रंग और चरखा का विस्तार लाला हंसराज द्वारा रखा गया था। यह 24 सिद्धांतो का भी प्रतीक माना जाता है। अशोक चक्र की तिलियो द्वारा दर्शाए गए सिद्धांतो में साहस,सच्चाई, धार्मिक प्रेम,आत्मबलिदान, धैर्य, आध्यात्मिक ज्ञान, नैतिकता कल्याण,उ द्योग, समृद्धि और विश्वास शामिल है।

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Why doesn’t rust in railway tracks: रेल की पटरी मे जंग क्यों नहीं लगती है ,वजह जानकर रह जाएंगे दंग

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दोस्तों, अगर किसी लोहे को खुले में छोड़ दिया जाए तो बहुत जल्दी उसमें जंग लग जाएगी लेकिन क्या आपने कभी सोचा है, कि लोहे से बनी पटरी खुले आसमान की जगह पर हमेशा स्थिर रहती है, तथा ट्रेन की पटरियों को बारिश जेसे मौसम मे भी एक जगह खुले मे  रहती है, और आपने तो देखा ही होगा कि जाब किसी भी लोहे की वस्तु को पानी मे रख दिया जाए तो बहुत ही कम समय मे ही जंग लग जाती है। लेकिन फिर पटरियों पर जंग क्यों नहीं लगती ये सवाल आपके मन मए भी जरूर आया होगा, इस आर्टिकल मे  आपके इसी सवाल का उत्तर दिया गया है। 

आखिर पटरी पर क्यों नहीं लगती है जंग

आपने स्कूल मे ये जरूर पढ़ होगा कि अगर हम लोहे की किसी भी वस्तु पर पैंट करते है तो उस पर पर किसी भी हालत मे जंग नहीं लगती है, लेकिन आपने ट्रेन मए सफर करते वक्त जरूर देखा होगा कि पटरियों पर तो किसी भी प्रकार का पैंट नहीं होता है, फिर भी उसमे जंग नहीं लगती है। 

इसका कारण  ट्रेन की पटरी के लोहे की बनावट है। दरअसल पटरियों के लोहे को को एक खास मिश्रण से बनाया जाता है, ट्रेन की पटरियों को बनाने के लिये पटरी के लोहे मे खास तरह की स्टील मिलाई जाती है जिसे मेंगनीज स्टील कहते है इस खास स्टील मे 12% मैंगनीज व 0.8% कार्बन होता है, अतः पटरी के लोहे मे  मैंगनीज स्टील का मिश्रण होने की बजह से आयरन आक्साइड नहीं बनता और इस कारण से पटरियों पर जंग नहीं लगती है। 

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अगर लोहे की पटरी मैं इस तरह की तकनीक का उपयोग नहीं किया जाता तो रेलवे ट्रैक में जंग लगने के कारण हर समय रेलवे ट्रैक को बदलना पड़ता और इससे लागत में भी काफी बढ़ोतरी हो जाती।

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