3 Inventions Of The World Which Have Been Done By Mistake : दुनिया के 3 ऐसे आविष्कार जो की गलती से हुए है, जाने यहा done
Invenstions made by mistake : दोस्तों, हम रोजमर्रा की जिंदगी मे बहुत सारी चीजों का इस्तेमाल करते रहते है, लेकिन क्या आपने सोचा है की इन चीजों का आविष्कार किसने, व केसे हुआ। हम मे से कुछ लोगो के साथ यह हो जाता है कि हम जो भी करना चाहे है लेकिन उसके अलग ही हो जाता है और वो हमारी कुछ न कुछ गलती की वजह से होता है। आज के इस आर्टिकल मे आपको कुछ ऐसे आविष्कार के बारे मे बताने बाले है जो की गलती से हुआ लेकिन यह हमारे जीवन मे अहम हिस्सा बन चुके है। तो चलिए जानते !
दुनिया के 3 गलती से हुए आविष्कार
1. X-RAY
दोस्तों आपको यह जानकर हेरानी होगी की एक्सरे का आविष्कार गलती से हुआ दरअसल एक्सरे की खोज एक भोतीकी विज्ञानिक Wilthelm Conrad Rontgen ने 1895 मे गलती से हुई , उस समय वे केथोड रे ट्यूब बनाना चाह रहे थे जब वे प्रयोग कर रहे थे तब उन्होंने देखा की ट्यूब के पास रखे लेडी नियम साइनाइट के टुकड़ों से लाइट चमक रही थी, उन्होंने देखा कि अपारदर्शी कवर होने के वाबजुद नीचे रखा पेपर दिखाई दे रहा है। इसके साथ ही एक किरण की खोज हो गई जिसे हम एक्सरे कहते है। उस समय किरणों के बारे मे किसी को कोई जानकारी नहीं थी, इसलिए Conrad ने इसका नाम एक्सरे रख दिया।
2. MICROWAVE
दोस्तों अगर चावल या सब्जी अगर ठंडी हो जाती है तो उन्हे गरम करने के लिए गैस जलाने से बेहतर विकल्प के रूप मे माइक्रोवेव का ध्यान आता है कि इलेक्ट्रिसिटी पर काम करती है लेकिन आपको बता दे कि आप जिस माइक्रोवेव का इस्तेमाल करते है दरअसल उसकी खोज गलती से हो गई थी। माइक्रोवेव की खोज Percy Spencer ने गलती से किया था। वो रडार से जुड़े कुछ रिसर्च कर रहे थे, इसके लिए कई मशीन बनाई जो उनकी रिसर्च मे मदद करती है। इस दौरान उन्होंने देखा कि उनकी मशीन मे रखा कंडी बार पिघलने लगा और वो हैरान हो गए और पॉपकॉर्न को उस मशीन मे डाल दिया और देखा की पॉपकॉर्न भी फूटने लगा। इस प्रकार माइक्रोवेव का आविष्कार हुआ स्पेंसर ने 8 अगस्त 1945 को अपने आविष्कार के लिए पेटेंट जारी किया।
3. PENICILLIN
1925 से पहले दुनिया में ऐसी कौन सी भी दवाई नहीं थी, जिससे कि बैक्टीरिया से होने वाली बीमारी का इलाज किया जा सके। Penicillin ही वो दुनिया की एंटीबायोटिक है जिसे डॉक्टर्स ने कई संक्रामक बीमारियों के लिए जिम्मेदार जीवाणुओं को खत्म करने के लिए प्रयोग किया। इस एंटीबायोटिक का इस्तेमाल आज भी दुनिया भर में ज्यादा मात्रा में हो रहा है,। चौकाने वाली बात ये है कि इसकी खोज भी गलती से हुई थी, दरअसल स्कॉटलैंड के डॉक्टर और माइक्रो बायोलॉजिस्ट alexander fleming घावों को भरने वाली एक चमत्कारी दवा का आविष्कार करना चाहते थे।
लेकिन इसमें उनको सफलता नहीं मिल पा रही थी ऐसे में उन्होंने एक्सपेरिमेंट की गई चीजों को बाहर फेंक दिया, और कुछ दिनों के बाद उन्होंने देखा कि जहां उन्होंने उसे फेंका था वहा आस-पास के बेक्टीरिया समाप्त हो रहे थे, और इस तरह से Penicillin का आविष्कार हुआ। जून 1941 मे Penicillin का इस्तेमाल छह रोगियों पर इस्तेमाल किया गया, इस इलाज मे Penicillin दबाई का असर बेहतर देखने को मिला। तभी से इसका इस्तेमाल डाक्टर करने लगे।
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